डॉ अमर कुमार के बिना एक साल...खुशदीप
आजकल कुछ लिखने की इच्छा नहीं होती...नेट खोलता भी हूं तो बस न्यूज़ के लिए और ई-मेल चेक करने के लिए...मुझे खुद ही समझ नह…
रविवार, अगस्त 19, 2012आजकल कुछ लिखने की इच्छा नहीं होती...नेट खोलता भी हूं तो बस न्यूज़ के लिए और ई-मेल चेक करने के लिए...मुझे खुद ही समझ नह…
कोई दोस्त है न रक़ीब है, तेरा शहर कितना अजीब है [ रक़ीब = दुश्मन ] वो जो इश्क़ था वो जुनून था, ये जो हिज्र है ये नसी…
जो 65 साल में नहीं हुआ, वो अब तीन साल में होगा.... जंतर मंतर पर राजनीतिक विकल्प देने का ऐलान करते हुए अन्ना हज़ा…
बचपन में दो साल की उम्र की धुंधली यादों में मुझे , २० वर्षीया उर्मिला दीदी की गोद आती है जो मुझे अपनी कमर पर बिठाये,…
अच्छे ईसा हो मरीज़ों का ख़याल अच्छा है, हम मरे जाते हैं तुम कहते हो हाल अच्छा है... उनके देखे से जो आ जाती है मुँह …
आपने अपने हिंदी ब्लॉग को एलीट, अभिजात्य, कुलीन, संभ्रात, विद्वत ब्लॉगरों से मान्यता दिलानी है, तो आपको अपने लेखन में …
आजकल ब्लॉगिंग में दूसरों को उपदेश देने वालों की बाढ़ सी आ गई है...कोई मर्यादा का पाठ पढ़ा रहा है...कोई टिप्पण…
सरकार बड़ी समझदार है...उसने पेट्रोल के दामों में साढ़े सात रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी सब सोच-समझ कर की है...सरकार को …
. थिंक पाज़िटिव...बी पाज़िटिव... ब्लॉ गिंग उड़ान भरने के लिए तैयार... जी हां...हिंदी ब्लॉगिंग शीघ्र ही…
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है, ये ब्लागों, ये आयोजनों, ये सम्मानों की दुनिया... ये भाईचारे की दुश्मन ग…