सरकार बड़ी समझदार है...उसने पेट्रोल के दामों में साढ़े सात रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी सब सोच-समझ कर की है...सरकार को पता है कि तीन-चार दिन देश भर में हो-हल्ला होगा...कुछ ज़्यादा ही हुआ तो सरकार दो-ढाई रुपए का रोल-बैक कर लेगी...फिर जनता भी खुश...चलो कुछ तो सरकार को झुकाया...लेकिन मक्खन सरकार से भी ज़्यादा स्याना है...देखिए उसने पेट्रोल बढ़ोतरी से निपटने के लिए क्या-क्या रास्ते निकाले हैं...
मक्खन पेट्रोल पंप पहुंचा...
पंप अटैंडेंट ने पूछा...कितने का पेट्रोल डालूं...
मक्खन....दस-बीस रुपए का दे दे...
अटैंडेंट....क्यों मज़ाक कर रहे हो साहब...
मक्खन...ओए, मैं टंकी में नहीं कार के ऊपर स्प्रे करने को कह रहा हूं...इसे यहीं आग लगानी है...
----------------------------------
वैसे पेट्रोल दामों में बढ़ोतरी से निपटने का मक्खन का इससे पहले तक दूसरा फंडा था...
एक शख्स ने कहा...ये पेट्रोल की आग़ तो जेब को राख़ करके छोड़ेगी....
मक्खन...साणूं ते कोई फर्क नहीं पैंदा...सरकार जो मर्ज़ी कर लए...असी ते पहले वी सौ रुपइए दा पेट्रोल पवां दे सी...हुणे वी सौ रुपइए दा ही पवां दे वां...
------------------------------------
ट्रैफिक पुलिस वाले अब चैन की सांस ले सकते हैं..अब उन्हें शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों को पकड़ने की नौबत नहीं आएगी...
आखिर ऐसे कितने लोग होंगे जो एक दिन में ही पेट्रोल और एल्कोहल दोनों को एफोर्ड कर सकें...
---------------------------------
और ये रहे सबसे बढ़िया इलाज़...बस आपको गाड़ी चलाने की ऐसे प्रैक्टिस करनी होगी....
वाह! बहुत खूब! आखिरी वाला कार्टून देखकर डा.अमर कुमार का बनाया कार्टून याद आ गया! जो शायद स्टार प्लस में दिखाया गया था।
जवाब देंहटाएंमक्खन समझदार है....
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंमक्खन की माँ भी कब तक खैर मनाएगी.... जिस स्पीड से पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं... लगता है कीमत इसी साल यह सौं रूपये का आंकड़ा पार कर जाएगी... :-)
जवाब देंहटाएंशाहनवाज़, इसीलिए तो मक्खन ने पहले वाला फंडा सुझाया है...गाड़ी को ही आग़ लगा दो...न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी...
हटाएं
जय हिंद...
...hahaha...thank you Khushdeep for the morning laugh:):D
जवाब देंहटाएंारे मैने तो नई गाडी ली है कैसे आग लगा दूँ/ मक्खन से कहो कोई और फंडा बताये।
जवाब देंहटाएंनिर्मला जी,
हटाएंएक फंडा और है नई गाड़ी को खींचने के लिए दो बैल और खरीद लीजिए....
नहीं तो कहिए, हममें से कुछ ब्लागर बारी-बारी से ड्यूटी देने आ जाते हैं...
जय हिंद...
देखते हैं हमारे लिए कौन सा बेस्ट रहेगा । वैसे साइकल वाला सही लगा लेकिन पहले मसल्स बनानी पड़ेंगी ।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब!
जवाब देंहटाएंअब यही दिन देखने बचे हैं।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंहाहाहा मक्खन की बात भी सही है बहुत रोचक पोस्ट
जवाब देंहटाएंअब तो मक्खन को यह भी गाते सुना है
जवाब देंहटाएंजय पेट्रोल देवा ,स्वामी जय पेट्रोल देवा.
पान और फूल चढ़े तुम्ही पर और चढें मेवा