हर
तरफ गूगल हिंदी इनपुट
और एंड्रॉयड वन फोन की चर्चा
है। खास तौर पर हिंदीभाषियों
के लिए। अधिकतर हिंदीभाषी
अभी तक मोबाइल पर कोई एसएमएस
भेजना हो या ईमेल करना हो अथवा
सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर
अपडेट करना हो, Whatsapp पर
चैट करना हो तो हिंदी को
रोमन भाषा में ही लिखते रहे
हैं जैसे कि...Namaskar, Aap kaise
hain?। इस विधि
से काम तो चल जाता है लेकिन
संवाद करने में अटपटा ज़रूर
लगता है। साथ ही अपनी भाषा की
आत्मीयता (फील)
भी नहीं आ पाती।
एंड्रॉयड
मोबाइल पर गूगल हिंदी इनपुट
की सुविधा से इस समस्या का
काफ़ी हद तक समाधान हो गया है।
ये टूल हिंदी में टाइप करने
के लिए ये सबसे लोकप्रिय कीबोर्ड
है। ये फोनेटिक टाइपिंग टूल
है। यानि ये महत्व नहीं रखता
कि आपको हिंदी टाइपिंग आती
है या नहीं। आप अंग्रेज़ी
कीबोर्ड पर टाइप करना शुरू
करें और ये टूल उसे खुद-ब-खुद
देवनागरी हिंदी में बदलता
जाता है।
जैसा
कि आप सभी ने नोट किया होगा कि
गूगल पिछले कुछ समय से भारत
में अपनी योजनाओं के लिए हिंदी
पर बहुत ज़ोर दे रहा है। इसी
उद्देश्य से हाल ही में गूगल
ने कम दाम पर एंड्रॉयड वन
स्मार्टफोन लॉन्च किए हैं।
इन फोनों में गूगल
हिंदी इनपुट टूल के अलावा और
क्या स्पेसिफिकेशन्सहैं,
इस पर
आगे बात करेंगे।
इस सेगमेंट के दूसरे फोन की
भी चर्चा करेंगे।
पहले
ये देखा जाए कि एंड्रॉयड मोबाइल
पर गूगल हिंदी इनपुट टूल की
मदद से कैसे हिंदी टाइपिंग
की जा सकती है। लेकिन ऐसा करने
से पहले ये ध्यान रखना ज़रूरी
है कि ये टूल एंड्रॉयड 4.0
से पहले के
वर्जन पर काम नहीं करता। अगर
आपका एंड्रॉयड 4.0
से ऊपर के वर्जन
का है तो इस टूल
को
गूगल प्ले से डाउनलोड करना
होगा।
फिर
Settings
में
Language
& Input पर
जाकर Google
Hindi Input से
इस टूल को अपने एंड्रॉयड फोन
पर एक्टिव करना होगा। टाइपिंग
शुरू करने से पहले फोन के टॉप
पर नोटिफिकेशन एरिया में
Choose
Input method को
चुनकर टूल बदल लें। अब
जो लेआउट दिखेगा,
उस पर
टाइप करना शुरू करेंगे तो
हिंदी इनपुट मिल जाएगा। इसे नीचे वीडियो से अच्छी तरह समझा जा सकता है।
अगर
आपको 'सारे
जहां से अच्छा हिंदुस्तान
हमारा'
लिखना
है तो आपको 'Saare
Jahan Se Achcha Hindustan Hamara' टाइप
करना होगा। कीबोर्ड के ऊपर
एक पट्टी में आपको हिंदी शब्द
दिखने लगेंगे।
अब
बात गूगल के एंड्रॉयड वन फोनों
की। गूगल ने तीन मोबाइल निर्माता
कंपनियों की मदद से ये फोन देश
में उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
माइक्रोमैक्स कैनवस ए1,
कार्बन स्पॉर्क
वी और स्पाइस ड्रीम उनो।
