ज़िंदगी है क्या...खुशदीप
उम्र के साथ ज़िंदगी के मायने भी बदलते हैं...बचपन में सबसे प्यारे खिलौने में ज़िंदगी हो सकती है...थोड़ा बड़ा होने पर …
शनिवार, मार्च 23, 2013उम्र के साथ ज़िंदगी के मायने भी बदलते हैं...बचपन में सबसे प्यारे खिलौने में ज़िंदगी हो सकती है...थोड़ा बड़ा होने पर …
एक मल्टीनेशन कंपनी का सीईओ अपनी नई जगुआर कार पर साइडलेन से गुज़र रहा था...वो पार्क की गई कारों के बीच से निकलते-दौड…
हमेशा आगे की चाल चलते रहने से कोई शतरंज की बाज़ी नहीं जीत सकता...कभी सही चाल के लिए आपको कदम पीछे की ओर भी खींचने पड़…
एक बेटी ने एक संत से आग्रह किया कि वो घर आकर उसके बीमार पिता से मिलें, प्रार्थना करें...बेटी ने ये भी बताया कि उसके बुज…
वो यारों की महफ़िल, वो मुस्कुराते पल, दिल से जुदा है, अपना बीता हुआ कल, कभी ज़िंदगी गुज़रती थी, हंसने-हं…
एक आदमी की प्रार्थना से ईश्वर प्रसन्न हो गए... बोले... वत्स अपनी कोई इच्छा हो तो बता ... आदमी बोला... भगवन् मेरी इच्छ…
कयामत के बाद धरती पर कोई शादीशुदा व्यक्ति जीवित नहीं बचा...सब स्वर्ग में जाने की इच्छा लिए इंतज़ार करने लगे...तभी ईश्वर…
ईश्वर आपके लिए क्या करे ?...यही था वो टॉपिक जिस पर बुज़ुर्गो के कल्याण के लिए काम करने वाले एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ…
पोस्ट ऑफिस में एक सीनियर क्लर्क उस डेस्क का काम देखा करते थे जहां अधूरे या अस्पष्ट पतों वाली डाक की छंटाई होती थी... …
इंसान महंगाई से त्राहि माम-त्राहि माम कर रहा है...लेकिन भगवान की कमाई लगातार बढ़ती जा रही है...सुख-संपत्ति के धाम लगाता…