आदिवासियों को जीने का हक़ थोड़े ही है...खुशदीप
कल मैंने एक सवाल पूछा था...आदिवासियों का नेता कौन...कोई साफ़ जवाब नहीं आया...ले दे कर एक नाम गिनाया गया शिबू सोरेन ...त…
सोमवार, मई 31, 2010कल मैंने एक सवाल पूछा था...आदिवासियों का नेता कौन...कोई साफ़ जवाब नहीं आया...ले दे कर एक नाम गिनाया गया शिबू सोरेन ...त…
देश में भारी बहस छिड़ी है...आतंकवाद को पीछे छोड़ते हुए माओवाद देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है..…
ग्लोबेलाइज़ेशन या वैश्वीकरण क्या है... पिछले दो दशक से हम ग्लोबेलाइज़ेशन की हवा देश में बहते देखते आ रहे हैं...लेकिन …
डॉ अमर कुमार जी का आदेश हुआ है कि मैं घिसे हुये ब्लॉगर को परिभाषित करने वाली एक मौज़दार पोस्ट लिखूं...आदेश सर माथे पर..…
मैंने अपनी पोस्ट पर स्टार ब्लॉगर को न्योता देने का ज़िक्र तो किया था...लेकिन नाम नहीं खोला था...नाम किशोर अजवाणी भाई न…
कल बात की थी इंटरनेशनल दिल्ली ब्लॉगर्स मीट तक पहुंचने की...बैठक की बेटवींस द लाइंस की...हां इस मीट में पुराने अजीज तो …
आप कह रहे होंगे ये IBM तो सुनी है, ये मैं कौन सी नई कंपनी ले आया...IDBM... तो ये है जनाब- इंटरनेशनल दिल्ली ब्लॉगर्स मी…
आज भारी मन के साथ ये पोस्ट लिखनी पड़ रही है...दिल्ली में पहले भी ब्लॉगर्स मीट हुई हैं... अजय कुमार झा और अविनाश वाचस्पत…
एक यात्री उड़ान भरने के लिए बोइंग 747 में अपनी सीट पर जाकर बैठ गया...उसके साथ वाली सीट एक युवती की थी...युवती की गोद मे…
तू कहां गई थी, तेरा मर जाए सावरिया... आज सुबह ये गाना रह रह कर याद आ रहा था...जब भी अपनी पोस्ट पर आता, टिप्पणियों वा…
प्रार्थना आपकी ज़िंदगी की गाड़ी की स्टेप्नी नहीं है कि संकट के वक्त ही बाहर निकाली जाए...ये आपकी गाड़ी का स्टेयरिंग-व्ह…
पत्रकार का पेशा भी गजब हो गया है...अगर आप पत्रकार हैं और किसी भ्रष्टाचारी नेता को चोर लिखते हैं तो पहले सौ बार ऊंच-नीच …
आपको एक पोस्ट में बंदर और अपने बालसखा आलोक का किस्सा सुनाया था...आज एक और बालसखा की बारी है...उस दोस्त का असली नाम तो …
पहले मैं अपनी इस पोस्ट का शीर्षक... आज एक नॉटी पोस्ट ...लगाने वाला था...फिर सोचा नॉटी का सही मतलब क्या होता है... चंचल,…
चिट्ठा जगत में 15 मई रात 12 बजे के सक्रियता क्रम में पहला नंबर उड़न तश्तरी (समीर लाल जी), दूसरा नंबर ताऊ डॉट इन (ताऊ र…
कल मैंने समीर लाल जी को लेकर 'द साउंड ऑफ साइलेंस' सुनाई थी... जिसे आप पसंद करते हैं उसके बारे में सार्वजनि…
खुशदीप सहगल यानि मैं...इनसान हूं...सुख में खुश और दुख में दुखी भी होता हूं...शांत रहने की कोशिश करता हूं लेकिन कभी-कभा…
क्या कसूर सिर्फ बेटे-बहुओं का ही होता है...माता-पिता या बुज़ुर्ग क्या कभी गलत नहीं होते...युवा पीढ़ी के इस सवाल में भी …
संयुक्त परिवार को लेकर कल मेरी पोस्ट पर शिखा वार्ष्णेय जी ने बड़ा जायज़ सवाल उठाया था...बुज़ुर्ग हमेशा सही हों, ऐसा …
कल बात की थी मां के दूध की...एक देश में दो देश होने की...भारत की, इंडिया की...आज बात हाईराइज़ बिल्डिंग्स के दड़बेनुमा व…
कल मेरी पोस्ट पर शेफ़ाली पांडे की टिप्पणी ने मुझे अंदर तक हिला कर रख दिया...न जाने ऐसी कितनी माताएं होंगी जिन्हें रोज…
मां का दूध पिया है तो सामने आ... छठी का दूध याद न दिला दिया तो मेरा नाम नहीं... दूध का कर्ज़ कैसे चुकाऊंगा ... …
एक शराबी टुन्न होकर घर लौट रहा था...रास्ते में मंदिर के बाहर एक पुजारी दिखाई दिए... शराबी ठहरा शराबी, पुजारी से ही…
कल मैंने काफ़ी के कप पेश किए थे...पता नहीं किसी सज्जन को काफ़ी का टेस्ट इतना कड़वा लगा कि उन्हें बदहजमी हो गई...शायद उ…
एमबीए छात्रों का एक बैच पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने अपने करियर में अच्छी तरह सैटल हो गया...एमबीए कॉलेज में फंक्शन के दौ…
मरहूम शेक्सपीयर चचा क्या खूब कह गए हैं... नाम में क्या रखा है ...वाकई नाम में क्या रखा है...आइडिया का एक एड आता है जिस…