पाबलाजी और मैं 'अमिताभ' हो गए...
(ये व्यंग्य मैं दोबारा पोस्ट कर रहा हूं...क्योंकि ब्लॉगवाणी के ब्लैक आउट के दौरान स्वाभाविक है, हर किसी का ध्यान ब्लॉगव…
मंगलवार, सितंबर 29, 2009(ये व्यंग्य मैं दोबारा पोस्ट कर रहा हूं...क्योंकि ब्लॉगवाणी के ब्लैक आउट के दौरान स्वाभाविक है, हर किसी का ध्यान ब्लॉगव…
ब्लॉगवाणी के विराम लेने से पहले आपने गौर किया होगा कि ब्लॉगवाणी के साइड लिंक्स में ये सूचनाएं चलती रहती थीं कि ब्लॉगवाण…
मैंने 12 बजे रात को बम फोड़ने का वादा कर रखा था...लेकिन ब्लॉगवाणी वालों ने पहले ही बम फोड़ दिया...मेरा बम तो सुतली बम ह…
अभी जख्म ताजा हैं...जब पास्ट हो जाएंगे...खुश पोस्ट तब ही लिखी जाएगी...तब ही भरपूर हिम्मत आएगी... ये टिप्पणी अविनाश …
जिंद मेरिए मिट्टी दी ए ढेरिए, इक दिन चलणा...( जीवन माटी की एक ढेरी है, एक दिन चलना है)....ये शबद मेरे कानों में गूंज रह…
राजनीति के आदिगुरु चाणक्य ने करीब दो हजार साल पहले अपने शिष्य चंद्रगुप्त को राजनीति का पहला पाठ पढाया था तो खीर भरी थाल…
देवा रे देवा...यहां भी राजनीति...ब्लॉगिंग के शैशव-काल में ही कदम-कदम पर उखाड़-पछाड़ की शतरंज...मोहरे चलाने वाले परदे के…
रहिओअइउउउउफऱऱखथछठठ ऩ जिसे खोजने के लिए इंसान न जाने कब से मरा जा रहा था...जिसे अमेरिका जैसी स्पेस सुपरपॉवर सारे घोड़े (…
आओ...आओ...देखो निशांत ने मेरा नाम चोरी कर लिया...ऊं...ऊं..ऊं..ऊं...मैं नहीं बस...मैं नहीं...मैं नहीं मानता...पहले सारे …
पहली बात तो मैं ये साफ़ कर दूं कि ये पोस्ट मुझे कल ही लिखनी थी लेकिन कल किसी समारोह में जाने की वजह से ये मेरे लिए संभव…
आज किसी निजी काम में अति व्यस्त रहने की वजह से बहुत थका हुआ हूं..इसलिए पोस्ट से ब्रेक...इतने दिन बाद ब्रेक तो बनता है न…
इस पोस्ट को मैं क्या नाम दूं...पोस्ट का नाम धांसू है तो आधी फतेह तो वहीं हो गई...अब बड़े-बड़े माल्स वाले हिले हुए थोड़े…
ब्लॉग पर पहली पोस्ट को डाले मुझे आज पूरा एक महीना हो गया है...मेरा जिस शहर में जन्म हुआ, वहीं से 1857 में आज़ादी की लड़…
मुझे तुमसे कुछ भी न चाहिए, मुझे आइकन बनने से रोक लो... स्व. मुकेश जी के गीत की तर्ज पर ये पंक्तियां किसने मुझे भेजी है…
त्वरित रिपोर्ट पर त्वरित ही प्रतिक्रियाओं के लिए सभी का दिल से आभार... दिनेशराय द्विवेदी सर की पारखी आंखों ने बड़ी सही…
फरीदाबाद में ब्लॉगर्स मीट से लौट कर सबसे पहला काम पोस्ट पर टिप्पणियां देखने का किया...सोचा था आते ही सबसे पहले आपको ब्ल…
चलो इस बात की तसल्ली है कि भारतीय क्रिकेट टीम ने बड़ी उपलब्धि हासिल की, वो भी उस दिन जिस दिन भारतीय क्रिकेट की महान विभ…
ब्लॉगिंग हमें ड्राइव कर रही हैं या हम ब्लॉगिंग को ड्राइव कर रहे हैं...ब्ल़ॉगिंग ही क्यों, क्या कभी हमने सोचा है इंटरनेट…
सवाल अजीब है न...ये कोई बात हुई भारतीय हैं या इंडियन ...अरे भई, चाहे भारत कहो या इंडिया ...है तो एक ही देश न..फिर इस स…
जी हां जब तक दम में दम है, चिठ्ठे ठेलना जारी रहे... ये कामना हर ब्लॉगर साथी के लिए है...वैसे ब्लॉगर कभी रिटायर होने की…
शुक्र है ब्लागर्स कभी रिटायर नहीं होते... पहले सोच रहा था कि आज पोस्ट इसी विषय पर लिखूंगा...लेकिन फिर अपनी पिछली पोस्ट …
आपको पता ही क्या है...लेकिन हमें तो पता है...बस अब अपने राम को पता कराना है... हर आदमी के भीतर एक राम होता है, और एक रा…
"शर्मिंदा हूँ कि कुछ जुमलों का प्रयोग चंद बरस पहले मैंने भी किया था... पर अब ऐसा नहीं है... वो ज़मीन भी है... आसमा…