संपूर्ण क्रांति
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क्या लिखूं, क्यों लिखूं...खुशदीप
ब्लॉगिंग करते इक्कीस महीने हो गए...ख़ूब डूब कर ब्लॉगिंग की...रोज़ कोई न कोई बहाना मिलता ही रहा आप सबको पकाने का...मीडिय…
शनिवार, जून 11, 2011ब्लॉगिंग करते इक्कीस महीने हो गए...ख़ूब डूब कर ब्लॉगिंग की...रोज़ कोई न कोई बहाना मिलता ही रहा आप सबको पकाने का...मीडिय…
मायावती के बुत प्रेम पर लिखी पोस्ट पर भाई प्रवीण शाह , पी सी गोदियाल जी और मेरे अज़ीज़ धीरू भाई ने कुछ सवाल उठाए थे…
जननायक कौन होता है...वो जो राजनीति की गोटियों को साधता हुआ सत्ता के शीर्ष पर पहुंच जन-जन का स्वयंभू भाग्यविधाता बन जाता…