आशीष श्रीवास्तव पड़े उड़न तश्तरी पर भारी

पहले तो माफी चाहूंगा, वादे के मुताबिक ठीक 12 बजे पोस्ट लेकर हाजिर नहीं हो पाया...क्यों नहीं हो पाया...क्योंकि और भी मजबूरियां हैं ज़माने में शोले के सिवा...तो खैर अब आता हूं सीधे काम की बात पर...

जैसे कि मैंने कहा था कि उड़न तश्तरी फिल्मों के पुराने पापी लगते हैं...मेरे पोस्ट करने के ठीक एक घंटे बाद ही कल रात 12.48 पर दूसरे और तीसरे सवाल का सही जवाब लेकर आ गए थे...जीतेंद्र और जीनत अमान की रोमांटिक जोड़ी फिल्म यह देश (1984) और अमिताभ-माला सिन्हा की फिल्म संजोग (1971)...लेकिन पहले और अहम सवाल.. शोले में रियल मर्डर...को लेकर उड़न तश्तरी वाले गुरुदेव कुछ ऊहापोह में दिखे...इसलिए उन्होंने ठोस और सटीक जवाब के लिए ताऊ रामपुरिया की राम प्यारी की शरण में जाना ही बेहतर समझा...इसके बाद रात 1.43 पर डॉ अमर कुमार आए...अटल बिहारी वाजपेयी के छायावाद स्टाईल में उन्होंने एक बहुत बड़ा क्लू दिया...महबूबा वाले गाने से पहले बकरे का मर्डर का जिक्र कर...अब इसके बाद सुबह होते ही 8.34 पर अदा आईं...दूसरे और तीसरे सवाल का सही जवाब लेकर...सम्राट और संजोग...सच बताऊं जीतेंद्र और जीनत अमान की रोमांटिक जोड़ी वाली फिल्म का सही जवाब मेरा भी सम्राट था...लेकिन उड़न तश्तरी ने पहले ही... यह देश ...जवाब देकर मेरे ज्ञान में और वृद्धि कर दी...
हां, ये बात अलग है कि यह देश में एक हीरो कमल हासन भी थे...लेकिन उम्र के हिसाब से फिल्म में जीतेंद्र की जोड़ी जीनत अमान के साथ ही होगी...तो अब दूसरे और तीसरे सवाल के सही जवाब तो मिल गए थे...लेकिन पहले सवाल का जवाब अब भी नदारद था...सुबह 9.41 पर फिर उड़न तश्तरी आए...डॉक्टर अमर कुमार के क्लू का हवाला देते हुए कहा कि बकरा तो कटते हुए हम भी देखे थे लेकिन जब तक जवाब पर राम प्यारी की मुहर नहीं लग जाएगी, पक्के तौर पर कुछ नहीं कह सकते...मुझे ये समझ नहीं आ रहा था राम प्यारी सटीक उत्तर देने में इतना देर क्यों लगा रही थी...क्या वो भी गूगल देवता को छान रही थी....

खैर दोपहर हो गई...सही जवाब नहीं आया...दोपहर बीत जाने के बाद 3.59 पर वो जवाब आया जिसकी मैं शिद्धत के साथ तलाश कर रहा था...जवाब देने वाले सूरमा थे आशीष श्रीवास्तव...जनाब ने शोले 27 बार देख रखी थी...भला इनसे गलती कहां होने वाली थी...जवाब दिया....हत्यारा था गब्बर सिंह और मृतक था श्रीमान चिंटा सिंह...बिल्कुल ठीक चोट की आशीष भाई ने...अब आप पूछेंगे कि चिंटा सिंह कौन...ये चिंटा सिंह थे चींटा या दूसरी जुबान में कीड़ा...महबूबा वाले गाने के दौरान ही एक कीड़ा गब्बर बने अमजद की बाजू पर दौड़ रहा होता है और अमजद दूसरे हाथ से वहीं उसका काम तमाम कर देते हैं...था न रियल मर्डर...अब आप ये जवाब सुनकर खोदा पहाड़, निकला कीड़ा का राग मत अलापना शुरू कर देना...क्यों मर्डर सिर्फ क्या इंसानों का ही होता है...कीड़ों में जान नहीं होती क्या...और अब तो इंसानों ने ही कीड़ों वाले काम करना शुरू कर दिया है...फिर कीड़े के मर्डर पर सवाल क्यों न उठाया जाए...

