जिस ब्रिटेन ने सदियों रखा भारत को गुलाम, अब वहां के पीएम हो सकते हैं भारतीय मूल के ऋषि सुनक, इंफोसिस फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद हैं सुनक, ब्रिटेन के PM बोरिस जॉनसन पर इस्तीफ़े के लिए भारी दबाव, पहली कोरोना लहर में ड्रिंक्स पार्टी का मुद्दा
नई दिल्ली (15 जनवरी)।
जिस ब्रितानिया की हुकूमत में कभी सूरज नहीं
डूबने का दावा किया जाता था, जिसने सदियों तक भारत को गुलाम बना कर रखा, क्या अब
उसी हुकूमत का प्रधानमंत्री क्या भारतीय मूल का एक शख्स बनेगा. आसार कुछ ऐसे ही
बनते दिख रहे हैं. ये शख्स हैं 41 साल के ऋषि सुनक जो इस वक्त ब्रिटेन के वित्त
मंत्री हैं. वो भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के
दामाद भी हैं.
दरअसल ब्रिटेन की सियासत में भूचाल आया हुआ
है. वजह है मई 2020 में कोरोना की पहली लहर के दौरान 10 डाउनिंग स्ट्रीट में
ड्रिंक्स पार्टी के आयोजन का खुलासा होना. बता दें कि 10 डाउनिंग स्ट्रीट ब्रिटेन
के प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास और दफ्तर है. इस पार्टी में कोरोना गाइडलांइस के
उल्लंघन को लेकर ब्रिटेनके प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर भारी दबाव है. सट्टा
बाज़ार की मानें तो अगर जॉनसन इस्तीफा देते हैं तो ऋषि सुनक प्रधानमंत्री बनने की
दौड़ में सबसे आगे हैं. ब्रिटेन में प्रधानमंत्री के बाद वित्त मंत्री को दूसरा
सबसे अहम शख्स माना जाता है.
जॉनसन को विपक्षी पार्टियों के भारी विरोध
के साथ अपनी पार्टी के सहयोगियों से भी पर्याप्त समर्थन नहीं मिल रहा है. विपक्षी
पार्टियों में लेबर पार्टी, लिबरल डेमोक्रेट्स और स्कॉटिश नेशनल
पार्टी ने जॉनसन के इस्तीफे की मांग की है.
सट्टा कंपनी बेटफेयर के सैम रॉसबॉटम के
मुताबिक जॉनसन अगर 10 डाउनिंग स्ट्रीट को छोड़ते हैं तो ऐसी स्थिति में सुनक 15/8 के भाव के साथ सट्टा बाजार में पहले नंबर पर चल
रहे हैं. विदेश मंत्री लिज़ ट्रूस 11/4 के साथ दूसरे और कैबिनेट मंत्री माइकल
गोव 6/1 की बेट के साथ तीसरे नंबर पर हैं.
हाउस ऑफ कॉमन्स चैंबर में बुधवार को लॉकडाउन गाइडलाइंस के उल्लंघन पर
जॉनसन की ओर से माफी मांगी गई तो सुनक वहां मौजूद नहीं थे. फरवरी 2020 से वित्त
मंत्री 41 साल के सुनक ने ट्वीट में अपनी गैर मौजूदगी की वजह बताई कि वो प्लान
फॉर जॉब्स पर काम करने और ऊर्जा की स्थिति पर सांसदों से बैठक में बिजी थे.
हालांकि सुनक की गैर मौजूदगी को जानकार उनकी जॉनसन से दूरी दिखाने की कोशिश के तौर
पर देख रहे हैं.
I’ve been on a visit all day today continuing work on our #PlanForJobs as well as meeting MPs to discuss the energy situation.
— Rishi Sunak (@RishiSunak) January 12, 2022
The PM was right to apologise and I support his request for patience while Sue Gray carries out her enquiry.
सुनक ने कहा कि प्रधानमंत्री के पास माफी मांगने का अधिकार है और मैं
सुई ग्रे की ओर से जांच पूरी होने तक धैर्य के उनके आग्रह को समर्थन देता हूं. सुनक
के इस बयान की टाइमिंग और कंटेंट को जॉनसन के लिए खतरे की घंटी माना जा रहा है.
