विराट कोहली और BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली के सुर क्यों अलग-अलग? रोहित शर्मा से रिश्ते पर विराट ने क्यों दी सफ़ाई? वनडे फॉर्मेट की कप्तानी से जिस तरह हटाया उस पर विराट ने जताया मलाल, कहा- टी20 की कप्तानी से हटने के फैसले पर किसी ने उनसे दोबारा सोचने को नहीं कहा
नई दिल्ली (17 दिसंबर)।
आखिर भारतीय क्रिकेट
में चल रहा है. पिछले कुछ अर्से से ऐसा देखने को मिल रहा है जिस फॉर्मेट में विराट
कोहली कप्तानी कर रहे होते हैं, उससे रोहित शर्मा हट जाते हैं, और जिस मैच में
रोहित शर्मा पर कप्तानी का भार होता है, विराट कोहली उसमें खेलते नज़र नहीं आते. टीम
इंडिया के साउथ अफ्रीका दौरे से ठीक पहले रोहित शर्मा को ट्रेनिंग सैशन के दौरान
बाईं हैमस्ट्रिंग में चोट आई और उनकी जगह साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट मैच की
सीरीज के लिए गुजरात के ओपनर प्रियांक पांचाल को टीम में शामिल कर लिया गया. साउथ
अफ्रीका में ही टेस्ट सीरीज के बाद टीम इंडिया को वनडे सीरीज भी खेलनी है. वनडे और
टी-20 फॉर्मेट के कप्तान रोहित शर्मा हैं. मीडिया में ऐसी ख़बरें सामने आने लगीं
कि विराट कोहली टेस्ट सीरीज के बाद घरवालों के साथ वक्त बिताने के लिए ब्रेक चाहते
हैं और साउथ अफ्रीका में वनडे सीरीज से खुद को अलग रखना चाहते हैं. ऐसे में
क्रिकेट फैंस के मन में ये सवाल उठना लाज़मी था कि क्या विराट और रोहित में इतनी
खटपट है कि एक दूसरे के साथ खेलना भी नहीं चाहते. लेकिन विराट ने बुधवार को मीडिया
कॉन्फ्रेंस में साफ किया कि वो रोहित के साथ कथित खराब रिश्तों की अटकलों पर सफ़ाई
देते देते थक चुके हैं और उन दोनों के बीच तनाव जैसी कोई बात नहीं है और वो साउथ
अफ्रीका में होने वाली वनडे सीरीज़ में रोहित शर्मा की कप्तानी में खेलने के लिए
उपलब्ध रहेंगे. विराट ने ये भी कहा कि वो एक सैनिक की तरह रोहित शर्मा की कप्तानी
में अपना बेस्ट देने की कोशिश करेंगे. साउथ
अफ्रीका के टूर पर भारत को 26 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच तीन टेस्ट और फिर 19 से
23 जनवरी के बीच तीन वनडे मैच खेलने हैं.
विराट ने मीडिया
कॉन्फ्रेंस में इस बात पर ज़रूर मलाल जताया कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने
अचानक एक मीटिंग में उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से हटाने का फैसला सुनाया गया, वो
भी तब जब मीटिंग ख़त्म होने वाली थी. विराट ने ये भी कहा कि वो टेस्ट और वनडे
दोनों फॉर्मेट में कप्तानी करते रहना चाहते थे. जहां तक टी20 के लिए कप्तानी
छोड़ने की बात है तो विराट ने हाल में यूएई में संपन्न आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के
शुरू होने से पहले ही एलान कर दिया था. हालांकि विराट ने 15 दिसंबर को मीडिया
कॉन्फ्रेंस में ये भी साफ किया कि जब उन्होंने टी20 की कप्तानी से हटने का एलान
किया था तो बोर्ड की तरफ से किसी ने उन्हें उस फैसले पर दोबारा सोचने के लिए नहीं
कहा था. हालांकि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की तरफ़ से पहले ऐसा बयान आया था
कि विराट को टी20 फॉर्मेट की कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए कहा गया था लेकिन
उन्होंने इसे नहीं माना था.
विराट के बयानों को
लेकर बीसीसीआई की तरफ से औपचारिक तौर पर कोई बयान सामने नहीं आया है लेकिन बोर्ड
के सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि विराट को सितंबर में टी20 की कप्तानी
नहीं छोड़ने के लिए कहा गया था, और जहां तक वनडे में उन्हें कैप्टनशिप से हटाने का
सवाल है तो इस बात की उन्हें पहले ही फोन पर जानकारी दे दी गई थी.
