कामयाबी का श्योर शॉट फॉर्मूला...खुशदीप
कुछ लोग कामयाब होने के बस ख्वाब बुनते हैं... कुछ नींद से जागते हैं और दिन रात एक कर देते हैं... फिर एक दिन कामयाब…
शुक्रवार, अप्रैल 30, 2010कुछ लोग कामयाब होने के बस ख्वाब बुनते हैं... कुछ नींद से जागते हैं और दिन रात एक कर देते हैं... फिर एक दिन कामयाब…
एक बटा दो, दो बटे चार, छोटी छोटी बातों में बंट गया संसार... नहीं नहीं, मैं बीमारी का झटका सह कर इतना भी मक्खन नहीं हु…
ये पोस्ट तो नहीं है, लेकिन जर्मनी का लैपटॉप का ऐसा कॉन्सेप्ट है कि आपको भी देख कर मज़ा आ जाएगा..इसलिए आपको दिखाने के लो…
ये उन दिनों की बात है जब हम मेरठ के गवर्मेंट इंटर कॉलेज के होनहार (?) छात्र हुआ करते थे...पढ़ा क्या करते थे, एक जैसी स…
सबसे पहले तो मैं आभारी हूं आप सब का... जी के अवधिया, एम वर्मा, विवेक रस्तोगी, ललित शर्मा, संगीता स्वरूप, सुरेश चिपलून…
नहीं, नहीं मैं कहीं टंकी-वंकी पर चढ़ने नहीं जा रहा...क्योंकि आप उतरने को कहोगे तो शोले के सांभा की तरह मेरे घुटने दर्द …
ये आप सब का प्यार ही था जो मुझे पहली कहानी... न हिन्दू, न मुसलमान, वो बस इनसान ...लिखने का हौसला मिला था...आज फिर उसी द…
ये भी एक दौर है, वो भी एक दौर था, आज जहां है धोनी, वहां कल कोई और था... पहले जब कभी जीतता था भारत, देश रहता होली-द…
कयामत के बाद धरती पर कोई शादीशुदा व्यक्ति जीवित नहीं बचा...सब स्वर्ग में जाने की इच्छा लिए इंतज़ार करने लगे...तभी ईश्वर…
ईश्वर आपके लिए क्या करे ?...यही था वो टॉपिक जिस पर बुज़ुर्गो के कल्याण के लिए काम करने वाले एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ…