Grab from the Vivo Ad- The Joy Of Homecoming |
तस्वीरों का ख़ूबसूरत इमोशनल कनेक्ट, विदेश में बच्चों की आवाज़ सुनने को तरसता पिता, जिस दिन बच्चे घर आएं उसी दिन पिता की दिवाली, तस्वीर के लिए पास आते हैं, कभी कभी तस्वीरें भी पास लाती हैं
नई दिल्ली (1 नवंबर)।
यादों के एक संदूक में छिपा कर मैंने रखी है...
रिश्तों की इस डोरी को जो कस कर थामी है...
हाथों से फिसले ये जैसे रेत है या पानी है...
दिल के इक कोने में संभाले मैंने रखी है...
मुस्कुराते चेहरे पर आंख क्यों नम सी है...
थम गया ये वक्त क्यों खुशियां क्यों कम सी हैं...
क्रिएटिविटी दिखाने के लिए ज़रूरी नहीं कि
आपको दो ढाई घंटे की मूवी ही दिखाई जाए. ये काम चंद मिनट में भी हो सकता है.
स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी वीवी का दीवाली जॉय ऑफ होमकमिंग एड ऐसा ही है. एड की
शुरुआत इस टैग लाइन के साथ होती है- The homecoming- The perfect gift for a father this diwali.
This Diwali, let the #JoyOfHomecoming fill your heart, as you look forward to spend this magical time of the year with your family. Click beautiful pictures, make wonderful memories, and cherish them forever.#HappyDiwali pic.twitter.com/Ieq63pTjDA
— Vivo India (@Vivo_India) October 29, 2021
रिश्तों की जमापूंजी से बढ़ कर कुछ नहीं और अपनों के साथ मिलकर दिन बिताने से बड़ी और कोई सौगात नहीं. कोरोना की बंदिशों ने अपनों की अहमियत का एहसास सभी को कराया है.
तस्वीरों के लिए पास तो सभी आते हैं लेकिन कभी कभी तस्वीरों से भी पास आ जाते हैं.
आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (03-11-2021) को चर्चा मंच "रूप चौदस-एक दीपक जल रहा" (चर्चा अंक-4236) पर भी होगी!
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार करचर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
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दीपावली से जुड़े पंच पर्वों कीहार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'