इस तरह तीनों सही जवाब मुझे मिल गए थे...लेकिन शाम 6.59 पर उड़न तश्तरी फिर दनदनाते हुए आए...राम प्यारी से सही जवाब की घुट्टी लेकर...गब्बर ने चींटे को मसल कर मारा था...और उड़न तश्तरी ने हाथों-हाथ ईनाम की फरमाईश कर दी...लेकिन तब तक तो आशीष श्रीवास्तव बाजी मार गए थे...आशीष ने सबसे अहम सवाल का तो सही जवाब दिया लेकिन दूसरे और तीसरे सवाल का जवाब नहीं दिया...उड़न तश्तरी टुकड़ों में तीनों सही जवाब तक पहुंचे...और अदा ने सम्राट जवाब देकर मेरे दूसरे सवाल के जवाब से सही मिलान किया...इसलिए क्रम के अनुसार विजेता भी ये तीनों हैं

1. आशीष श्रीवास्तव
2. उड़न तश्तरी
3. अदा

अब इन तीनों विजेताओं का ताऊ रामपुरिया सम्मान करेगा...ताऊ तो बड़ा उस्ताद निकला...आज मेरी पोस्ट की तरफ झांक कर भी नहीं देखा...लेकिन अब ताऊ विजेताओं का सम्मान करने से नहीं बच सकता...

चलो विजेता तो मिल गए लेकिन इस पोस्ट से कुछ गजब के फायदे भी हुए...वो क्या क्या...
1 महफूज़ अली भाई ने अब तक शोले नहीं देखी थी...खास तौर पर डीवीडी मंगा कर देख ली...
2. अनिल पुसदकर ने पढ़ाई के वक्त क्या-क्या गुल खिलाए थे, सभी ब्लॉगर भाईयों को पता चल गया...
3. उड़न तश्तरी और डॉ टी एस दराल का मूड बदल गया
(वैसे दोनों ने मूड बनाने पर भी कोई सांठगांठ कर ली लगती है...नहीं तो उड़न तश्तरी वाले गुरुदेव डॉ दराल से ईनाम न लेने की बात करते )

हां एक बात तो बताना भूल ही गया था रात 11.34 पर राजीव तनेजा भी तीनों सही सवालों का जवाब लेकर आए......ठीक उसी अंदाज़ में कारवां निकल गया, हम गुबार पीटते रहे...

स्लॉग ओवर
शोले की मेरी पहेली के जवाब में यूसुफ अंसारी भाई ने ऐसे दो सवाल दागे हैं कि मेरा दिमाग भी चकरा गया है...लाख कोशिश करने पर भी इन सवालों का मैं जवाब नही दे पाया...आपको पता हो तो ज़रूर बताएं...नहीं तो सही जवाबों के लिए मुझे कल यूसुफ भाई को ही पकड़ना होगा...

पहलाः- क्या शोले के दीवाने बताएंगे कि गब्बर सिंह के बाप का क्या नाम था ?
दूसराः- शोले फिल्म में किसका डबल रोल था ?

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55 टिप्पणियाँ
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  1. जब ठाकुर गब्बर को पकड़ता है तो उसे कोर्ट में पेश करते वक्त बैक ग्राउंड में आवाज़ आती है कि...गब्बर सिंह वल्द.......

    नाम याद नहीं है

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  2. gabbar singh ke baap ka naam Hari singh tha. Jab gabbar ko adaalat saza sunaati hai tab bataya gaya tha. Gabbar singh vald Hari Singh...

    Memory se bata raha hoon to ho sakta hai naam galat yaad ho, lekin us scene se naam ka pata chal jaayega.

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  3. कल दिन में पानीपत चला गया था और रात को दिवाली मेला देखने...दो बजे के बाद वापिस घर पहुँचा ...तो थकान के मारे बुरा हाल था...इसलिए चुपचाप जा के पलंग पे पड़ गया...इसलिए आपकी कल की पोस्ट देख नहीं पाया...नहीं तो पहला ईनाम तो अपुन का ही था..

