Watch: मिस यूनिवर्स 2021 का किसान कनेक्शन



किसान आंदोलन का साथ देने की वजह से मिस यूनिवर्स हरनाज़ कौर संधू सोशल मीडिया पर ट्रेंड, आंदोलन के दौरान ट्रैक्टर पर चढ़ कर किया था समर्थन, ग्रेटा थनबर्ग और रिहाना के ट्वीट्स को किया था रीट्वीट, पूरे संधू खानदान में 17 भाइयों की इकलौती बहन हैं हरनाज़, पिता रियल्टर और मां डॉक्टर



नई दिल्ली (15 दिसंबर)।

पंजाब के गुरदासपुर जिले के कोहाली गांव में पारिवारिक जड़ें रखने वालीं हरनाज कौर संधू मिस यूनिवर्स 2021 बन चुकी हैं.

वहीं केंद्र सरकार की ओर से तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के बाद करीब एक साल से दिल्ली की सीमाओं के आसपास डेरा डाले रहे किसान अपने घरों को लौट चुके हैं. इस आंदोलन की शुरुआत पंजाब से ही हुई थी. अब आप सोच रहे होंगे कि हरनाज़ और किसान आंदोलन का आपस में क्या कनेक्शन है. ये जानने के लिए आप हरनाज़ के ट्विटर हैंडल पर जाकर देखें तो पाएंगे कि उन्हें मिस यूनिवर्स की बधाई मिलने के साथ-साथ किसान आंदोलन के दौरान किसानों का समर्थन करने के लिए भी सराहा जा रहा है.


 हालांकि इस आंदोलन को समर्थन देने की वजह से सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे लोग भी है जो हरनाज़ के मिस यूनिवर्स बनने को ही अंतर्राष्ट्रीय साज़िश का हिस्सा बताते हुए उन्हें ट्रोल कर रहे हैं.





 कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इस मुद्दे पर चुटकी भी ले रहे हैं. 



आइए अब लौटते हैं कि हरनाज़ के गांव कोहाली की ओर...वर्षों पहले हरनाज के माता पिता बच्चों की अच्छी शिक्षा के मकसद से चंडीगढ़ के पास मोहाली में शिफ्ट कर गए थे. हरनाज की स्कूली शिक्षा शिवालिक पब्लिक स्कूल और पोस्ट ग्रेजुएट गर्वमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स में हुई.

सोमवार को हरनाज़ के मिस यूनिवर्स बनने के बाद से ही कोहाली में जश्न का माहौल है. हरनाज के चाचा अब भी कोहाली में रह कर अपने खेतों को संभालते हैं. कोहाली के लोग याद कर रहे हैं कि हरनाज ने किस तरह इस साल के शुरू में ट्रैक्टर पर चढ़ कर आंदोलन करने वाले किसानों के साथ एकजुटता दिखाई थी.

इस साल सितंबर में भी हरनाज़ कोहाली आई थीं- तब उन्होंने कहा था कि मुझे गर्व है कि मैं गुरदासपुर के इस गांव से ताल्लुक रखती हूं. यहां के लोगों ने हमेशा मेरी कामयाबी के लिए अरदास की, इसलिए मैं उनका नाम ऊंचा करने के लिए अपनी ओर से हर मुमकिन कोशिश करूंगी.

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में कोहाली के रहने वाले कर्मजीत सिंह के हवाले से बताया गया है कि इस साल जब हरनाज़ गांव में आई थीं तो उन्होंने भांगड़े की थाप पर डांस भी किया था.

कर्मजीत के मुताबिक जब बहुत सारी सेलेब्रिटीज ने ख़ामोश रहीं तो हरनाज़ ने खुलकर किसान आंदोलन का समर्थन किया था. गांव वाले हरनाज़ के आध्यात्मिक पक्ष का भी हवाला देते हैं. बताते हैं कि हरनाज़ ने अपने दादा के निधन के बाद भोग में गुरबाणी का पाठ किया था.

हरनाज़ के ट्विटर अकाउंट को देखें तो उन्होंने खुद किसान आंदोलन को लेकर कभी कुछ नहीं लिखा या कोई कॉमेंट किया. लेकिन उन्होंने इस साल फरवरी में इंटरनेशनल पर्सनेल्टीज ग्रेटा थनबर्ग और रिहाना के किसान आंदोलन के समर्थन में किए गए ट्वीट्स को रीट्वीट किया था.


हरनाज़ का परिवार मोहाली के सेक्टर 127 में स्थित शिवालिक सिटी के मोना पैराडाइज अपार्टमेंट्स में रहता है. उनके पिता पीएस संधू रियल्टर हैं. वहीं मां रबिन्द्र कौर संधू डॉक्टर हैं और सोहना के एक हास्पिटल में मेडिकल  आफिसर हैं. 

Harnaaz Sandhu with her family (File)

रबिन्द्र बताती हैं कि हरनाज़ पहले ज्यूडिशरी में जाना चाहती थी और उसने लॉ की पढ़ाई के लिए यूनिवर्सिटी में दाखिला भी ले लिया था लेकिन फिर अपना इरादा बदल दिया. संधू एक्सटेंडेंड फैमिली की बात की जाए तो हरनाज़ 17 भाइयों की इकलौती बहन है.

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