Sakibul Gani: बिहार के लाल का कमाल, क्रिकेट में वर्ल्ड रिकॉर्ड


मोतिहारी के सकीबुल गनी का वर्ल्ड रिकॉर्ड, पहले ही फर्स्ट क्लास मैच में ट्रिपल सेंचुरी ठोकने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर, मिज़ोरम के ख़िलाफ़ रणजी मैच में 341 रन बनाए, मां ने मैच के लिए कोलकाता रवाना होने से पहले गिफ्ट किए थे तीन बैट



नई दिल्ली (19 फरवरी)।

बिहार के कस्बे मोतिहारी का नाम शुक्रवार को ट्रेंड होने लगा. वजह बना एक क्रिकेटर. इसी कस्बे से ताल्लुक रखने वाले 22 साल के सकीबुल गनी ने वो कर दिखाया जो अब तक दुनिया में कोई क्रिकेटर नहीं कर कर पाया था. गनी ने अपने पहले ही फर्स्ट क्लास मैच में ट्रिपल सेंचुरी ठोक डाली. गनी ने बिहार के लिए खेलते हुए मिजोरम के खिलाफ कोलकाता में खेले गे रणजी प्लेट मैच में 405 गेंद पर 341 रन बनाए. अब तक रिकॉर्ड मध्य प्रदेश के अजय रोहरा के नाम था. अजय ने 2018 में हैदराबाद के खिलाफ 267 नाबाद रन बनाए थे.

सकीबुल ने अपनी इस पारी में 56 चौके और 2 छक्के लगाए. बीसीसीआई डोमेस्टिक ने एक ट्वीट में सकीबुल की इस ऐतिहासिक पारी की झलक को शेयर किया.


क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर भी सकीबुल की इस पारी से बहुत प्रभावित हुए हैं. सचिन ने ट्विटर पर बधाई देते हुए लिखा- 'साकिबुल गनी को उनके डेब्यू रणजी ट्रॉफी मैच में ठोस प्रदर्शन के लिए बधाई। इसे जारी रखो।'


मिजोरम के खिलाफ मैच में बिहार ने पहले बैटिंग करते हुए पांच विकेट पर 685 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया. इसमें चौथे विकेट के लिए सकीबुल और बाबुल कुमार के बीच हुई 538 रन की साझेदारी शामिल थी. बाबुल ने 229 नाबाद बनाए. मिजोरम ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक जवाब में 7 विकेट पर 298 रन बनाए.

 

2 सितंबर 1999 को मोतिहारी में जन्मे सकीबुल अपने परिवार में 6 संतान में सबसे छोटे हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सकीबुल की मां अस्मा खातून ने बेटे की उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि मेरा बेटा अच्छी क्रिकेट खेल रहा है. अस्मा खातून ने ये भी बताया कि उन्होंने बेटे के कोलकाता रवाना होने से पहले सकीबुल को तीन बैट गिफ्ट किए थे. तब सकीबुल ने मां से कहा था- अम्मा इनकी नज़र उतार दे. इस पर अस्मा खातून ने सरसों के बीज से बल्लों की नज़र उतारी थी.

सकीबुल के बड़े भाई 27 साल के फैसल भी क्रिकेटर रहे हैं. वहीं उनका छोटा भाई अफान भी क्रिकेट खेलता है. उनकी मां के मुताबिक अगर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने अपनी मान्यता नहीं खोई होती तो फैसल को भी फर्स्ट क्लास क्रिकेट में खेलने का मौका मिल जाता. गनी परिवार के घर में ट्राफियों और मेडल्स की भरमार दोनों भाइयों के अच्छे क्रिकेटर होने का अपने आप में सबूत है.

सकीबुल के पिता मोहम्मद मन्नान गनी की स्पोर्ट्स के सामान की दुकान है. वो कहते हैं कि सकीबुल का मेंटर बड़ा भाई फैसल ही है. फैसल ने अंडर 19 में बिहार की नुमाइंगी करने के अलावा कूच बिहार ट्रॉफी और विज़ी ट्रॉफी भी खेली लेकिन उन्हें रणजी टीम में खेलने का मौका नहीं मिला. साकिब बैटिंग ऑलराउंडर है. राइट हैंड बैट्समैन के अलावा सकीबुल मीडियम पेस बोलिंग भी कर लेते हैं. वहीं उनका छोटा भाई अफान स्पिनर है.

मोतिहारी जैसे कस्बे, जहां क्रिकेट का कोई इंफ्रास्ट्रक्चर खास उपलब्ध नहीं है, वहां से उठ कर पहले ही फर्स्ट क्लास मैच में वर्ल्ड रिकॉर्ड बना देने वाले सकीबुल हसन की हर कोई चर्चा कर रहा है. मोतिहारी के अगारवा मोहल्ले में रहने वाले गनी परिवार को सब तरफ से बधाई मिल रही हैं.


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