Watch: आप रेस्त्रां में बचे अपने खाने को कैसे घर लाते हैं?



ब्लॉगर नयना प्रेमनाथ ने पिता का दिल को छूने वाला वीडियो इंस्टा पर किया शेयर, रेस्टौरैंट के लेफ्टओवर्स फूड को आप कैसे पैक करा घर लाते हैं, ज़रा सोचिए; छोटी सी पहल से कैसे पर्यावरण को रोका जा सकता है नुक़सान, जानिए...



नई दिल्ली (31 मार्च)।

आप किसी रेस्टोरैंट खाना खाने जाते है. फूड वहां अगर बच जाता है तो आप क्या करते हैं, वहीं प्लेट में छोड़ आते हैं या स्टाफ से उसे पैक करने के लिए कहते हैं जिससे कि उसे घर ले जाया जा सके और बाद में खाया जा सके. लेकिन यहां दिक्कत है कि रेस्टोरैंट स्टाफ की ओर से वो लेफ्टओवर आपको पॉलीथीन की पन्नियों या कंटेनर्स में पैक करके दिया जाता है जो डिस्पोजेबल होते हैं. ये फिर कचरे में आते हैं और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं.

ब्लॉगर नयना प्रेमनाथ ने इस संबंध में अपने पिता का एक वीडियो अपने पर शेयर किया है जो वायरल हो गया है. इसमें देखा जा सकता है कि नयना के पिता रेस्टोरैंट में अपने लेफ्टओवर को ऐसे स्टेनलेस स्टील के एक टिफिन में पैक कर रहे हैं जिसे वो साथ लेकर आए थे. इसके कैप्शन में नयना ने लिखा है कि कैसे मेरे पिता एक फैंसी रेस्त्रां से लेफ्टओवर्स को ले रहे हैं. स्टोरी लिखे जाने तक इस वीडियो को करीब 1 लाख 52 हजार से ज़्यादा लाइक्स मिल चुके थे.

नयना ने वीडियो की हेडलाइन में लिखा कि मेरे पिता डब्बे में लेफ्टओवर्स को ले रहे हैं, बिना किसी शर्मिंदगी के. नयना ने ये भी बताया कि कैसे उसके परिवार ने पिछले तीन साल में अपनी आदतों में बदलाव लाया है.माता-पिता जहां हर रेस्त्रां में अपने स्टील डब्बे साथ ले जाना नहीं भूलते वहीं नयना की बहन अपने साथ स्टील की स्ट्रॉ ले जाती है जिससे कुछ पीना हो तो प्लास्टिक के स्ट्रॉ का इस्तेमाल नहीं करना पड़े.

नयना के वीडियो का संदेश यही है कि पर्यावरण को बचाने के लिए छोटे से छोटा उपाय भी करना पड़े तो किया जाए, उसमें शर्म नहीं गौरव महसूस किया जाए. इस परिवार के अनोखे प्रयास की हर कोई तारीफ कर रहा है.



 इस इको फ्रैंडली मुहिम को समर्थन देते हुए एक यूज़र ने लिखा- इसे पूरा समर्थन, रेस्त्रां से प्लास्टिक कंटेनर्स में पैक्ड फूड ले जाना रोकने के लिए अच्छा तरीका. एक यूज़र ने लिखा- मेरा परिवार मेरे ऐसा करने पर हैरानी जताता है और मुझे ऐसा करने से रोकता है. हर कोई ये कहता है कि लेफ्टओवर फूड को घऱ ले जाना अच्छा आइडिया है लेकिन इसे अपने ही सेफ कंटेनर में ले जाया जाए, ऐसा कोई नहीं सोचता.

आप क्या कहते हैं, इस बारे में, नीचे कमेंट में ज़रूर बताइएगा...

ब्यूरो रिपोर्ट, देशनामा

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