एक दृष्टिहीन लड़का सुबह एक पार्क में अपनी टोपी पैरों के पास लेकर बैठा हुआ था...उसने साथ ही एक साइनबोर्ड पर लिख रखा था...मेरी आंखों में रौशनी नहीं है, कृपया मदद कीजिए...टोपी में कुछ सिक्के पड़े हुए थे...
तभी एक दयालु सज्जन लड़के के पास से गुज़रे..वो दो मिनट तक चुपचाप वहीं खड़े रहे...फिर अपनी जेब से कुछ सिक्के निकाल कर लड़के की टोपी में डाल दिए...इसके बाद उस सज्जन को न जाने क्या सूझी...उन्होंने लड़के का साइनबोर्ड लिया और उसके पीछे कुछ लिखा और उलटा करके लगा दिया...फिर वो सज्जन अपने ऑफिस की ओर चल दिए...इसके बाद जो भी पार्क में लड़के के पास से गुज़रते हुए उस बोर्ड को पढ़ता, टोपी में सिक्के या नोट डाल कर ही आगे बढ़ता...
जिस सज्जन ने साइनबोर्ड को उलट कर कुछ लिखा था, दोपहर बाद वो फिर पार्क के पास से निकले...सज्जन ने सोचा देखूं तो सही लड़के की लोगों ने कितनी मदद की है...लड़के की टोपी तो सिक्के-नोटों से भर ही गई थी...बाहर भी कुछ सिक्के गिरे हुए थे...वो सज्जन फिर दो मिनट लड़के के पास जाकर खड़े हो गए...बिना कुछ बोले...तभी उस लड़के ने कहा...आप वही सज्जन हैं न जो सुबह मेरा साइनबोर्ड उलट कर कुछ लिख गए थे...
ये सुनकर चौंकने की बारी सज्जन की थी कि बिना आंखों के ही इसने कैसे पहचान लिया...लड़के ने फिर पूछा कि आपने आखिर उस पर लिखा क्या था...सज्जन बोले...मैने सच ही लिखा था...बस तुम्हारे शब्दों को मैंने दूसरे अंदाज़ में लिख दिया था कि आज का दिन बहुत खूबसूरत है, लेकिन मैं इसे देख नहीं सकता...
साइनबोर्ड के दोनों साइड पर जो लिखा गया था उससे साफ़ था कि लड़का दृष्टिहीन है...लेकिन लड़के ने जो लिखा था, वो बस यही बताता था कि वो देख नहीं सकता...लेकिन सज्जन ने जो लिखा, उसका भाव था कि आप कितने सौभाग्यशाली हैं कि दुनिया को देख सकते हैं...ज़ाहिर है साइनबोर्ड की उलटी साइड का ज़्यादा असर पड़ा...
स्लॉग चिंतन
आपके पास जो है उसके लिए ऊपरवाले का शुक्रगुज़ार रहो...क्रिएटिव होने के साथ अलग कुछ नए तरीके से सोचो...प़ॉजिटिव रहो...
जब आपको ज़िंदगी रोने की 100 वजह देती है...ज़िंदगी को बताओ कि आपके पास मुस्कुराने के 1000 बहाने हैं...जो बीत गया है उस पर पछताते ही नहीं रहो...अपने आज को पूरे विश्वास के साथ संभालो...आने वाले कल के लिए दिल से सारा डर दूर करके तैयार हो.. बस खुद पर भरोसा रखो...
दुनिया में सबसे ज़्यादा खूबसूरत किसी को मुस्कुराते देखना होता है...
उससे भी ज़्यादा खूबसूरत ये जानना होता है कि उसकी इस मुस्कुराहट की वजह आप है...
(ई-मेल से अनुवाद)
मुस्कुराइए कि आप दुनिया में हैं...खुशदीप
34
शनिवार, फ़रवरी 20, 2010
भैया... पोस्ट और चिंतन बहुत अच्छा लगा.... बात सही है कि नज़रिए.... का फर्क है.... कई बार शब्द हमारी ज़िन्दगी बदल देते हैं....
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी लगी यह पोस्ट....
