ब्लॉगरों से अख़बारों की चोट्टागिरी...खुशदीप
छपास का रोग बड़ा बुरा, बड़ा बुरा, माका नाका गा भाई माका नाका, ऐसा मेरे को मेरी मां ने कहा, माका नाका नाका भाई माका…
बुधवार, अप्रैल 13, 2011छपास का रोग बड़ा बुरा, बड़ा बुरा, माका नाका गा भाई माका नाका, ऐसा मेरे को मेरी मां ने कहा, माका नाका नाका भाई माका…
डेली ब्लॉग टाइम्स ने जान पर खेल कर बिलीचीक्स से हिंदी ब्लॉगरों के सीक्रेट हासिल किए हैं...ब्लॉग केबल नंबर 420-420 के…
ऐसा ब्लॉगर कौन हो सकता है...छह महीने-साल में एक पोस्ट लिखे...और पूरा साल चर्चा का विषय बना रहे...यहां तो हमेशा डर लगा र…
(डिस्क्लेमर- ये पोस्ट पूरी तरह काल्पनिक है, इसमें असल ज़िंदगी में किसी व्यक्ति को ढूंढने की कोशिश न करें) अरे सुरेश..…
पहले इन तारीखों पर गौर करिए... 1.1.11, 11.1.11, 1.11.11, 11.11.11, ये सब तारीखें इसी साल आनी है... अब आप…
आज एक शादी से आ रहा हूं...इसलिए बस माइक्रोपोस्ट से ही काम चलाइए...ये पोस्ट वही कहावत वाली है-देखन में छोटन लगे, मगर घाव…
आप कड़क हैं...आप विनम्र हैं...आप कड़क और विनम्र दोनों हैं...ठीक वैसे ही जैसे आप बैट्समैन-बॉलर हैं या बॉलर-बैट्समैन हैं…
आज महेंद्र मिश्र जी ने समय चक्र में एक पोस्ट डाली- आख़िर जा टंकी का है भला ? .... महेंद्र जी ने बड़े दिलचस्प और रोचक ढ…