फ्लाइट के ज़रिए पहली बार 29 जनवरी को भारत पहुंचेंगे पाकिस्तानी जायरीन, अभी तक ट्रेन या सड़क मार्ग से ही थी इस तरह के धार्मिक पर्यटन की सुविधा, एयर इंडिया और पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) के बीच हुआ है समझौता
नई दिल्ली (27 जनवरी)।
2022 में भारत और पाकिस्तान को लेकर 75 साल का इतिहास बदलने जा रहा है ! हालांकि ये इतिहास सिर्फ भारत की ही ओर से नहीं बल्कि पाकिस्तान की ओर से भी एक समझौते के तहत बदलने वाला है. दरअसल जनवरी की शुरुआत में भारत से भारतीय तीर्थयात्री हवाई मार्ग के रास्ते पाकिस्तान पहुंचे थे जिसके बाद अब पाकिस्तानी पर्यटक भी 75 साल में पहली बार पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की स्पेशल फ्लाइट से 29 जनवरी को भारत के लिए उड़ान भरेंगे. अभी तक की बात करेंगे तो तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को पैदल या समझौता एक्सप्रेस के जरिए भारत से पाकिस्तान या पाकिस्तान से भारत जाने की सुविधा थी, लेकिन इस साल कुछ अलग होगा. पाकिस्तान नेशनल असेंबली के मेंबर और पाकिस्तान हिंदू परिषद के अध्यक्ष रमेश कुमार के मुताबिक दोनों पड़ोसी देशों के बीच धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पीआईए और एयर इंडिया के बीच एक समझौता हुआ था जिसके तहत पाकिस्तानी पर्यटक भारत की यात्रा पर आएंगे.
समझौते के मुताबिक, दोनों एयरलाइंस इस मामले में विशेष उड़ानें संचालित करेंगी. पाकिस्तानी पर्यटकों का एक समूह 29 जनवरी को लाहौर हवाईअड्डे से रवाना होगा और 1 फरवरी को वापस पाकिस्तान लौटेगा. तीन दिनों की इस यात्रा के दौरान, पाकिस्तानी पर्यटकों का यह समूह अजमेर शरीफ, जयपुर, आगरा, मथुरा, अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह और दिल्ली में हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह की यात्रा करेगा.
डॉ रमेश का कहना है कि यात्रा पर हर तीर्थयात्री को 1,500 डॉलर (1 लाख रुपए से ज्यादा) खर्च करने होंगे. अगर आगरा और दिल्ली में रहने के दौरान वो अलग कमरा चाहते हैं तो इसके लिए उन्हें अलग से 200 डॉलर, यानी करीब 15 हजार रुपए, का भुगतान करना होना. भारत और पाकिस्तान के बीच 1974 में हुए एक समझौते के मुताबिक तीर्थयात्री दोनों देशों के धार्मिक स्थलों की यात्रा कर सकते हैं. वक्फ संपत्ति बोर्ड और धार्मिक मामलों के मंत्रालय तीर्थयात्रियों के आने और जाने की व्यवस्था करते हैं.
भारत और पाकिस्तान के बीच अभी भी परिवहन के लिए हवाई सुविधा उपलब्ध नहीं है. भारत की ओर समझौता एक्सप्रेस ट्रेन दिल्ली से अटारी तक और पाकिस्तान की ओर लाहौर से वाघा तक चलती है. साल 1974 के धार्मिक स्थलों की यात्रा पर भारत-पाकिस्तान प्रोटोकॉल तंत्र के तहत, भारत से बड़ी तादाद में सिख तीर्थयात्री पाकिस्तान में धार्मिक स्थलों की यात्रा करते हैं. इसी तरह, पाकिस्तानी नागरिक भी भारत में धार्मिक स्थलों पर घूमने के लिए आते हैं। पर इस बार पाकिस्तानी पर्यटक एयरलाइंस के रास्ते भारत आने वाले हैं.