क्या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के ग़लत नक्शे को दिखाने
की कोई प्रतियोगिता चल रही है या भारत के नक्शे को विदेशियों ने सच में ही बिना
सिर वाले धड़ के रूप में ही मान्यता दे दी है...
गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब चीन के ऐतिहासिक
शहर शियान के दौरे पर थे, तो उसी दिन चीन के सरकारी स्वामित्तव वाले चाइना सेंट्रल
टेलीविजन (सीसीटीवी) पर भारत का नक्शा दिखाया जा रहा था। ऐसा नक्शा जिसमें
जम्मू-कश्मीर पूरा का पूरा गायब था। साथ ही अरुणाचल प्रदेश का भी नक्शे पर कोई
अता-पता नहीं था। चीनी-हिंदी भाई-भाई जितना भी किया जाए लेकिन चीन भारत को लेकर
क्या सोचता है, वो उसने इस नक्शे के ज़रिए ज़ाहिर कर दिया है।
चीन तो ख़ैर चीन है लेकिन ये फेसबुक के सीईओ मार्क
ज़ुकरबर्ग महोदय को क्या हुआ। इन्होंने आख़िर क्यों फेसबुक पर अपनी एक पोस्ट में
इन्फो-ग्राफ़िक में भारत का नक्शा दिखाते हुए सिर को धड़ से अलग कर दिया। इन
जनाब ने भी जम्मू-कश्मीर को पूरी तरह से ही भारत से साफ़ कर देने की हिमाकत दिखाई।
मार्क ने Internet.org के बारे में जानकारी देते हुए फेसबुक पर अपनी पोस्ट में लिखा था कि अब दक्षिण अफ्रीकी देश मलावी में फ्री इंटरनेट की
सुविधा उपलब्ध है। मार्क ने साथ में एक इन्फो-ग्राफिक भी पोस्ट किया। लेकिन
भारतीयों ने शीघ्र ही नोट कर लिया कि इन्फो-ग्राफ़िक में क्या गड़बड़ है। मार्क के
पोस्ट डालते ही अखिल देव ने टिप्पणी की- 'बढ़िया काम, कृपा करके तस्वीर में भारत का नक्शा ठीक कर दें।
कश्मीर नक्शे से गायब है।' इसके बाद तो
पोस्ट पर कमेंट्स की झड़ी लग गई। साथ ही भारत और पाकिस्तान के यूजर्स की ज़ुबानी
जंग भी इन कमेंट्स के ज़रिए शुरू हो गई। लेकिन मार्क ज़ुकरबर्ग ने किसी भी कमेंट
का जवाब देने से परहेज़ किया। दिलचस्प बात ये है कि गुरुवार को ही मार्क ने अपना
32वां जन्मदिन मनाया। लेकिन शुक्रवार को मार्क ने अपनी इस पोस्ट को डिलीट कर दिया।
चीन और मार्क ज़ुकरबर्ग से पहले अल जज़ीरा टेलीविजन चैनल भी
भारत का ग़लत नक्शा दिखा चुका है। इस पर भारत सरकार की और से कार्रवाई भी की
गई। अप्रैल के आखिरी हफ्ते में अल जज़ीरा के भारत में प्रसारण पर पाँच दिन के लिए रोक
लगा दी गई थी। अल जज़ीरा चैनल ने 2013 एवं 2014 में भारत का गलत नक्शा दिखाया था, जिसके बाद सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने मामले
को भारत के महासर्वेक्षक (एसजीआई) के पास भेज दिया था।
एसजीआई ने महसूस किया कि अल जजीरा द्वारा प्रदर्शित किए गए
कुछ नक्शों में जम्मू कश्मीर में भारतीय भूमि के एक अंश (पाक अधिकृत कश्मीर एवं
अक्साई चिन) को भारत की भूमि के अंग के रूप में नहीं दिखाया गया था।
अल जज़ीरा पर
भारत सरकार कार्रवाई कर सकती है तो फिर चीन और फेसबुक के सीईओ मार्क ज़ुकरबर्ग के
ख़िलाफ़ भी ऐसा ही कोई सख़्त कदम क्यों नहीं उठा सकती। दुनिया को क्या ये संदेश
देना ज़रूरी नहीं कि भारत का ग़लत नक्शा दिखाना एक तरह से उसकी सम्प्रभुता को
चुनौती देना है। और ऐसी हरकत किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जो भी
ऐसा करेगा, उसे अंजाम भुगतने के लिए
भी तैयार रहना होगा।
इस समय तो कटोरा ले कर भीख माँगने के इलावा कुछ दीखता नहीं इस सरकसर को कटोरे में यही कुछ मिलता है। चैनल भी शोर नहीं मचा रहे।
जवाब देंहटाएंसही कहा निर्मला जी,
हटाएंजिस दिन मैं-मैं छोड़कर सही में भारत और इसके लोगों के बारे में सोचा जाएगा, तभी कुछ सार्थक हो सकेगा...
जय हिंद...
सही कहा निर्मला जी,
हटाएंजिस दिन मैं-मैं छोड़कर सही में भारत और इसके लोगों के बारे में सोचा जाएगा, तभी कुछ सार्थक हो सकेगा...
जय हिंद...
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (22-05-2015) को "उम्र के विभाजन और तुम्हारी कुंठित सोच" {चर्चा - 1983} पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक
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