Watch: और इनसान में धड़कने लगा सुअर का दिल



दुनिया में पहली बार किसी इनसान में सुअर का दिल फिट किया गया, अमेरिका में हुई सर्जरी, यूनिवर्सिटी ऑफ मेरीलैंड के डॉक्टर्स की टीम का कमाल, पाकिस्तान मूल के डॉ मंसूर मोहिउद्दीन भी शामिल, 57 साल के अमेरिकी नागिरक डेविड बेनेट ट्रांसप्लांट के 3 दिन बाद कर रहे हैं अच्छी प्रोग्रेस



नई दिल्ली (11 जनवरी)।

दुनिया में पहली बार किसी इनसान में सुअर का दिल इम्पलांट किया गया है. अमेरिका में की गई ये कामयाब सर्जरी मेडिकल हिस्ट्री में लैंडमार्क बताई जा रही है. इस सर्जरी को पाकिस्तान मूल के डॉक्टर मंसूर मोहिउद्दीन ने यूनिवर्सिटी ऑफ मेरीलैंड के अन्य सर्जन्स के साथ मिल कर अंजाम दिया.

सर्जरी टीम में शामिल डॉ मंसूर मोहिउद्दीन- ट्विटर

डेविड बेनेट नाम के मरीज़ पर ये सर्जरी की गई. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक बेनेट को बचाने का और कोई विकल्प नहीं बचा था. ऐसे में डॉक्टर्स ने सुअर का दिल इंपलांट करने का फैसला किया. 57 साल के अमेरिकी नागरिक बेनेट दुनिया में जेनेटिक मॉडिफाइड हार्ट ट्रांसप्लांट हासिल करने वाले पहले शख्स बन गए.


सर्जरी करने वाले नागरिक डॉ मोहिउद्दीन कराची से नाता रखते हैं और उन्होंने डो यूनिवर्सिटी ऑप हेल्थ साइंसेज़ से ग्रेजुएशन या. डॉ मोहिउद्दीन ने पाकिस्तान के जिओ न्यूज़ को बताया कि हमने सुअर के दिल के जेनेटिक मेकअप के बारे में रिसर्च किया, इसके बाद अलग अलग जेनेटिक टेक्नीक से इसे मॉडिफाई करना सीखा. इससे पहले बंदर के दिल पर भी एक्सपेरिमेंट्स किए गए, जिससे उनके दिल को इनसान में ट्रांसप्लांट किया जा सके. लेकिन वो प्रयोग सफल नहीं हो सके थे. लेकिन सुअर के दिल के साथ एक्सपेरिमेंट कामयाब रहा. ये एग्जामिन किया गया था कि कौन सा जानवर जेनेटिक मेकअप में इनसान के करीब है और सुअर को फिट पाया गया.

सुअर के जेनेटिक्स के बारे में डॉ मोहिउद्दीन ने कहा कि ये बहुत तेज़ी से बढ़ते हैं. एक महीने के सुअर का दिल साइज में इनसान के दिल जितना ही बढ़ा होता है.

डॉ मोहिउद्दीन से जब पूछा गया कि जिस इनसान में ये हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया है, उसके जीवित बचे रहने की संभावना है, इस पर उन्होंने कहा कि पेशेंट और इम्पलांटेड हार्ट दोनों को ही ट्रांसप्लांट के बाद बारीकी से मॉनीटर किया जा रहा है. हम ये देखेंगे कि क्या इनसान का शरीर किसी बाहरी ऑरगन को स्वीकार करता है या नहीं. कई बार ऐसा होता है कि बाहरी ऑरगन तो अच्छी तरह काम करता है लेकिन इनसान का शरीर उससे तालमेल नहीं बिठा पाता.

पिग ट्रांसप्लांट की लागत पूछे जाने पर डॉक्टर मोइउद्दीन ने कहा कि इस तरह के मेडिकल प्रोसीजर्स अमेरिका में इंश्योरड होते हैं. ट्रांसप्लांट की लागत कोई बड़ा मुद्दा नहीं है. लेकिन सुअर के दिल को जेनेटिक मॉडीफाई करने पर बड़ा खर्च आता है. यह काम लंबा और जटिल होता है.

डॉक्टर मोहिउद्दीन ने बताया कि हार्ट ट्रांसप्लांट का ये ऑपरेशन सात घंटे तक चला था. उसके बाद तीन दिन हो चुके हैं और पेशेंट अच्छी प्रोग्रेस कर रहा है. बीबीसी के मुताबिक सुअर का दिल ट्रांसप्लांट कराने वाले बेनेट ने सर्जरी से एक दिन पहले कहा था, ये मरने या इस ट्रांसप्लांट के लिए जाने का मामला था. मुझे पता था कि ये अंधेरे में तीर चलाने जैसा था लेकिन ये मेरे सामने आखिरी रास्ता था.

 रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी मेडिकल रेगुलेटर ने यूनिवर्सिटी ऑफ मेरीलैंड के डॉक्टरों को इस ट्रांसप्लांट के लिए खास इजाजत दी थी. ऐसा इसलिए किया गया कि बेनेट को किसी इनसान के दिल के ट्रांसप्लांट के लिए अनफिट घोषित किया जा चुका था.

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