जो भी हो खटपट की
ख़बरें टीम के दो सीनियर खिलाड़ियों के बीच हों या कप्तान और बोर्ड के बीच, भारतीय
क्रिकेट की सेहत के लिए सही नहीं है.
आखिर भारतीय क्रिकेट में चल रहा है. पिछले कुछ अर्से से ऐसा देखने को मिल रहा है जिस फॉर्मेट में विराट कोहली कप्तानी कर रहे होते हैं, उससे रोहित शर्मा हट जाते हैं, और जिस मैच में रोहित शर्मा पर कप्तानी का भार होता है, विराट कोहली उसमें खेलते नज़र नहीं आते. टीम इंडिया के साउथ अफ्रीका दौरे से ठीक पहले रोहित शर्मा को ट्रेनिंग सैशन के दौरान बाईं हैमस्ट्रिंग में चोट आई और उनकी जगह साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट मैच की सीरीज के लिए गुजरात के ओपनर प्रियांक पांचाल को टीम में शामिल कर लिया गया. साउथ अफ्रीका में ही टेस्ट सीरीज के बाद टीम इंडिया को वनडे सीरीज भी खेलनी है. वनडे और टी-20 फॉर्मेट के कप्तान रोहित शर्मा हैं. मीडिया में ऐसी ख़बरें सामने आने लगीं कि विराट कोहली टेस्ट सीरीज के बाद घरवालों के साथ वक्त बिताने के लिए ब्रेक चाहते हैं और साउथ अफ्रीका में वनडे सीरीज से खुद को अलग रखना चाहते हैं. ऐसे में क्रिकेट फैंस के मन में ये सवाल उठना लाज़मी था कि क्या विराट और रोहित में इतनी खटपट है कि एक दूसरे के साथ खेलना भी नहीं चाहते. लेकिन विराट ने बुधवार को मीडिया कॉन्फ्रेंस में साफ किया कि वो रोहित के साथ कथित खराब रिश्तों की अटकलों पर सफ़ाई देते देते थक चुके हैं और उन दोनों के बीच तनाव जैसी कोई बात नहीं है और वो साउथ अफ्रीका में होने वाली वनडे सीरीज़ में रोहित शर्मा की कप्तानी में खेलने के लिए उपलब्ध रहेंगे. विराट ने ये भी कहा कि वो एक सैनिक की तरह रोहित शर्मा की कप्तानी में अपना बेस्ट देने की कोशिश करेंगे. साउथ अफ्रीका के टूर पर भारत को 26 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच तीन टेस्ट और फिर 19 से 23 जनवरी के बीच तीन वनडे मैच खेलने हैं.
विराट ने मीडिया
कॉन्फ्रेंस में इस बात पर ज़रूर मलाल जताया कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने
अचानक एक मीटिंग में उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से हटाने का फैसला सुनाया गया, वो
भी तब जब मीटिंग ख़त्म होने वाली थी. विराट ने ये भी कहा कि वो टेस्ट और वनडे
दोनों फॉर्मेट में कप्तानी करते रहना चाहते थे. जहां तक टी20 के लिए कप्तानी
छोड़ने की बात है तो विराट ने हाल में यूएई में संपन्न आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के
शुरू होने से पहले ही एलान कर दिया था. हालांकि विराट ने 15 दिसंबर को मीडिया
कॉन्फ्रेंस में ये भी साफ किया कि जब उन्होंने टी20 की कप्तानी से हटने का एलान
किया था तो बोर्ड की तरफ से किसी ने उन्हें उस फैसले पर दोबारा सोचने के लिए नहीं
कहा था. हालांकि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की तरफ़ से पहले ऐसा बयान आया था
कि विराट को टी20 फॉर्मेट की कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए कहा गया था लेकिन
उन्होंने इसे नहीं माना था.
विराट के बयानों को
लेकर बीसीसीआई की तरफ से औपचारिक तौर पर कोई बयान सामने नहीं आया है लेकिन बोर्ड
के सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि विराट को सितंबर में टी20 की कप्तानी
नहीं छोड़ने के लिए कहा गया था, और जहां तक वनडे में उन्हें कैप्टनशिप से हटाने का
सवाल है तो इस बात की उन्हें पहले ही फोन पर जानकारी दे दी गई थी.
जो भी हो खटपट की
ख़बरें टीम के दो सीनियर खिलाड़ियों के बीच हों या कप्तान और बोर्ड के बीच, भारतीय
क्रिकेट की सेहत के लिए सही नहीं है.
ये भी देखें-