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  4. भई ख़ुशदीप, इसमें विकलाँग कोटा नहीं चलता क्या ?
    ठीक उसी समय मैंने चश्में पर जमी हुयी भाप पोंछने के लिये उतारा ही था,
    ताकि हेलेन को ठीक से देख सकूँ, पर गब्बर की बाँह पर एक बकरा चलता दिखा,
    आज पता चला कि वह चींटा था, जो चश्मा न होने से या मेरे नेत्रों की अपँगता से धुँधला और बड़ा होकर बकरा ही लग रहा था ।

    खैर, ईनाम अपने ही लोग ले जा रहें हैं, इसलिये कोई रँज नहीं है ।
    वैसे इस प्रकार के फ़ुटकर ज्ञानवर्धन प्रयास समाज के सर्वाँगीण विकास को निसँदेह एक नयी दिशा देती है ।
    आपका यह प्रयास कितना भी स्तुत्य क्यों न हो, पर मैं यह नहीं बताने वाला कि शोले में डबल रोल का किरदार एक सिक्के का था ।

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  5. गब्बर सिंग वल्द हरी सिंग-सही जबाब! नीरज पास-राजीव तनेजा फेल. :)

    कल वाले में राजीव भाई को कॉलेज से रिस्टिकेट कर दिया है ३ साल के लिये नकल करने के जुर्म में. :)

    अब तीन पहेली तक राजीव जी के जबाब नमस्ते. :)

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  6. डबल रोल था: मुश्ताक मर्चेन्ट का.

    फिर से इनाम लाओ!!

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  7. जब ठाकुर गब्बर को पकड़ता है तो उसे कोर्ट में पेश करते वक्त बैक ग्राउंड में आवाज़ आती है कि...गब्बर सिंह वल्द.......
    हरी सिंह !

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  8. Mushtaq Merchant - the guys who's bike is stolen and screams at JAi & Viru in the "Yeh dosti" song sequence. He is the same guy in the opening sequence - train robbery - in the film - the engine driver ......

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  9. डॉक्टर दरल इनाम बाँटने आईये. डॉक्टर अमर के साथ हम अपना इनाम सेलिब्रेट करेंगे.

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  10. यह क्या गुरूजी, हम तो समझे हम बाज़ी मार गए पर आप तो .......

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  11. खुशदीप भाई, दूसरा नंबर पर हम ही हूँ ना ??

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  12. चलो इस बहाने अपने भी ज्ञान में वृद्धि हो रही है।

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  13. यह ले............... नीरज भैया का पोस्ट तो हम पढ़े ही नहीं !! अंग्रेजी गिट पिट क्या सब लिखा था बाद में पता लगा सही जवाब दिए है !!
    चलो ३ नंबर पर तो हूँ ना ??

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  14. उड़न तश्तरी वाले गुरुदेव,

    बाप रे बाप...आपके चरण कहां है, आज तो धोकर चरणामृत की तरह पी जाने का मन करता है...क्या पारखी नज़र है और क्या
    गज़ब की स्मरण शक्ति...मुश्ताक मर्चेंट...क्या मारा है पापड़ वाले को...आज तो मुझे अपने आप पर भी इतराने का मन कर रहा है...वो इसलिए कि मैंने पहली बार में आप जैसी प्रातस्मरणीय
    सदैव स्तुतीय विभूति को अपना गुरु माना...धन्य हो...धन्य हो प्रभु...

    जय हिंद

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  15. गुरुदेव तो गुरु है ही...आपके भी और हमारे भी !
    हमको तो बता दो भाई सोने जाये कि नहीं ??
    तीसरा नंबर है कि नहीं ?

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  16. शिवम भाई,
    वैसे तो मैं यूसुफ भाई से पूछ कर ही बताता...फिलहाल तीसरे नंबर पर आप ही है...अब सो जाओ और सुबह उठते ही पार्टी के इंतज़ाम में लग जाना...क्या कहा...ईनाम...उसके लिए तो मैं ताऊ रामपुरिया को दूरबीन लेकर ढूंढ रहा हूं...दूर दूर तक नहीं दिखाई दे रिया ताऊ...खैर कोई बात नहीं भतीजे का ताऊ कब तक खैर मनाएगा...

