god
Read more »
भगवान खुद ऐसा करके देखे...खुशदीप
वो यारों की महफ़िल, वो मुस्कुराते पल, दिल से जुदा है, अपना बीता हुआ कल, कभी ज़िंदगी गुज़रती थी, हंसने-हं…
शनिवार, जुलाई 24, 2010वो यारों की महफ़िल, वो मुस्कुराते पल, दिल से जुदा है, अपना बीता हुआ कल, कभी ज़िंदगी गुज़रती थी, हंसने-हं…
खुशदीप सहगल यानि मैं...इनसान हूं...सुख में खुश और दुख में दुखी भी होता हूं...शांत रहने की कोशिश करता हूं लेकिन कभी-कभा…