पटाखे सड़कों पर न छोड़ने की अपील वाले आमिर ख़ान के एड पर BJP MP अनंत कुमार हेगड़े को आपत्ति,एड देने वाली सिएट लिमिटेड के MD-CEO अनंत वर्धन गोएनका को चिट्ठी लिखी, कहा- 'सड़कों पर नमाज अदा करने,अजान के वक्त लाउडस्पीकर्स की ऊंची आवाज़ से असुविधा पर भी ध्यान दें'
दिवाली कलेक्शन से जुड़े फैबइंडिया के जश्ने-रिवाज एड से जुड़ा विवाद थमा भी नहीं कि अब दिवाली से जुड़ी एक और एड कंट्रोवर्सी सुर्खियों में है. ये टायर निर्माता कंपनी सिएट लिमिटेड का विज्ञापन है जिसमें बॉलिवुड स्टार लोगों को गलियों में पटाखे न छोड़ने की सलाह देते दिख रहे हैं.
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अक्टूबर को लिखी गई इस चिट्ठी में हेगड़े ने कहा कई भारतीय शहरों में ये बहुत आम
देखने को मिलता है कि मुस्लिम सड़कों को ब्लॉक कर नमाज अदा करते हैं, उस
वक्त एंबुलेंस और फायरब्रिगेड भी ट्रैफिक में फंस जाते हैं जिससे गंभीर नुकसान
होता है.
बेंगलुरू की उत्तरा कन्नडा सीट से सांसद हेग़ड़े ने
सिएट के एमडी अनंत वर्धन गोएनका से ऊंची आवाज से होने वाले प्रदूषण का मुद्दा
उठाने को भी कहा. हेगड़े ने चिट्ठी में लिखा कि हह दिन हमारे देश में अजान के वक्त
मस्जिदों से लाउडस्पीकर्स से ऊंचा शोर होता है. ये आवाज जितनी लिमिट तय है उससे
ऊंची होती है. शुक्रवार को ये और ज्यादा देर तक रहती है. इससे गंभीर बीमारियों
वाले लोगों, विभिन्न
संस्थानों में काम करने वाले लोगों और क्लासरूम में पढ़ाने वाले टीचर्स को असुविधा
होती है.
हेगड़े ने आगे चिट्ठी में कहा कि जैसे कि आप आम लोगों
को होने वाली समस्या को लेकर बहुत संवेदनशील हैं और आप भी हिन्दू समुदाय से आते
हैं, मैं
आश्वस्त हूं कि आप हिन्दुओं से सदियों से चले आ रहे भेदभाव को महसूस कर सकते हैं.
हेगड़े ने ये भी लिखा कि आजकल एंटी हिन्दू एक्टर्स का एक ग्रुप हमेशा हिन्दू
भावनाओं को आहत करने में लगा रहता है जबकि ये अपने समुदाय के गलत कामों को जाहिर करने
की कभी कोशिश नहीं करता.
अभी हाल में कपड़ों के जानेमाने ब्रैंड फैबइंडिया को
दिवाली कलेक्शन से जुड़े प्रमोशनल कैंपेन को वापस लेना पड़ा. इसमें दिवाली के लिए
जश्ने रिवाज शब्द का इस्तेमाल किया गया था. इस पर बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष
तेजस्वी सूर्या समेत कई यूजर्स ने कहा था कि ये हिन्दू त्योहार को मुस्लिम
विचारधारा से जोड़कर विकृत करने की कोशिश है. इसके बाद फैबइंडिया ने अपने प्रमोशनल
ट्वीट को वापस ले लिया था. अब देखना है कि आमिर खान के विज्ञापन को लेकर सिएट
लिमिटेड पर डाले जा रहे दबाव का क्या नतीजा होता है.
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