सिविल सोसायटी
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जनता या मंदिर का घंटा, जो चाहे आकर बजा दे...खुशदीप
नेता...हम जनता के नुमाइंदे हैं... सिविल सोसायटी- हम जनता के नुमाइंदे हैं... नेता...विरोधी कुछ भी कहें, हमें जनता …
मंगलवार, अप्रैल 19, 2011नेता...हम जनता के नुमाइंदे हैं... सिविल सोसायटी- हम जनता के नुमाइंदे हैं... नेता...विरोधी कुछ भी कहें, हमें जनता …
दबंगपुर में दबंग नेताओं का चारों तरफ दबदबा था...शरीफ़ इनसानों की तो जैसे वहां शामत आई हुई थी...किसी को किसी बात पर भी ह…
एक आदमी की प्रार्थना से ईश्वर प्रसन्न हो गए... बोले... वत्स अपनी कोई इच्छा हो तो बता ... आदमी बोला... भगवन् मेरी इच्छ…
पत्रकार का पेशा भी गजब हो गया है...अगर आप पत्रकार हैं और किसी भ्रष्टाचारी नेता को चोर लिखते हैं तो पहले सौ बार ऊंच-नीच …