    जय हिंद...

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  17. चलो थोडी तो तसल्ली हुयी !
    इनाम को ले कर क्या करना, आपके सवाल को जवाब दे पाए और गुरु जी की परखी नज़र को भी देखा, यह क्या किसी इनाम से कम है ??
    वैसे भाई जी धन्यवाद !!

    जय हिंद !

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  18. खुशदीप जी,
    आपको दोनों प्रश्नों के उत्तर मिल ही गए हैं...
    अब लगे हाथों दो प्रश्न और हैं अगर उचित लगे तो ..और आप पूछना चाहें तो...
    १.फिल्म में सिक्का कितना बार उछाला गया और कब कब ?
    २.गब्बर सिंह का रोल अमजद खान से पहले किसको ऑफर किया गया था ?

    जय हिंद !

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  19. सभी विजेताओं को बधाई .. यूसुफ अंसारी भाई के दो प्रश्‍न अनुत्‍रित हैं ही .. और अदा जी की ओर से दो प्रश्‍न और मिल गए .. शोले का भी जबाब नहीं !!

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  20. देरी से आने के लिये माफी, विगत दो दिनों से एक रचनात्मक कार्य में लगा था ,(दीवाली से सम्बन्धित) ।इन सवालों के जवाब तो मेरे पास नहीं है पर कुछ नये सवाल पेश कर रहा हूँ -
    1 . जय द्वारा बसंती की मौसी को दी गई वीरू की जानकारी जो शादी का प्रस्ताव देते वक्त दी गई थी एक सच्ची घटना पर आधारित है उस सच्ची घटना के दोस्त कौन है? ( हिंट-फिल्म निर्माणकर्ताओं में से ही हैं )
    2 . गाना ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे तथा होली के दिन दिल मिल जाते है फिल्माने मे कितने दिन लगें ?
    नोट - अगर यह सवाल आपको आउट ऑफ सिलेबस लगें तो .. ग्रेस नंबर्. मिल जायेंगे ।
    बहर्हाल खुशदीप जी इस तरह खुशी और प्रेम के शोले भड़काने के शुक्रिया ।

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  21. आज तो सुबह सुबह टिप्पणियाँ पढ़कर ही मजा आ गया |

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  22. अदा जी, पहले तो आपको दूसरे नंबर पर आने के लिए बधाई...अब आता हूं आपके दो सवालों पर...मेरी समझ से पहली बार सिक्का उछलता है, ट्रेन में जब जय और वीरू, संजीव कुमार के घायल होने पर छोड़ जाएं या रूक जाएं का फैसला करते हैं...दूसरी बार सिक्का तब उछलता है जब दोनों ठाकुर के घर से भागने की बात करते हैं...तीसरी बार सिक्का उछलता है...ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे वाले गाने में एक लड़की के सामने आने पर...चौथी बार सिक्का क्लाईमेक्स में गब्बर की टीम से लड़ने के लिए कौन रुकेगा, ये तय करने के लिए उछलता है...चार बार तो याद आएगा, जो बचीं हो, अदा जी आप याद करा दीजिए...

    रहा आपका दूसरा सवाल तो गब्बर का रोल पहले डैनी को आफर किया गया था लेकिन उन्होंने धर्मात्मा की शूटिंग में व्यस्त होने की वजह से ये आफर स्वीकार नहीं की थी...फिर शायद ये रोल शत्रुघ्न सिन्हा या विनोद खन्ना को भी आफर किया गया था,पर इस पर आश्वस्त नहीं हूं...बाकी आप ठीक कर दें...

    जय हिंद...

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  23. शरद कोकास जी,
    मुझे पता नहीं था कि मेरी ये दो पोस्ट "शोले पुराण" बन जाएंगी...
    बाकी दीवाली से पहले इसी तरह की फुलझड़ियों के साथ आगे भी सभी ब्लॉगर भाई मिलते रहें...हास्य की मिठास में कड़वाहट का नामों-निशान तक मिट जाए...सभी को यही कोशिश और प्रार्थना करनी चाहिए...रहे आपके दो सवाल...तो जनाब आपने प्राइमरी की कक्षा वालों से पीएचडी स्तर के सवाल पूछ लिए हैं...इनका जवाब या तो आप ही दे सकते हैं या फिर रमेश सिप्पी...

