sarjana sharma
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ब्लॉगर मिले, तस्वीरों की भी एक ज़ुबान होती है...खुशदीप
ये कोई मीट-वीट नहीं थी...समीर जी से मिलने का बस बहाना था...लेकिन जो मौका-ए-दस्तूर था, वहां सीमित जगह और व्यवस्था का कसू…
रविवार, फ़रवरी 06, 2011ये कोई मीट-वीट नहीं थी...समीर जी से मिलने का बस बहाना था...लेकिन जो मौका-ए-दस्तूर था, वहां सीमित जगह और व्यवस्था का कसू…
अजय कुमार झा, मैं और शाहनवाज़ सिद्दीकी, मौज के साथ रिपोर्टिंग की ज़िम्मेदारी का भी एहसास निर्मला कपिला जी और संगीता…
ललित शर्मा जी की बात को ध्यान से सुनतीं संजू तनेजा (चेहरा नहीं दिख रहा), संगीता पुरी जी, निर्मला कपिला जी, डॉ अरुणा …