समीर जी क्यों मेरे गुरुदेव हैं...खुशदीप
चाटुकारिता, प्रशंसा या दिल से किया गया सम्मान...ये सब हैं तो एक जैसे ही लेकिन इनमें फ़र्क ज़मीन-आसमान का है...फिर महीन …
शनिवार, अक्टूबर 09, 2010चाटुकारिता, प्रशंसा या दिल से किया गया सम्मान...ये सब हैं तो एक जैसे ही लेकिन इनमें फ़र्क ज़मीन-आसमान का है...फिर महीन …
ऑफिस में दो युवतियां बात कर रही थीं- पहली- कल मेरी शाम शानदार गुज़री...तुम अपनी बताओ... दूसरी- महाबकवास, मेरे पति…
आज जोकर के पिटारे में बहुत कुछ है... थोड़ा विचार...थोड़ी खबर...थोड़ा गाना-बजाना, थोड़ा हंसना-हंसाना ...यानि चांद पर मक्…
जैसे हो, तमाम उम्र वैसे ही बने रहना...बदलना नहीं... ये मेरे गुरुदेव समीर लाल समीर जी ने मुझसे एक बार कहा था...मैं चाहू…
बेवक्त ये गाना मैं आपको सुना रहा हूं...ब्लॉगिंग के 14 महीने में आज एक ऐसी घटना मेरे साथ हुई जो पहले कभी नहीं हुई...इसलि…
साइकोलॉजी की क्लास चल रही थी...विदेश से आए प्रोफेसर छात्रों को ऑफ द बीट पढ़ाने में यकीन रखते थे... प्रोफेसर ने एक बार…
प्रोफेसर टी जे जोसेफ पूरी तरह हताश हैं...जोसेफ ने खुद को इतना टूटा हुआ तब भी नहीं पाया था जब इस्लामी कट्टरपंथियों ने उ…
पोस्ट का शीर्षक पढ़ कर आपको झटका ज़रूर लगा होगा...इससे पहले कि आप को चक्कर आने लगें और इस पोस्ट को यही इसके हाल पर छो़ड…
नई नई शादी होने पर पति ने कार के पिछले शीशे पर लिखवाया- "NEWLY MARRIED, DO NOT DISTURB" कुछ साल बाद उसी …
...न जाने क्यों मुझे ऐसा लगता है कि बहुत कुछ अच्छा होने वाला है...हिंदुओं को वो मिल जाएगा जो वो चाहते हैं...मुसलमानों क…