Source: shamidrees Instagram |
सोशल मीडिया यूजर्स ने पाकिस्तानी मूल के शैम इदरीस और क्वीन फ्रॉगी के दावों पर जताया शक़
नई दिल्ली (9 सितंबर)।
यू ट्यूबर्स में शैम इदरीस और क्वीन फ्रॉगी का बड़ा नाम है. दोनों ने
सोशल मीडिया पर हाल में कैनेडियन कैफ़े चेन डेमेट्रेस Demetres पर इस्लामोफोबिया यानि इस्लाम से नफरत रखने वाला
बर्ताव करने का आरोप लगाया. हालांकि डेमेट्रेस ने पहले एक बयान में यूट्यूबर्स के
आरोप को खारिज किया. फिर डेमेट्रेस ने दूसरे संशोधित बयान में गेस्ट्स को हुए अनुभव के लिए
माफ़ी मांगते हुए कहा कि वीडियो फुटेज की गहनता से जांच की जा रही है कि आख़िर हुआ
क्या था?
दोनों
यूट्यूबर्स ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल्स पर एक वीडियो शेयर किया. इसमें वो आरोप
लगाते दिख रहे हैं कि उनके परिवार को डेमेट्रेस में इसलिए सर्व करने से मना कर
दिया गया क्योंकि वे मुस्लिम हैं. इस पर डेमेट्रेस ने कहा है कि उन्हें इसलिए सर्व
करने से मना किया गया क्योंकि सीटिंग अरेजमेंट सीमित रखने वाले प्रोटोकॉल का पालन
किया जा रहा है.
इदरीस ने घटना के बारे में कहा, "हमें अपनी ज़िंदगी का सबसे बुरा अनुभव हुआ. नस्लवादी स्टाफ ने हमसे कहा कि वे हमारे जैसे लोगों को सर्व नहीं करेंगे. मेरे परिवार में मेरी पत्नी समेत महिलाओं ने हिजाब पहना था."
दूसरी तरफ क्वीन फ्रॉगी ने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा, "मेरा दिल टूट गया है. डेमेटर्स ओकविले ने हमारा ऑर्डर नहीं लिया और हमसे जाने के लिए कहा. क्योंकि हम मुस्लिम है और हिजाब पहन रखा था. मुझे बड़ा दुख हुआ, गूगल मैप्स पर जाओ, रीव्यू क्लिक कर डेमेट्रेस को 1 स्टार दो और लिखो- #BanIslamophobia. हम ये सुनिश्चित करें कि फिर किसी के साथ ऐसा न हो."
वीडियो
में क्वीन फ्रॉगी को कहते सुना जा सकता है, "हम डेमेट्रेस से अभी वापस आए हैं. ये
ओंटेरियो में डेज़र्ट कैफे है. मैं अपने बच्चों, परिवार और कुछ हिजाबी दोस्तों के
साथ नाइट आउट करने और कुछ डेज़र्ट लेने के इरादे से गए थे. वहां सर्वर्स ने हमारा
ऑर्डर नहीं लिया. उन्होंने हमसे रैस्टोरेंट से जाने के लिए कहा. साथ ही ये धमकी भी
दी कि हमने रेस्टोरैंट नहीं छोड़ा तो पुलिस बुला ली जाएगी. उन्होंने हमारा ऑर्डर
इसलिए नहीं लिया क्योंकि हम मुस्लिम हैं."
Demetres कॉफी चेन की ओर से कराई जा रही है वीडियो फुटेज की गहन जांच
डेमेट्रेस की ओर से इस घटना पर पहले सफ़ाई में कहा गया- "हमारे एम्पलायीज़ और हमारे गेस्ट्स के बीच कोविड-19 पाबंदियों के चलते सीटिंग अरेंजमेंट पर ग़लतफहमी हुई. तकरार बढ़ने पर गेस्ट्स से वहां से जाने के लिए कहा गया."
कैफे चेन की ओर से एक और संशोधित बयान
जारी किया गया. जिसमें गेस्ट्स के साथ वीकेंड पर हुए अनुभव के लिए माफी मांगी. इसमें कहा गया, "हम वीडियो फुटेज की पूरी जांच कर रहे हैं कि असल में हुआ क्या था.
नस्लवाद किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं हैं. हमने संबंधित गेस्ट्स का पक्ष भी
मांगा है. हम अपनी नीतियों और प्रोसीजर्स की समीक्षा कर रहे हैं, जिससे कि इस घटना
से हम सबक ले सकें."
सोशल
मीडिया पर कुछ यूज़र्स इदरीस और फ्रॉगी के दावों का समर्थन कर रहे हैं. वहीं बड़ी
संख्या में यूज़र्स ने कहा कि लगता है कैफ़े स्टाफ की ओर से जो कहा गया उसे ग़लत
समझा गया. इसलिए यूट्यूबर्स ने जो कहा, वो बढ़ा चढ़ा कर कहा गया हो सकता है.
कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने इदरीस और फ्रॉगी पर झूठ बोलने का आरोप तक
लगाया. फेसबुक पर पॉपुलर ग्रुप सोल सिस्टर्स फाउंडर कंवल अहमद ने इंस्टाग्राम पर
कहा कि "ये अपनी पत्नी के हिजाब पहने होने पर भेदभाव की झूठी स्टोरी फैला कर कनाडा
में मुस्लिमों की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं. साथ ही जो इस्लामोफोबिया की असल
घटनाएं होती हैं ये उन पर सवालिया निशान लगा देती हैं." कंवल ने कुछ गवाहों का
हवाला भी दिया जिनके मुताबिक कैफे ने कोविड-19 बंदिशों की वजह से सर्व करने से मना
किया था.
नेटीज़ेन्स सवाल उठा रहे हैं कि इदरीस और फ्रॉगी ने ऐसा वीडियो क्यों
शेयर किया जो सिर्फ एक ही पक्ष को सुनाता था और खास तौर उसमें रेस्टोरैंट मैनेजर
की आवाज़ को नहीं सुना जा सकता था.
इदरीस ने आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए एक और वीडियो जारी किया.
कौन हैं शैम इदरीस और क्वीन फ्रॉगी
पाकिस्तानी मूल के एहतेशाम इदरीस को शैम इदरीस के नाम से जाना जाता है. कनाडा
में रहने वाले इस यू-ट्यूबर की पत्नी का नाम सहर है जो खुद भी यू ट्यूबर हैं और
क्वीन फ्रॉगी के नाम से मशहूर हैं. इदरीस के जहां 17 लाख सब्सक्राइबर्स हैं वहीं
क्वीन फ्रॉगी के चैनल को सब्सक्राइब करने वाले 6 लाख हैं.
(#Khush_Helpline को उम्मीद से कहीं ज़्यादा अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. मीडिया में एंट्री के इच्छुक युवा अपने दिल की बात करना चाहते हैं तो यहां फॉर्म भर दीजिए)