महिला ने वीडियो क्लिप जारी कर आरोप लगाया- साड़ी पहने होने की वजह रेस्तरां में नहीं दी गई एंट्री, रेस्तरां ने सफ़ाई जारी कर कहा- महिला ने स्टाफर को थप्पड़ मारा और अपशब्द कहे
अकीला रेस्तरां ने गेट मैनेजर
के साड़ी को कैजुअल ड्रेसकोड का हिस्सा न बताने वाले बयान पर माफ़ी मांगी
नई दिल्ली (25 सितंबर)।
दिल्ली के एक रेस्टौरैंट का नाम और साड़ी बहुत सुर्खियों में है. आरोप है
कि इस रेस्तरां के स्टाफ ने एक महिला को एंट्री देने से इसलिए रोक दिया क्योंकि
उसने साड़ी पहन रखी थी. अनिता चौधरी नाम की एक महिला ने फेसबुक पर एक वीडियो क्लिप शेयर किया जिसमें रेस्टोरैंट
की स्टाफर कहती नजर आ रही है. "मैम हम सिर्फ स्मार्ट कैज़ुअल को ही इजाज़त देते हैं
और साड़ी को स्मार्ट कैजुअल नहीं गिना जाता." अनिता चौधरी ने फेसबुक पर इस क्लिप के
साथ क्या लिखा, उसे भी जान लीजिए...
इंटरनेट पर यह वीडियो धड़ाधड़ शेयर किया जाने लगा. सोशल मीडिया यूज़र्स सवाल करने लगे कि भारत की राजधानी में कैसे कोई साड़ी जैसा भारतीय परिधान पहने हुई महिला को रैस्टोरैंट में जाने से रोका जा सकता है.
अंसल प्लाजा स्थित अकीला रेस्टोरैंट ने दो दिन की चुप्पी के बाद इस संबंध में इंस्टाग्राम पर बयान जारी किया.
इस बयान में रैस्टोरैंट ये तो माना कि एक गेट मैनेजर की ओर से ये कहा गया कि साड़ी हमारे कैजुअल ड्रेस कोड का हिस्सा नहीं है, जिसके लिए रैस्टोरैंट ने माफी मांगी है, लेकिन साथ ही कहा कि 19 सितंबर को हुए एक घंटे के घटनाक्रम में से सिर्फ 10 सेकेंड का हिस्सा जारी किया गया, पूरा क्यों नहीं. रेस्टोरैंट का सफाई में ये भी कहना है कि "जब एक गेस्ट रैस्टोरैंट पहुंची तो उन्हें विनम्रता से गेट पर इंतज़ार करने के लिए कहा गया क्योंकि उनके नाम पर पर कोई रिजर्वेशन नहीं था. हम आंतरिक तौर पर जब विचार कर रहे थे कि गेस्ट को कहां सीट दी जाए तो उन्होंने हमारे स्टाफ से लड़ना और अपशब्द कहना शुरू कर दिया. उसके बाद जो हुआ वो हमारी सोच से भी बाहर था. हमारी पोस्ट के साथ अटैच्ड वीडियो में देखा जा सकता है कि गेस्ट ने मैनेजर को थप्पड़ मारा. जब हमने स्थिति से निपटने के लिए गेस्ट से जाने का आग्रह किया तो हमारी एक गेट मैनेजर ने कहा कि साड़ी हमारे स्मार्ट कैजुअल ड्रैस कोड का हिस्सा नहीं है, उसके लिए हमारी पूरी टीम माफी मांगती है. अकिला स्वदेशी विकसित ब्रैंड है और टीम का हर सदस्य अपने को गर्वित भारतीय मानता है. गेट मैनजेर का बयान ड्रेस कोड को लेकर पूरी टीम का नज़रिया नहीं हो सकता. हमारी कंपनी पॉलिसी में कहीं भी ये नहीं कहा गया है कि हम पारंपरिक पोशाक पहने किसी भी व्यक्ति को रोकेंगे. जबकि हमें गेस्ट की ओर से हमारे स्टाफ के खिलाफ हिंसा किए जाने पर वाजिब कदम उठाने का अधिकार है लेकिन हमने शांति बनाए रखना पसंद किया लेकिन अपने स्टेकहोल्डर्स के साथ पारदर्शिता बनाए रखने की अपनी पॉलिसी के मुताबिक हम ये बयान जारी कर रहे हैं."
रेस्टोरैंट ने जो स्निपेट्स जारी किए उन्हें फेसबुक पर शेयर करते हुए अनिता चौधरी ने सवाल उठाए. उन्होंने साथ ही लिखा कि रेस्तरां माफ़ी मांगने के बजाये ढीढपंति दिखा रहा है और खुद के जाल में फंस रहा है.
ये पूरा प्रकरण आपने देख लिया. हाल ही में कनाडा में भी एक मामला सामने आया था जहां चर्चित यूट्यूबर्स पति पत्नी ने आरोप लगाया था कि उनके परिवार की महिलाओं ने हिजाब पहना हुआ था इस वजह से डीमैटियर रेस्टोरैंट में एंट्री नहीं दी गई थी.
File photo- Sham Idris & Queen Froggy |
उस रैस्टोरैंट ने अपनी सफाई में
कहा था कि कोविड-19 प्रोटोकॉल की वजह से लिमिटेड सीटिंग अरेंजमेंट की वजह से इस
परिवार को एंट्री नहीं दी गई थी. इस पर सोशल मीडिया यूज़र्स ने यूट्यूबर्स की ज़ोड़ी
को ही सवालों के कटघरे में ख़ड़ा कर दिया गया था और कहा था कि उनकी इस हरकत से
कनाडा में मुस्लिमों की छवि को नुकसान पहुंचा. हालांकि उस घटना पर डीमैटीयर ने दो
बयान जारी किए थे. पहले बयान में यूट्यूबर्स के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया
था. फिर दूसरे संशोधित बयान में कहा था कि गेस्ट को हुई परेशानी के लिए माफ़ी
मांगते हैं और पूरे घटनाक्रम की जांच कराई जाएगी. डीमैटीयर्स ने ये भी कहा था कि
इस तरह की घटना एक सबक है जिससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है.
इस तरह की घटनाओं में एक बात तो तय
है कि हर पक्ष अपने हिसाब से वीडियो क्लिप्स के अंश ही सामने लाता है. जबकि इस तरह के पूरे घटनाक्रम की फुटेज एक साथ सामने आने पर ही कहा जा सकता है कि आख़िर हुआ क्या
था.