Life...यही ज़िंदगी है...खुशदीप



हमेशा आगे की चाल चलते रहने से कोई शतरंज की बाज़ी नहीं जीत सकता...कभी सही चाल के लिए आपको कदम पीछे की ओर भी खींचने पड़ते हैं...

यही ज़िंदगी है...

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ये सही है कि हम जब भगवान को बुलाते हैं, ठीक उसी वक्त वो नहीं आते...लेकिन भगवान की घड़ी ठीक वक्त के मामले में कभी चूक नहीं करती...ये हम ही होते हैं जो जल्दी में होते हैं...

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स्लॉग ओवर

बच्चे स्मार्ट पर स्मार्ट होते जा रहे हैं...

मक्खन रात को गुल्ली को कहानी सुना रहा था जिससे कि उसे नींद आ जाए...मक्खन ने जैसे ही कहा...एक था राजा...


गुल्ली का जवाब था...

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डैडी जी, कोई नई कहानी सुनाओ, मैं 2-G स्पेक्ट्रम घोटाले के बारे में सब कुछ जानता हूं...

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16 टिप्पणियाँ
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  1. राजा रानी की कहानी तो पुरानी हो गई.

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  2. राहुल जी ,

    नीरा का उलटा करके देखिए, रानी ही बनेगा...

    जय हिंद...

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  3. एक था मन मोहन.... बच्चे तभी बोल पडेगे कि हम मोहन के बारे मे भी जानते हे, कोई ओर सुनाओ, बहुत खुब

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  4. राजा की कहानी के बाद कुछ नया आने को ही होगा...बस!!!!!

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  5. राज नीति मे चला करेगी
    भ्रष्टाचार की गाड़ी
    कभी चढ़े होंगे सुखराम
    राजा या कलमाड़ी

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  6. शतरंज केवल आगे बढ़ने से जीता नहीं जा सकता है।

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  7. स्लॉग ओवर के माध्यम से करारा व्यंग्य।
    ..ब्च्चा-बच्चा जान गया घोटाला क्या होता है।

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  8. राजा को सब जानते हैं .....! शुभकामनायें आपको

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  9. घोटाले के जामाने मे पैदा हुये तो राजा क्यों नही जानते होंगे। सही कहा बच्चे ने। ज़िन्दगी कैसे3 है पहेली--- शुभकामनायें\

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  10. जीतने के लिये हारने वाले ही बाजीगर भी कहलाते हैं ।

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  11. bilkul sahi keha aap ne

    car main back gear kisliye hota hai-

    jai baba banaras-

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  12. राजा रानी ही क्यों , यहाँ तो पूरी की पूरी फौज मिल जाएगी ।

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  13. "हम जब भगवान को बुलाते हैं ,ठीक उसी वक्त वो नहीं आते .."
    खुशदीप भाई हम भी बहुत देर से आपको बुला रहें हैं . तो क्या मै जल्दी में हूँ ?

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  14. आजकल पोस्ट कि रफ़्तार इतनी धीमी क्यों है सर ? क्या व्यस्तता ज्यादा हो गयी है ? पिछले कुछ पोस्ट बेहतरीन हैं आपके... अगर बेहतरीन मिले तो ऐसी रफ़्तार से कोई दिक्कत नहीं. सवाल बस इसलिए कि बात हुए कई दिन हो गए हैं और निहितार्थ यह कि आप कैसे हैं ? :)

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  15. गुल्ली का इंटेलीजेंशिया कायम रहे...

    जय हिंद.

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