#ब्लॉगिंग_2.0 के लिए कितने तैयार हम...खुशदीप
# हिन्दी _ ब्लॉगिंग के दूसरे संस्करण यानि # ब्लॉगिंग _2.0 का आगाज़ शानदार रहा है...ब्लॉगिंग को दोबारा दमदार बनाने…
मंगलवार, जुलाई 04, 2017# हिन्दी _ ब्लॉगिंग के दूसरे संस्करण यानि # ब्लॉगिंग _2.0 का आगाज़ शानदार रहा है...ब्लॉगिंग को दोबारा दमदार बनाने…
आज जिस तरह का दौर है, उसमें कोई दूसरे की सुनने को तैयार नहीं है...राजनीति, धर्म, जाति से बंधी अपनी विचारधाराएं हैं…
(2 मार्च 2015 को गुड़गांव में गूगल के ऑफिस में हैंगआउट)... दोस्तों, करीब तीन महीने के अंतराल के बाद कोई पोस्ट ल…
हिंदी ब्लॉग जगत बहुत दिनों से हाइबरनेशन यानि शीतनिद्रा में था...भला हो जर्मन डायचे वेले का जो इसने शीतनिद्रा को भंग क…
कल आधी रात को जर्मनी से राज भाटिया जी का फोन आया...बड़े सीरियस मूड में थे...कहने लगे कि कुछ ज़रूरी बात करनी है...मै…
आज एक शादी से आ रहा हूं...इसलिए बस माइक्रोपोस्ट से ही काम चलाइए...ये पोस्ट वही कहावत वाली है-देखन में छोटन लगे, मगर घाव…
कल मैंने पोस्ट लिखी थी आंखों का भ्रम ...उसमें लिखा था कोई भी बात हो जब तक सारे तथ्यों का पता न हो, नतीजा निकालने की जल्…
साठ के दशक के आखिर में देव आनंद साहब ने एक फिल्म बनाई थी... प्रेम पुजारी ...उसमें फौजियों पर फिल्माया एक गीत था... ताक…
कल मैं बरेली से लौटा...कुछ छूटे हुए पोस्ट पढ़ने शुरू किए...पता चला कि अलबेला खत्री जी ने तीन श्रेणियों में मतों के ज़र…
ओ, तुमसे दूर रह कर हमने जाना, प्यार क्या है दिल ने माना, यार क्या है... तुमको पाके न पहलू में लगता था यूं जीते हैं …
जी हां, कल डॉक्टर अरविंद मिश्र की पोस्ट बड़ी चर्चित रही.... जैसे अदाकारा ,शायरा वैसे ब्लागरा/चिट्ठाकारा क्यों नहीं?.. …