आदिवासियों को जीने का हक़ थोड़े ही है...खुशदीप
कल मैंने एक सवाल पूछा था...आदिवासियों का नेता कौन...कोई साफ़ जवाब नहीं आया...ले दे कर एक नाम गिनाया गया शिबू सोरेन ...त…
सोमवार, मई 31, 2010कल मैंने एक सवाल पूछा था...आदिवासियों का नेता कौन...कोई साफ़ जवाब नहीं आया...ले दे कर एक नाम गिनाया गया शिबू सोरेन ...त…
Khushdeep Sehgal
सोमवार, मई 31, 2010
देश में भारी बहस छिड़ी है...आतंकवाद को पीछे छोड़ते हुए माओवाद देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है..…
Khushdeep Sehgal
शनिवार, मई 29, 2010
ग्लोबेलाइज़ेशन या वैश्वीकरण क्या है... पिछले दो दशक से हम ग्लोबेलाइज़ेशन की हवा देश में बहते देखते आ रहे हैं...लेकिन …
Khushdeep Sehgal
शनिवार, मई 29, 2010
डॉ अमर कुमार जी का आदेश हुआ है कि मैं घिसे हुये ब्लॉगर को परिभाषित करने वाली एक मौज़दार पोस्ट लिखूं...आदेश सर माथे पर..…
Khushdeep Sehgal
शुक्रवार, मई 28, 2010
मैंने अपनी पोस्ट पर स्टार ब्लॉगर को न्योता देने का ज़िक्र तो किया था...लेकिन नाम नहीं खोला था...नाम किशोर अजवाणी भाई न…
Khushdeep Sehgal
गुरुवार, मई 27, 2010
कल बात की थी इंटरनेशनल दिल्ली ब्लॉगर्स मीट तक पहुंचने की...बैठक की बेटवींस द लाइंस की...हां इस मीट में पुराने अजीज तो …
Khushdeep Sehgal
बुधवार, मई 26, 2010
आप कह रहे होंगे ये IBM तो सुनी है, ये मैं कौन सी नई कंपनी ले आया...IDBM... तो ये है जनाब- इंटरनेशनल दिल्ली ब्लॉगर्स मी…
Khushdeep Sehgal
मंगलवार, मई 25, 2010
आज भारी मन के साथ ये पोस्ट लिखनी पड़ रही है...दिल्ली में पहले भी ब्लॉगर्स मीट हुई हैं... अजय कुमार झा और अविनाश वाचस्पत…
Khushdeep Sehgal
रविवार, मई 23, 2010
एक यात्री उड़ान भरने के लिए बोइंग 747 में अपनी सीट पर जाकर बैठ गया...उसके साथ वाली सीट एक युवती की थी...युवती की गोद मे…
Khushdeep Sehgal
शनिवार, मई 22, 2010
तू कहां गई थी, तेरा मर जाए सावरिया... आज सुबह ये गाना रह रह कर याद आ रहा था...जब भी अपनी पोस्ट पर आता, टिप्पणियों वा…
Khushdeep Sehgal
शुक्रवार, मई 21, 2010
प्रार्थना आपकी ज़िंदगी की गाड़ी की स्टेप्नी नहीं है कि संकट के वक्त ही बाहर निकाली जाए...ये आपकी गाड़ी का स्टेयरिंग-व्ह…
Khushdeep Sehgal
गुरुवार, मई 20, 2010
पत्रकार का पेशा भी गजब हो गया है...अगर आप पत्रकार हैं और किसी भ्रष्टाचारी नेता को चोर लिखते हैं तो पहले सौ बार ऊंच-नीच …
Khushdeep Sehgal
मंगलवार, मई 18, 2010
आपको एक पोस्ट में बंदर और अपने बालसखा आलोक का किस्सा सुनाया था...आज एक और बालसखा की बारी है...उस दोस्त का असली नाम तो …
Khushdeep Sehgal
मंगलवार, मई 18, 2010
पहले मैं अपनी इस पोस्ट का शीर्षक... आज एक नॉटी पोस्ट ...लगाने वाला था...फिर सोचा नॉटी का सही मतलब क्या होता है... चंचल,…
Khushdeep Sehgal
रविवार, मई 16, 2010
चिट्ठा जगत में 15 मई रात 12 बजे के सक्रियता क्रम में पहला नंबर उड़न तश्तरी (समीर लाल जी), दूसरा नंबर ताऊ डॉट इन (ताऊ र…
Khushdeep Sehgal
रविवार, मई 16, 2010
कल मैंने समीर लाल जी को लेकर 'द साउंड ऑफ साइलेंस' सुनाई थी... जिसे आप पसंद करते हैं उसके बारे में सार्वजनि…
Khushdeep Sehgal
शनिवार, मई 15, 2010
खुशदीप सहगल यानि मैं...इनसान हूं...सुख में खुश और दुख में दुखी भी होता हूं...शांत रहने की कोशिश करता हूं लेकिन कभी-कभा…
Khushdeep Sehgal
गुरुवार, मई 13, 2010
क्या कसूर सिर्फ बेटे-बहुओं का ही होता है...माता-पिता या बुज़ुर्ग क्या कभी गलत नहीं होते...युवा पीढ़ी के इस सवाल में भी …
Khushdeep Sehgal
गुरुवार, मई 13, 2010
संयुक्त परिवार को लेकर कल मेरी पोस्ट पर शिखा वार्ष्णेय जी ने बड़ा जायज़ सवाल उठाया था...बुज़ुर्ग हमेशा सही हों, ऐसा …
Khushdeep Sehgal
बुधवार, मई 12, 2010
कल बात की थी मां के दूध की...एक देश में दो देश होने की...भारत की, इंडिया की...आज बात हाईराइज़ बिल्डिंग्स के दड़बेनुमा व…
Khushdeep Sehgal
सोमवार, मई 10, 2010
कल मेरी पोस्ट पर शेफ़ाली पांडे की टिप्पणी ने मुझे अंदर तक हिला कर रख दिया...न जाने ऐसी कितनी माताएं होंगी जिन्हें रोज…
Khushdeep Sehgal
रविवार, मई 09, 2010
मां का दूध पिया है तो सामने आ... छठी का दूध याद न दिला दिया तो मेरा नाम नहीं... दूध का कर्ज़ कैसे चुकाऊंगा ... …
Khushdeep Sehgal
शनिवार, मई 08, 2010
एक शराबी टुन्न होकर घर लौट रहा था...रास्ते में मंदिर के बाहर एक पुजारी दिखाई दिए... शराबी ठहरा शराबी, पुजारी से ही…
Khushdeep Sehgal
शुक्रवार, मई 07, 2010
कल मैंने काफ़ी के कप पेश किए थे...पता नहीं किसी सज्जन को काफ़ी का टेस्ट इतना कड़वा लगा कि उन्हें बदहजमी हो गई...शायद उ…
Khushdeep Sehgal
बुधवार, मई 05, 2010
एमबीए छात्रों का एक बैच पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने अपने करियर में अच्छी तरह सैटल हो गया...एमबीए कॉलेज में फंक्शन के दौ…
Khushdeep Sehgal
सोमवार, मई 03, 2010
मरहूम शेक्सपीयर चचा क्या खूब कह गए हैं... नाम में क्या रखा है ...वाकई नाम में क्या रखा है...आइडिया का एक एड आता है जिस…
Khushdeep Sehgal
शनिवार, मई 01, 2010