बता दें कि सीनियर सिविल सर्वेंट सुई ग्रे डाउनिंग स्ट्रीट समेत सारे
सरकारी क्वाटर्स की ओर से लॉकडाउन उल्लंघनों की की जांच कर रही हैं. जॉनसन का
भविष्य इसी जांच पर टिकी हैं कि वो आगे प्रधानमंत्री रह पाते हैं या नहीं.
इससे पहले जॉनसन ने इस मामले में खेद जताते हुए पहली बार माना कि वह
दावत में शामिल हुए थे। जॉनसन ने कहा कि उन्हें लगता था कि यह आयोजन उनके कामकाज
से संबंधित आयोजनों के दायरे में रहेगा। जॉनसन ने संसद के निचले सदन हाउस ऑफ
कॉमन्स में अपने बयान में कहा, 'मैं माफी मांगना चाहता हूं, मुझे
पता है कि इस देश में लाखों लोगों ने पिछले 18 महीने में
असाधारण कुर्बानियां दी हैं. मुझे पता है कि वे मुझे और मेरी अगुआई वाली सरकार को
लेकर क्या महसूस करते हैं। जब वे सोचते हैं कि नियम बनाने वाले लोग ही डाउनिंग
स्ट्रीट में नियमों का सही तरीके से पालन नहीं कर रहे हैं। मैं मौजूदा जांच के
परिणामों को लेकर पूर्वानुमान नहीं व्यक्त कर सकता, लेकिन मुझे यह
अच्छी तरह समझ में आया है कि हमने कुछ चीजों को सही से नहीं लिया और मुझे
जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
पीएम बोरिस जॉनसन के मुख्य निजी सचिव मार्टिन रेनॉल्ड्स ने 2020
में कई लोगों को डाउनिंग स्ट्रीट में आयोजित पार्टी के लिए कथित तौर पर मेल भेजकर
न्योता दिया गया था। उस वक्त देश में कोविड-19 को फैलने से
रोकने के लिए सार्वजनिक समारोहों पर रोक लगी हुई थी।
जॉनसन ने 13 जनवरी को वैक्सीनेशन सेंटर का दौरा करना था लेकिन उन्होंने परिवार
के एक सदस्य के कोरोना
पॉजिटिव होने की वजह से इसे रद्द कर दिया.
जॉनसन
के पीएम पद से हटने की स्थिति में जिन ऋषि सुनक को दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा
है वो ऋषि सुनक 2015 से यॉर्कशर के रिचमंड से कंज़र्वेटिव सांसद हैं. वो नॉर्दलर्टन शहर
के बाहर कर्बी सिग्स्टन में रहते हैं. उनके पिता एक डॉक्टर थे और मां फ़ार्मासिस्ट
थीं. भारतीय मूल के उनके परिजन पूर्वी अफ़्रीका से ब्रिटेन आए थे.
1980 में सुनक का जन्म हैंपशर के साउथैम्टन में हुआ था और उनकी पढ़ाई
ख़ास प्राइवेट स्कूल विंचेस्टर कॉलेज में हुई.
इसके बाद वो ऑक्सफ़ोर्ड पढ़ाई के लिए गए जहां उन्होंने दर्शन,
राजनीति
और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की. उन्होंने स्टैनफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में एमबीए की
पढ़ाई भी की. राजनीति
मे दाख़िल होने से पहले उन्होंने इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स में काम किया
और एक निवेश फ़र्म को भी स्थापित किया.
उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति भारतीय सॉफ़्टवेयर कंपनी इन्फ़ोसिस के
कॉ-फ़ाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी हैं. ऋषि और अक्षता की दो बेटियां कृष्णा और
अनुष्का हैं. ऋषि सुनक की वेबसाइट के अनुसार, उनको फ़िट रहने
के अलावा क्रिकेट, फ़ुटबॉल और फ़िल्में देखने का शौक़ है. सुनक ब्रिटेन में वित्त
मंत्री तक पहुंचने वाले भारतीय मूल के पहले सांसद हैं. अगर भविष्य में वो
प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचते हैं तो नया इतिहास रचेंगे.
सपने देखने में न तो कोई नुकसान है न सपने देखने पर कोई टैक्स है.
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