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कैसे जीते हैं भला, हमसे सीखो ये अदा...खुशदीप
कैसे जीते हैं भला हम से सीखो ये अदा ऐसे क्यूँ ज़िंदा हैं लोग जैसे शर्मिंदा हैं लोग दिल पे सहकर सितम के तीर भी पहनकर…
मंगलवार, अगस्त 10, 2021कैसे जीते हैं भला हम से सीखो ये अदा ऐसे क्यूँ ज़िंदा हैं लोग जैसे शर्मिंदा हैं लोग दिल पे सहकर सितम के तीर भी पहनकर…
दो दिन से मेरठ था...आज आकर नेट खोला तो सतीश सक्सेना भाई की पोस्ट और अविनाश वाचस्पति भाई की ईमेल... शहरोज़ भाई को ले…
ज़िंदगी है क्या... आप भी बताइए, आपकी नज़र में ज़िंदगी है क्या... स्लॉग गीत ज़िंदगी है क्या, बोलो ज़िंद…