हाय राम, कैसे होगा ब्लॉगिंग का उत्थान...खुशदीप
आजकल ब्लॉगिंग में दूसरों को उपदेश देने वालों की बाढ़ सी आ गई है...कोई मर्यादा का पाठ पढ़ा रहा है...कोई टिप्पण…
शनिवार, मई 26, 2012आजकल ब्लॉगिंग में दूसरों को उपदेश देने वालों की बाढ़ सी आ गई है...कोई मर्यादा का पाठ पढ़ा रहा है...कोई टिप्पण…
 Khushdeep Sehgal
शनिवार, मई 26, 2012
Khushdeep Sehgal
शनिवार, मई 26, 2012
सरकार बड़ी समझदार है...उसने पेट्रोल के दामों में साढ़े सात रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी सब सोच-समझ कर की है...सरकार को …
 Khushdeep Sehgal
गुरुवार, मई 24, 2012
Khushdeep Sehgal
गुरुवार, मई 24, 2012
. थिंक पाज़िटिव...बी पाज़िटिव... ब्लॉ गिंग उड़ान भरने के लिए तैयार... जी हां...हिंदी ब्लॉगिंग शीघ्र ही…
 Khushdeep Sehgal
सोमवार, मई 21, 2012
Khushdeep Sehgal
सोमवार, मई 21, 2012
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है, ये ब्लागों, ये आयोजनों, ये सम्मानों की दुनिया... ये भाईचारे की दुश्मन ग…
 Khushdeep Sehgal
रविवार, मई 20, 2012
Khushdeep Sehgal
रविवार, मई 20, 2012
कितने पावन हैं लोग यहां, मैं नित नित सीस झुकाता हूं, भारत का रहने वाला हूं, भारत की बात बताता हूं... …
 Khushdeep Sehgal
रविवार, मई 13, 2012
Khushdeep Sehgal
रविवार, मई 13, 2012
बहुत हुई आंख-मिचौली, खेलूंगी मैं रस की होली...  कैटरीना कैफ़ की ये एड देखकर आपका मन भी आम या आमरस के लिए मचलने…
 Khushdeep Sehgal
शनिवार, मई 12, 2012
Khushdeep Sehgal
शनिवार, मई 12, 2012
एनसीईआरटी की 11वीं कक्षा की राजनीति शास्त्र की किताब में संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर का एक कार्टून छपा है...इसे लेक…
 Khushdeep Sehgal
शुक्रवार, मई 11, 2012
Khushdeep Sehgal
शुक्रवार, मई 11, 2012
बड़े शहरों में कॉल सेंटर बेरोज़गारी को दूर करने का अच्छा ज़रिया बने हुए हैं...माता-पिता को भी लगता है कि बच्चे पढ़ा…
 Khushdeep Sehgal
गुरुवार, मई 10, 2012
Khushdeep Sehgal
गुरुवार, मई 10, 2012
क्या आपने गूगल या फेसबुक के बिना इंटरनेट की कल्पना की है? प्रतिष्ठित अमेरिकी पत्रिका फोर्ब्स में प्रकाशित एक लेख के मुत…
 Khushdeep Sehgal
सोमवार, मई 07, 2012
Khushdeep Sehgal
सोमवार, मई 07, 2012
 तक धिना धिन  ता उम उम, तक धिना धिन ता उम उम... हा थक धिना धिना मार लपड़ फाड़ छप्पड़ छात करें …
 Khushdeep Sehgal
शनिवार, मई 05, 2012
Khushdeep Sehgal
शनिवार, मई 05, 2012
आज जहां मैं हूं, वहां कल कोई और था,  ये भी एक दौर है, वो भी एक दौर था... साठ के दशक के आखिर और सत्तर के…
 Khushdeep Sehgal
गुरुवार, मई 03, 2012
Khushdeep Sehgal
गुरुवार, मई 03, 2012
दो दिन पहले सुबह अखबार पढ़ रहा था...हिंदी के अखबार अमर उजाला में मदर्स डे (13 मई) का विज्ञापन देखा...फिर साथ …
 Khushdeep Sehgal
बुधवार, मई 02, 2012
Khushdeep Sehgal
बुधवार, मई 02, 2012
 
 
 
