गु्ल्ली, मम्मी और पड़ोस वाले अंकल...खुशदीप
साइकोलॉजी टीचर ने नए तरीके से छात्रों को पढ़ाने का फैसला किया...आते ही क्लास में छात्रों से कहा कि क्लास में जो भी स्…
मंगलवार, अगस्त 31, 2010साइकोलॉजी टीचर ने नए तरीके से छात्रों को पढ़ाने का फैसला किया...आते ही क्लास में छात्रों से कहा कि क्लास में जो भी स्…
63 साल पहले हमें आज़ादी मिली...आज़ाद भारत में तराने गूंजने लगे... तूफ़ान से हम लाए है कश्ती निकाल के, मेरे बच्चो …
जिस दिन से जुदा वो हमसे हुए, इस दिल ने धड़कना छोड़ दिया, ए चांद का मुंह उतरा-उतरा, तारों ने चमकना छोड़ दिया..…
लड़कों से ज़्यादा इस दुनिया में और कोई बिज़ी नहीं होता... वो कैसे भला... वो ऐसे... एक हाथ स्टेयरिंग पर... एक …
मल्लू अंकल के पुराण का शेष हिस्सा सुनाने से पहले आपको बता दूं कि आज मल्लू आंटी से भी मिलवाऊंगा...मिलवा क्या देता हूं, अ…
मक्खन का स्वाद ऐसा तो नहीं कि छोड़ा जा सके...लेकिन कभी-कभी टेस्ट बदलना भी ज़रूरी होता है...आज मिलवाता हूं मल्लू अंकल …
अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा को किसी ने बता दिया कि लीडरशिप का हुनर सीखना है तो भारत से बढ़िया जगह और कोई नहीं...और मक्खन …
कल सफ़र को जहां छोड़ा था, आज वहीं से आगे बढ़ाता हूं...चार-पांच महीने पहले सतीश सक्सेना जी से मेरी पहली मुलाकात अविनाश …
ब्लॉगिंग का मेरा एक साल पूरा होने पर आप सब के साथ यादों का एक झरोखा...लेकिन सबसे पहले बात ' ब्लॉगिंग के सरदार'…
हम आज़ाद हैं...63 साल से हम यही तो कहते आ रहे हैं...लेकिन क्या हम मुकअम्मल आज़ाद हो पा्ए...क्या आज़ादी के दिन हम एक दूस…
ज़िंदगी खूबसूरत है... @शर्तें लागू...(conditions apply) (साभार...शोभना, जोधपुर)
महंगाई के दौर में एक रुपये में भरपेट बढ़िया खाना...सबक लें महंगाई के नाम पर संसद में हंगामा मचाने वाले नेता...सबक ले ला…
आज सुबह से तबीयत ढीली है...बुखार के साथ शरीर में हरारत है...इसलिए आज ज़्यादा लिखने की हिम्मत नहीं है...बस एक माइक्रोपोस…
क्रिएटिवटी कहीं भी मिल सकती है...लेकिन एडवरटाइज़िंग का तो पेशा ही क्रिएटिविटी का होता है...ये बेहतरीन कॉपीराइटिंग या वि…
देश आजाद हुए 63 साल होने को आए...क्या कुछ बदला और क्या कुछ नहीं बदला... 9 अगस्त 1925 चलिए पहले ले चलता हूं आज से 8…
मक्खन और ढक्कन काम के साथ-साथ बातें भी कर रहे थे... मक्खन ... मैं पिछले पांच महीने से नाइट स्कूल जा रहा हूं...अगले…
और किसी का सम्मान हो गया, क्या आदमी वाकई इनसान हो गया... ये मेरी उस कविता की पहली दो पंक्तियां हैं जो मैंने सम्मान …
एक प्रवासी भारतीय (एनआरआई) न्यूयॉर्क सिटी में बैंक पहुंचा...वहा उसने लोन अधिकारी से संपर्क किया...साथ ही कहा कि वो बिज़…
इससे पहले कि आप इस सवाल पर मेरी क्लास लेना शुरू कर दें, आपको पहले ही बता दूं कि आपको सावधान करने की ये तीसरी और आखिरी क…
कल आप को घरों में इस्तेमाल की जाने वाली बिना मेडिकल प्रेसक्रिप्शन दवाओं के ख़तरे के बारे में बताया था...जहां तक संभव ह…
डॉ टी एस दराल ने हाल में खाने-पीने के मामले में साफ़-सफ़ाई पर बड़ी सार्थक पोस्ट लिखी थी...उसी पोस्ट में मैंने अपनी टिप…
कौन कहता है मर्द को दर्द नहीं होता...होता है जनाब मर्द को भी दर्द होता है...कहो तो साबित कर सकता हूं...तो सुनिए फिर मर्…
एक युवक मल्टीनेशन कंपनी का इंटरव्यू देने गया...बोर्ड में उससे पूछा गया... भारत को आजादी कब मिली... युवक... प्रयास …
ये समस्याएँ नहीं हैं जो आपको परेशान करती हैं... बल्कि ये समस्याओं से आपका निपटने का तरीका है जो आपको परेशान करता है..…