जय हिंद...
:-) :-):-) :-):-) :-):-) :-):-) :-):-) :-):-) :-)
जवाब देंहटाएंbahute badhiyaa baat kah rahe hain...dekhiye kitna muskura diye hain ham...
Jokes apart...aapki post bahut acchi lagi...
aapke vichar hamesha ki tarah ek 'clear headed' insaan ke ...
bahut hi accha sandesh deti hui aapki post...
aur aap ek baar fir badhaai ke patr...
badhaii...
sarthak chintan
जवाब देंहटाएं:-) :-):-)
जवाब देंहटाएंजय हिंद...
आज हम भी ऐसे मुस्कुराकर देखते हैं,
जवाब देंहटाएं:):):):):):):):):):):):):)
हा हा हा
जय हिंद
Waah! sahab bahut hi bhadiya chintan raha ...jisake jivan me rachnatmakta aur sakartmakta na ho uska to jivan hi vyarth hai! aapka bahut bahut dhanywaad itane sundar vichaaro ko ham tak pahuchane ke liye
जवाब देंहटाएंSadar
http://kavyamanjusha.blogspot.com/
shavdokee kee rashee sabhee ke paas hai bas in shavdo ka aapas me tal mel baithana ek kala hai jo prabhavshalee ban sake..........
जवाब देंहटाएंsarthak post .
Dhanyvad........
nice
जवाब देंहटाएंसही है, मुस्कुराहट में ही जीवन है। जीवन से दूर क्यों जाया जाए
जवाब देंहटाएंआओ किसी रोते हुए को हंसाया जाए।
जवाब देंहटाएंकह नहीं सकता पर मैं शायद इसे ऎसे लिखता,
ज़रूर आज का दिन खूबसूरत ही होगा, कोई बस इतना शी बतला दे
क्योंकि हर रोज हवा में बसी उस खुशनुमा महक तक ही मेरी दृष्टि है
ईश्वर आपका कल्याण करे
कृपया शी को ही पढ़ें..
जवाब देंहटाएंकोई बस इतना ही बतला दे इसमें
श्री टाइप-रोबोट जी ने शी को लपक लिया
गलत अर्थ न हो, अतः शी को ही मान कर
कृपया शी को ही ही पढ़ें.. ही ही ही ही
मै ईश्वर पर विश्वास करता हू आन्ख मूंद कर .और हर सुख और दुख को जीवन का हिस्सा मानता हू और उसकी मर्जी . यही मेरी खुशी का राज है . गैर व्यक्ति की सफ़लता मुझे विचलित नही करती हा उससे प्रेरणा जरुर लेता हू . लेकिन आलस्य के कारण उस पर अमल नही कर पाता
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा सोच और चिंतन भी।
जवाब देंहटाएंदृष्टिहीन लोगों की सिक्स्थ सेन्स बहुत काम करती है।
सारगर्भित पोस्ट
जवाब देंहटाएंआज के दिन बहुत अच्छी ब्लॉग पोस्ट्स आई हैं
लेकिन बहुत से लोग उन्हें देखना नहीं चाह्ते
फिर चाहे वह शी हो या ही
मुस्कुराईए कि आप ब्लॉगवुड में हैं
बी एस पाबला
यह पोस्ट अधिक अच्छी लगी.
जवाब देंहटाएंसच में ये दुनिया बड़ी ही सुन्दर है ...
जवाब देंहटाएंसारगर्भित पोस्ट
ये ही तो 'अन्दाज-ए-बयाँ' का कमाल है!
जवाब देंहटाएंसार्थक सन्देश देता पोस्ट!
बहुत सशक्त और सारगर्भित.
जवाब देंहटाएंरामराम.
चलिये आपके अनुवाद का अनुसरण करने निकल पड़ते हैं।आज क्लब मे भारतीय हाकी टीम(महिला)का स्वागत करना है,आज तो मुस्कुराना ही मुस्कुराना है,मगर खुशदीप भाई सच मे मुस्कुराना अब कठीन होता जा रहा है।ये बात सही है ईश्वर की अपार कृपा है जो हमे हर समय हंसते-खिलाखिलाते रहने का मौका मिला है।
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया भागमभाग की दुनिया मे इससे बड़ा चिंतन भला और क्या हो सकता है?
