Watch: उमरान मलिक को किसकी लगी नज़र?

 


स्पीड के सुल्तान उमरान मलिक के साथ कहां हो रही गड़बड़, पिछले तीन मैच में बिना विकेट लिए 10 ओवर में 125 रन लुटाए, पॉवर प्ले या डेथ ओवर्स की तुलना में  मिडिल ओवर्स में ही क़ारगर 


नई दिल्ली (11 मई)।

उमरान मलिक क्या ओवर हाइप के शिकार हो रहे हैं? आईपीएल में 27 अप्रैल को गुजरात टाइटन्स के ख़िलाफ़ मैच में आईपीएल सीज़न 2022 की बेस्ट बोलिंग करते हुए उमरान ने 4 ओवर में 25 रन देकर 5 विकेट चटकाए थे, हक़ीक़त ये है कि गुजरात टाइटन्स के उस मैच में 5 विकेट ही गिरे थे और पांचों उमरान ने ही नहीं लिए थे. ऐसा आईपीएल के 14 साल के इतिहास में कभी नहीं  हुआ कि विरोधी टीम के पहले पांचों बैट्समैन को किसी एक ही बोलर ने आउट किया हो. लेकिन उस मैच के बाद से जैसे उमरान को कोई नज़र लग गई. उमरान 27 अप्रैल के बाद से तीन मैच खेल चुके हैं और इनमें उन्होंने 10 ओवर देकर 125 रन दिए और एक भी विकेट नहीं लिया.

उमरान आईपीएल सीज़न 2022 में 8 मई को रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ़ मैच तक 11 मैच खेल चुके हैं. इन 11 मैच में उमरान ने 40 ओवर डाले हैं और 364 रन देकर 15 विकेट लिए हैं. यानि उनका औसत 24.26 रन यानि हर एक विकेट लेने के लिए उन्होंने इतने रन दिए हैं. अगर इकॉनमी रेट की बात की जाए तो वो भी उमरान का 9.1 रन का है. हर ओवर में 9 से ज़्यादा रन देना किसी भी लिहाज़ से किफायती नहीं किया जा सकता?

8 मई को रॉयल चैलेंजर्स बंगलौर के खिलाफ मैच में कप्तान केन विलियमसन ने उमरान को सिर्फ दो ही ओवर दिए. पहले ओवर में उमरान ने 20 रन और दूसरे में 5 रन दिए. फिर उन्हें तीसरा ओवर नहीं दिया गया

उमरान के पास बेशक रफ़्तार सबसे बड़ा हथियार है और इसका सबूत वो 157 किलोमीटर प्रति घंटा की इस आईपीएल की सबसे तेज़ गेंद डाल कर दे भी चुके हैं. लेकिन कड़े कॉम्पिटिशन वाले मैचों में विरोधी टीम के बैट्समैन भी पेस बोलिंग की काफ़ी प्रैक्टिस करके ही मैच में उतरते हैं. ऐसे में बोलर की स्पीड बहुत तेज़ हो तो बैट्समैन को सिर्फ बैट ही गेंद से छुआना होता है और वो खुद ब खुद बाउंड्री पार कर जाती है.

ऐसे में देशनामा इस स्टोरी में जानने की कोशिश कर रहा है कि पिछले तीन मैच में उमरान को लेकर कहां गड़बड़ी हो रही है? क्या उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान केन विलियमसन की ओर से ठीक तरह से हैंडल किया जा रहा है? उमरान नए हैं, जोशीले हैं लेकिन अनुभव की कमी है. उमरान के इस सीज़न में खेले गए मैचों की बात की जाए तो उन्होंने मिडिल ओवर्स में बोलिंग करते अच्छा प्रदर्शन किया. वहीं पावर प्ले और डेथ ओवर्स में वो खर्चीले साबित होते हैं. ऐसे वक्त में बैट्समैन का एक ही मकसद होता है कि फील्ड रेस्ट्रिक्शन्स का ज़्यादा से ज़्यादा फायदा उठाया जाए और बड़े हिट्स लगाए जाएं.

इस आईपीएल में उमरान ने अब तक अपने 40 ओवर्स में से 35 ओवर मिडिल ओवर्स  वाले हिस्से में किए और 15 में से 12 विकेट इसी दौरान लिए. गुजरात टाइटन्स के खिलाफ 27 अप्रैल के मैच में उमरान ने 7वां, 9वां, 11वां और 13वां ओवर किया था और हर ओवर में विकेट लिया था. एक ओवर में दो विकेट भी लिए. 

लेकिन जहां उमरान ने 40 में से अपने 5 ओवर पॉवर प्ले या डेथ ओवर्स में किए, वहां उन्होंने खूब रन लुटाए. अब आपको बताते हैं कि पावर प्ले में बैट्समैन बड़े हिट्स लगाने के लिए क्यों ललचाते हैं. दरअसल आईपीएल टी 20 मैचों में पहले 6 ओवर पावर प्ले के होते हैं. इसमें 30 गज़ के दायरे के बाहर सिर्फ़ दो फील्डर्स को ही इजाज़त होती है. यानि बोलर और विकेट कीपर के अलावा 7 और फील्डर्स 30 गज़ के दायरे के अंदर ही रहते हैं. 

उमरान को इंटरनेशनल क्लास का बोलर बनना है तो पॉवर प्ले और डेथ ओवर्स में भी विकेट चटकाने के साथ किफायती बोलिंग पर भी खासा ध्यान देना होगा. इस मामले में सनराइजर्स हैदराबाद के फास्ट बोलिंग कोच डेल स्टेन के टिप्स उमरान के लिए बहुत कारगर साबित हो सकते हैं. जहां तक इस आईपीएल सीज़न का सवाल है तो सनराइज़र्स हैदराबाद के कप्तान केन विलियमसन के लिए उमरान का इस्तेमाल मिडिल ओवर्स में करना ही बेहतर रहेगा. अब उमरान की टीम सनराइजर्स हैदराबाद के तीन मैच ही बाकी है, प्ले ऑफ स्टेज में पहुंचने के लिए ये तीनों मैच ही टीम के लिए बहुत अहम है. साथ ही इन तीनों मैचों में उमरान का प्रदर्शन ये भी तय करेगा कि उनका टीम इंडिया में शामिल होना अभी कितना पास या कितना दूर है.

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