    जय हिंद...

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  24. कोकस जी का पहला जबाब:

    जावेद साहेब हनी इरानी के प्यार में थे तब सलीम(उनके पार्टनर) ने हनी ईरानी की माँ से यह बात की थी. एक्च्युल लाईफ में..वहीं से यह वार्तालाप ली गई मौसी और जय के बीच. :)

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  25. Arey main late ho gaya......... kal raat mein jaldi so gaya tha....... isiliye aapki yeh post dekh nahin paaya........

    Ab sawaal no. 1 ka jawaab hai : Gabbar Singh ke naam ke liye mujhe DVD dobara laga ke dekhni padegi....

    2. Sholay mein Double role Sanjeev Kumar ka tha..... Ek pehle Police wardi mein aur baad mein LOOLEY/TUNDEY ka.....



    Ek baar ek videshi (Arabi videshi).... HINDUSTAN ghoomne aaya........ to BAMBAI mein jab utra to ek TAXI wale se bola "Oye! khoti humko BAMBAI ghoomao.... " Ab wo taxi wala us arabi videshi ko poora Bambai ghoomane laga.... ye beach wo beach, ye wala wo wala, ye kar wo kar, sab ghoomane laga.... tabhi wo arabi videshi bola..... "Oye! khoti... humko yeh nahi ghoomne ko maangta..... hamein Yahan Hindustan ka sabse poorana cheez ghoomne ko maangata...

    Taxi wala Pareshan..... ki kya ghoomaye? Phir kaha ki theek hai.... main aaj aapko duniya ki sabse purani cheez dikhata hoon.... kah kar taxi wala chal diya....


    Thodi der mein ek ghar ke baahar ja kar taxi rok kar bola... "Lo! ji aa gaye hum duniya ki sabse purani cheez ke paas... "


    Arabi poocha ki yeh kya hai....

    Taxi wala bola..... Yeh A.K . H A N G A L ka ghar hai, yeh Duniya ka sabse purana admi hai.....

    Dekh lo........

    JAI HIND

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  26. ये दोस्ती हम नहीं-शूट करने में २० दिन लगे थे.

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  27. होली के दिन दिल मिल जाते हैं...१२ दिन.

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  28. उड़न तश्तरी वाले गुरुदेव,

    शरद कोकास जी के ये पीएचडी स्तर के सवालों का जवाब डॉ. समीर लाल समीर, पीएचडी इन फिल्मेरिया ही दे सकते थे...वैसे मैं अविनाश वाचस्पति जी को सुझाव देने जा रहा हूं कि अगले ब्लॉगर्स सम्मेलन में आपको "शोले शूरवीर सम्मान" से नवाजा जाए...वैसे गुरुदेव... अदाजी ने भी दो सवाल पूछे हैं...यथाशक्ति मैंने जवाब दे दिया...आप उन्हें भी दुरूस्त करने की कृपा करें..

    जय हिंद...

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  29. शोले में सिक्का तीन बार उछाला गया...

    एक बार ट्रेन में...

    एक बार वीरू को हेमा को ले जाने के लिए...

    और एक बार और...

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  30. अमजद खान के पहले डैनी Danny Denzongpa को गब्बर का रोल दिया गया था.....



    अदा जी के दोनों सवाल हो गये...अब सम लोग इनाम इधर बोरे में भर दो. :)

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  31. अदा जी को जबाब देने के बाद तुम्हारा जबाब पढ़ा..वही सही होगा शायद..मैं तो याददाश्त से बतला रहा था...उतना तो पक्का है जो मैने कहा. :) हा हा!!

