Rana Sehri
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...यहां सब के सर पे सलीब है...खुशदीप
अलविदा जग'जीत'... 8 फरवरी 1941---10 अक्टूबर 2011 कोई दोस्त है न रक़ीब है, तेरा शहर कितना अजी…
सोमवार, अक्टूबर 10, 2011अलविदा जग'जीत'... 8 फरवरी 1941---10 अक्टूबर 2011 कोई दोस्त है न रक़ीब है, तेरा शहर कितना अजी…