बहुत प्रेरक चिन्तन है पोस्ट और स्लॉग का!
जवाब देंहटाएं:):):):):):):):):):):):):)---- आजकल दार्श्निक होते जा रहे हो बहुत अच्छी प्रेरणा प्रद प्रस्तुती और सीख देता स्लागओवर बधाई और शुभकामनायें। गुरू जी ने अपने शिश्य से कहा कि मैने तुम्हें सुबह एक सीख दी थी कि कैसे खुश रहा जा सकता है। क्या तुम आज खुश रहे तो शिश्य ने कहा गुरूअजी सुनी तो थी मगर उसके बाद सारा दिन व्यस्त रहा और शाम होते होते आपकी सीख भूल गया।
जवाब देंहटाएंये हाल हमारा है बस कुछ समय बाद सब कुछ भूल जाते हैं। --- मगर मै याद रखूँगी। आशीर्वाद्
सुन्दर दिखना है?
जवाब देंहटाएंचहरे पर मुस्कान सजाएं.
इस प्रेरणादायक और सुन्दर पोस्ट के लिये धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत आयी है जी
प्रणाम
bahut hi umda prastuti ........umda soch.
जवाब देंहटाएंbahut achchhi baat batayi hai...khoobsurat bhav..:):):)
जवाब देंहटाएंखुशदीप भाई...मेरी मनपसंद पंक्तियाँ भी है (अनुवाद नहीं कर रही ..वो essence चला जाता है "Smile it improves ur face value" या If you see someone without a smile; give him one of yours.”
जवाब देंहटाएंमन को भा गयी ये पोस्ट
बहुत सुंदर ओर प्रेरणादायक लेख ओर चिंतन आज तो दोनो ही दिल मै बसा लिये. आप का धन्यवाद
जवाब देंहटाएंआपकी ये पोस्ट, डा. दराल साहब का ब्लाग पढ़ने के बाद देखने आया हूं:) सुंदर लिखा है आपने. मैं किसी के भी पैदा होने को, मरने के लिए ही पैदा होना मानता आया हूं (ताकि जब मरना तय है ही तो क्यों न जी भर के जिया जाए).
जवाब देंहटाएंSweetest Songs saying the Saddest Thoughts भी सही है, किंतु यह भी तो ज़रूरी नहीं कि ताउम्र ही रोते-पीटते जिया जाए. एकदम सहमत हूं कि गिलास आधा भरा है. सकारात्मक सोच ही जीवन का पर्याय है. निराशावादिओं की ख़बर प्रभु ले :) (हो सके तो डंडे से)
:) :) :)
जवाब देंहटाएंसही देखा जाये तो हमारे देश में हँसने और मुस्कराने की क्षमता और सुविधा सभीके पास नहीं है । सभी के लिये हर दिन खूबसूरत नहीं है । सभी की जेब में इतने पैसे नहीं है कि वे किसी ज़रूरत्मन्द के कतोरे में डाल सकें । और सभी के पास ऐसी दृष्टि भी नहीं है ।
जवाब देंहटाएंफिर भी हमें इस दुनिया में खुश रहना है और खुश रहने के लिये आवश्यक स्थितियों को पैदा करना है ।
खुशदीप का नाम भी उनके माता -पिता ने इसीलिये खुशदीप रखा है ।
जिनकी आँखे है फिर भी नही देखते उनकी बोर्ड पर क्या लिखा जाना चाहिये.
जवाब देंहटाएंखुशदीप भाई जिंदगी को हर बार नए सिरे से समझता हूं आपकी पोस्टें पढने के बाद .....और तभी तो आपको पढता रहता हूं ....बस आज इतना ही
जवाब देंहटाएंअजय कुमार झा
बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंreally u made me feel that the way of using words always makes a difference..........
जवाब देंहटाएंcheck ma blog for poems--- www.drkumargrd.blogspot.com