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  32. गब्बर सिंग के बाप का नाम चाहे जो रहा हो, अमज़द खान के पिता का नाम जयंत था।

    शोले फिल्म में डबल रोल सिक्के का था।:)

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  33. एक और छोटी सी जानकारी मेरे ही लेख "भारतीय सिनेमा" सेः

    "सन् 1975 में निर्माता जी.पी. सिप्पी ने फिल्म "शोले" बनाई थी जो कि बंबई (अब मुंबई) के मिनर्वा टाकीज़ में 286 सप्ताह तक चलती रही और जब निर्माता जी.पी. सिप्पी की दूसरी फिल्म "शान" सन् 1980 में रिलीज़ हुई तो इस फिल्म को उतार कर वहाँ "शान" चलाई गई। "शोले" ने भारत के सभी बड़े शहरों मे रजत जयंती (सिल्व्हर जुबली) मनाया और इस फिल्म ने रु.2,13,45,00,000/- की कमाई की।"

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  34. अवधिया जी,

    बहुत देर की मेहरबां आते आते...आ ही गए तो अब लगे हाथ मेरे चार सवालों का भी जवाब दे दीजिए...

    1. जयंत का असली नाम क्या था...

    2. अमजद खान को सबसे ज़्यादा शौक किस चीज़ का था...

    3. अमजद खान के अभिनेता भाई और अभिनेता बेटे का नाम
    बताएं...
    4. शोले में जय यानि अमिताभ का रोल पहले किसे आफर हुआ था और अमिताभ को ये रोल किस अभिनेता के कहने पर दिया गया था...
    (उड़न तश्तरी वाले गुरुदेव आप भी इन सवालों पर गौर कीजिए)

    जय हिंद...

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  35. एक सवाल और
    शोले ने मुंबई के मराठा मंदिर सिनेमा में कितने साल तक चलने का रिकॉर्ड बनाया था...और इस रिकॉर्ड को किस फिल्म ने तोड़ा...

    जय हिंद...

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  36. 1. जयंत का असली नाम क्या था...

    जयन्त का असली नाम ज़कारिया खान था।

    3. अमजद खान के अभिनेता भाई और अभिनेता बेटे का नाम
    बताएं...

    इम्तियाज़ खान

    बाकी दो प्रश्नों के उत्तर समीरलाल जी के लिए छोड़ रहा हूँ।

    भाई, अब और प्रश्न मत दाग देना, मुझे अभी दो पोस्ट लिखना है "धान के देश में" और "संक्षिप्त वाल्मीकि रामायण" के लिए।

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  37. खुशदीप भाई, ये तो कमाल हो गया.
    जब तक हम कोप्यूटर खोले ,तब तक तो शोले का पूरा पोस्ट मार्टम हो चूका था.
    लेकिन --
    ओब्जेक्शन माई लोर्ड. जब तक लाश का पता नहीं चले, तब तक मर्डर की पुष्टि नहीं हो सकती.
    और जहाँ तक मुझे याद है, चीटे की लाश नहीं दिखाई गई थी.
    वैसे यार आपने कही रमेश सिप्पी से कोई सांठ गाँठ तो नहीं करली.
    ३५ साल बाद, शोले को फिर हिट करा दिया.
    एक बात और, भई ना खुद टाइम पर सोते हो, ना दोस्तों को सोने देते हो.
    और एक बात, ब्लॉग पर चैटिंग का नया अविष्कार --आपके नाम.
    अब इनाम कौन देगा?
    वैसे समीर भाई और आपका प्राइज तो मेरे ऊपर उधार रहा.
    अंत में, बस इतना ही की आज बस इतना ही. थोडी गप-शप शाम को हमारे साथ भी.

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  38. बधाई..मर्डर तो मर्डर होता है चाहे आदमी हो या कीड़ा...बहुत बढ़िया ..धन्यवाद

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  39. सब शोले बना कर निकल गए... हमारे पास चर्चा करने को छोड़ गए... कमेंट्स देख कर लगता है शोले आज भी हिट है... समीर अंकल वाकई आप कमIल हैं... खुशदीप जी ने भी अच्छी बात उठाई...

    हम दूर से मजे ले रहे हैं...:)

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  40. अमजद खान के दूसरे अभिनेता भाई:

    इनायत खान जिंहोंने 1957 में एक ही फ़िल्म (अब दिल्ली दूर नहीं) में बतौर चाइल्ढ़ आर्टिस्ट काम किया था !

