मुख्यपृष्ठLoveबिना शब्दों की पोस्ट...खुशदीप बिना शब्दों की पोस्ट...खुशदीप 19 Khushdeep Sehgal शुक्रवार, जुलाई 02, 2010 प्यार... मासूमियत... विदाई... दोस्ती... अलौकिक... Below Post Responsive Ads code (Google Ads) Tags खुशदीप देशनामा departure divine friendship innocence Love और नया क्या गुलामी हमारे जींस में है...खुशदीप पुराने पति, पत्नी और वो...खुशदीप
अद्भुत
जवाब देंहटाएंतभी तो कहते हैं ……………बिना शब्दों के कही गयी बात मे बहुत असर होता है।
जवाब देंहटाएंbeautiful....
जवाब देंहटाएंसुंदर अति सुंदर!!!!
जवाब देंहटाएंWonderful..
जवाब देंहटाएंएहसास और गहरे हो जाते हैं
जवाब देंहटाएंशब्दों से जब हम परे हो जाते हैं
सुंदर कलेक्शन।
जवाब देंहटाएं………….
दिव्य शक्ति द्वारा उड़ने की कला।
किसने कहा पढ़े-लिखे ज़्यादा समझदार होते हैं?
चित्र भी बोलते हैं । लास्ट वाला बहुत भावपूर्ण ।
जवाब देंहटाएं......................................................................................................
जवाब देंहटाएंकुछ कहने तो छोड़ा कहाँ आपने !!
बिन बोले सब बोल दिया, अब कुछ कहा न जाय। नित नव पठन दर्शन को मिले बिन टिपियाये रहा न जाय बहुत ही शानदार व जानदार। बधाई!
जवाब देंहटाएंकई बार शब्दों आदमी वो कह नही पाता जो कहना चाहता है मगर कुछ बातें वो बिना शब्दों के महसूस कर लेता है और वही सत्य है ,ाद्भुत सत्य। बहुत सुन्दर-- बधाई। आशीर्वाद।
जवाब देंहटाएंएहसास और गहरे हो जाते हैं,
जवाब देंहटाएंशब्दों से जब हम परे हो जाते हैं..........
Jai Hind....
“!!!!!!!!!!!”
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जवाब देंहटाएंएहसास और गहरे हो जाते हैं,
जवाब देंहटाएंशब्दों से जब हम परे हो जाते हैं..........
शानदार.
जवाब देंहटाएंचित्रों की भाषा महाकाव्य से कम नहीं होती. धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंanoothi prastuti
जवाब देंहटाएंhttp://sanjaykuamr.blogspot.com/
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