    अभिनेता बेटे का नाम :शादाब खान

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  41. खुशदीप जी,
    आपने बिकुल सही जवाब दिया है ...
    अब हम ये सोच रहे हैं कि हमारा इनाम तो अभी तक मिला नहीं है.....!!
    और आपके इनाम कि बात आ गयी अब.....इस पोस्ट पर सब पर उधारी बहुत हो गयी है.....
    देख लीजिये खुशदीप जी कही ये कोई मसला नाखाडा कर दे....हा हा हा हा
    और अब कुछ जवाब :
    अमजद खान साहब के दो भाई ....इम्तियाज़ खान जिन्हें आपने कई बार पुलिस कि वर्दी में या विलेन के रोल में देख चुके हैं....
    दूसरे भाई....इनायत खान जिन्होंने सिर्फ एक फिल्म में काम किया था..फिल्म थी दिल्ली दूर नहीं
    पत्नी का नाम ...शैला खान
    अमजद खान साहब के दो बेटे और एक बेटी हैं...शादाब खान , शीमाब खान..और बेटी अहलाम खान
    अब उनको पसंद क्या था ये नहीं मालूम लेकिन परले-g के ad में आते थे तो शायद यही पसंद हो ....

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  42. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  43. शोले ने मुंबई के मराठा मंदिर सिनेमा में कितने साल तक चलने का रिकॉर्ड बनाया था...और इस रिकॉर्ड को किस फिल्म ने तोड़ा..

    dil waale dulhaniya le jaayenge..

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  44. sorry khushdeep ji, hamse galati ho gayi thi..
    maratha mandir mein sholey poore panch varsho thak chali thi..
    usi dauraan ek 'b' grade film aayi'Jai Santoshi Maa' jisne acchi khaasi takkar di Sholey aur deewar jaisi filmon ko wo bhi cinema gharon par bahut dino tak raaj karti rahi...mujhe laga tha 'Jai Santoshi Maa' ne hi record toda hoga...kyunki mujhe yaad hai kucj lok geet bhi ban gaye the 'Shole ko khoob haraya re Santoshi Maa ne' aisa hi kuch gaate the ...
    lekin record sahi mayne mein toda 'Dilwaale Dulhaniya le Jaayenge' ne aur aaj bhi wo kirtimaan kayam hai...
    yahan ye bhi batana chahungi...ki sholey ne:
    ..film Kismat ka record toda tha jo 187 hafte tak chali thi Calcutta ke Empire Theater mein...
    ..Sholey 15 August 1975 ko Release hui the
    ..Ye dosti waale gaane mein jis Motor Cycle ka istemaal hua tha uska number tha MYB 3047
    ..Thankur ka poora naam ..Thakur Baldev Singh tha..
    aur kuch yaad aayega to bataungi fir...filhaal
    JAI HIND !!

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  45. जब शोले शुरू हुई थी तो सब कुछ अलग सा था..
    अमिताभ और संजीव कुमार 'गब्बर' के रोल के लिए इच्छुक थे...धर्मेन्द्र 'ठाकुर' का रोल चाहते थे और संजीव कुमार का मन 'वीरू' का रोल लेने को भी था क्यूंकि वो हेमा जी के करीब रहना कहते थे...उन्होंने ने प्रोपोस भी किया था लेकिन बात नहीं बनी और संजीव कुमार ने वीरू के रोल का मोह त्याग दिया....यह खबर मिलते ही धर्मेन्द्र ने वीरू का रोल लपक लिया....बेशक संजीव कुंअर प्रेम में हारे लेकिन किरदार ऐसी निभा गयी कि लोगों ने दांतों तले उंगली दबा ली...
    गब्बर सिंह के dialogue सबसे पहले ऑडियो casstttes में आये थे यह भी एक कीर्तिमान है..
    JAI HIND !!!

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  46. भाई खुशदीप ...शोले तो हमने भी कई बार देखी ...लेकिन अफ़सोस !.ऐसी कभी नहीं देखी ...

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  47. हम ने शोले २७ बार देखी है, २८ बार भी देख सकता हूँ! लेकिन दिल वाले दुल्हनिया ले जायेँगे पहली बार भी झेल पाया ! राम गोपाल वर्मा की आग के ओ क्या कहने ! पूरे १५ मिनिट फिल्म देखी और सीडी तोड दी ! ५० रूपये का खून कर दिया :-(

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  48. Khushdeep Sir.......... OK film release ho gayi hai.......... plz mera blog dekhen.........


    Credit........ goes to you........

    JAI HIND.....

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  49. गज़ब का खेल शुरू किया है, खुशदीप भाई.
    ये दीवाली की रात तक चलना चाहिए, ताकि लोग जुआ जैसी वाहियात चीज़ से दूर रहें.
    और लो इस के साथ आपकी हाफ सेंचुरी भी हो गई. बधाई.

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  50. "गज़ब का खेल शुरू किया है, खुशदीप भाई.
    ये दीवाली की रात तक चलना चाहिए, ताकि लोग जुआ जैसी वाहियात चीज़ से दूर रहें. "

    डॉ टी एस दराल जी के इस कथन से सहमत हूँ!

    अभी बहुत गुंजाइश है शोले पुराण में.....

    काफ़ी ज्ञान बढ़ रहा है.....

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  51. जी.के. अवधिया जी ने लिखा:
    "एक और छोटी सी जानकारी मेरे ही लेख "भारतीय सिनेमा" सेः
    सन् 1975 में निर्माता जी.पी. सिप्पी ने फिल्म "शोले" बनाई थी जो कि बंबई (अब मुंबई) के मिनर्वा टाकीज़ में 286 सप्ताह तक चलती रही"
    'अदा' जी ने लिखा:
    "शोले ने मुंबई के मराठा मंदिर सिनेमा में कितने साल तक चलने का रिकॉर्ड बनाया था...और इस रिकॉर्ड को किस फिल्म ने तोड़ा.."
    और फिर लिखा
    "sorry khushdeep ji, hamse galati ho gayi thi..
    maratha mandir mein sholey poore panch varsho thak chali thi.."

    जहां तक मुझे मालुम है शोले मिनर्वा थियेटर में 15 अगस्त को रिलीज हो कर 286 हफ़ते चली थी !
    कृपया बतायें सही क्या है ?

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  52. एक बात और:
    बी.बी.सी. ने शोले को 1999 में "फ़िल्म औफ़ द मिलेनियम" और फ़िल्मफ़ेयर अवार्ढ़स् ने "फ़िल्मफ़ेयर बैस्ट फ़िल्म औफ़ 50 इयर्स" ढ़िक्लेयर किया था !

    और भी न जाने क्या क्या....

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  53. अरे ये तो भई गज़ब हो गया। एक दम से सवालों के जवाब मिल गए। वो भी दोनों सवालो के । भई मान गए। शोले को लेकर जो क्रेज है अपन लोगं मेो वो किसी दूसरी फिल्म को लेकर नहीं है।
    लेकिन अदा जी की जानकारी दुरुस्त कर दूं। सबसे पहले शोले के नहीं मुग़ल-ए-आज़म फिल्म के डॉयलॉग्स की ऑडियो कैसेट आई थी। शोले के बाद मुक़द्दर का सिकंदर के डायलॉग्स की ऑडियो कैसेट आई मगर वो दोनों के सामने फीकी रही।

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  54. Khushdeep ji udhar taau jee lathha le kar peechhe pade rehate hain javab do, javab do ,aur ram piari hame clue de kar budhu banati rehati hai ab aapane bhee yahi kaam shuru kar diya are ham nalayakon kaa bhee kuch khial karo kyon hamari naak katavane par tul gaye hain ham saval javab ke mamale me zero hain | chalo slag over kee toppani se hee kaam chala lo badhaai

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  55. पी-एच.डी. की कक्षा चल रही है यहां. प्राइमरी का छात्र गलती से और वह भी देर से आए तो यही जानना चाहेगा कि किस पोस्‍ट पर सबसे अधिक टिप्‍पणियों का रिकार्ड है.(कुछ तो लग ही लेंगे पोस्‍ट तलाशने या टिप्‍पणी छापने-छपवाने में.)

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