मोबाइल
बाज़ार के जानकारों के मुताबिक
इस सेगमेंट में अभी तक मोटो
ई की डिमांड सबसे अधिक रही है।
इसकी बिक्री भारत में मई 2014
से शूरू हुई
थी।
मोटो
ई और गूगल एंड्रॉयड वन फोनों
का मिलान किया जाए तो मज़बूत
बैट्री के मामले में मोटो ई
बेहतर है। मोटो ई में बैट्री
Li-Ion 1980 mAh है।
वहीं तीनों एंड्रॉयड वन फोनों
में ये Li-Ion 1700 mAh है।
लेकिन मोटो ई की कीमत को देखा
जाए तो उससे कम दाम में एंड्रायड
वन फोनों में उससे मिलते
स्पेसिफ़िकेशन्स मौजूद हैं।
यही नहीं एन्ड्रॉयड वन में 2
MP फ्रंट
कैमरा है जो मोटो ई में नहीं
है। कैमरा एंड्रॉयड
फोनों और मोटो ई में एक समान
5 MP है।
कोर प्रोसेसर में भी एंड्रायड
वन फोन मोटो ई से आगे हैं।
एंड्रॉयड वन में 1.3
GHz क्वैड
कोर प्रोसेसर है, वहीं
मोटो ई में 1.2 GHz डुअल
कोर प्रोसेसर है। डिस्पले
स्क्रीन भी एंड्रॉयड वन में
बड़ा है। मोटो ई में डिस्पले
स्क्रीन 4.3 इंच
है, वहीं
एंड्रॉयड वन में 4.5
इंच
है। हालांकि स्क्रीन रेसोल्यूशन
में मोटो ई आगे है। मोटो ई की
स्क्रीन रेसोल्यूशन 540X960
पिक्सल
है। एंड्रॉयड वन में ये रेसोल्यूशन
480X854 पिक्सल
है।
रैम मोटो ई और एंड्रॉयड
वन फोनों में एक समान यानि 1
GB है।
मेमोरी सब फोनों में 4
GB इसे
32 GB तक
बढ़ाया जा सकता है।OS एन्ड्रॉयड फोनों में Android OS v4.4.4 KitKat है। मोटो ई में ये Android OS v4.4.2 KitKat जिसे 4.4.4 तक अपग्रेड किया जा सकता है।
एंड्रॉयड
के चीफ़ सुंदर पिचाई भारत में
ही जन्मे हैं। गूगल के एंड्रॉयड
वन फोनों के लॉन्च के वक्त वो
भारत आए थे। पिचाई के मुताबिक
उनका लक्ष्य विश्व के पांच
अरब लोग हैं जो बिना स्मार्ट
फोन के रह रहे हैं। एंड्रॉयड
वन में हिंदी के अलावा सात और
भारतीय भाषाओं के लिए भी सपोर्ट
हासिल है। इस सारी कवायद का
मकसद यही दिखता है कि कीमत को
लेकर काफ़ी सजग भारतीयों के
लिए ही खास तौर परर एंड्रॉयड
वन को बनाया गया है। यहां ये
बताना भी ज़रूरी है कि एंड्रॉयड
वन फोनों को अगले दो साल के
लिए एंड्रॉयड से सभी अपग्रेड
मिलते रहेंगे।
Android
का
नवीनतम संस्करण (4.4
किटकैट)
चलाता
है और नया ऑपरेटिंग सिस्टम
रिलीज़ होते ही स्वचालित रूप
से मिल जाता है।
मददगार
नई चीजें जैसे ध्वनि आदेश और
चतुराईपूर्ण इंजीनियरिंग
से फ़ोन को तेजी से चलाने में,
अधिक
समय चलने,
और
अधिक आकर्षक फ़ोटो लेने में
मदद करती हैं।
इसे अपने अनुकूल बनाने के लिए
एक ताजा होम स्क्रीन के साथ
शुरू करें और उसे ठीक वैसा
बनाने के लिए जैसा आप चाहते
हैं अपने पसंदीदा Android
ऐप्स
और वॉलपेपर के साथ अनुकूलित
कर लें। इनबिल्ट सिक्योरिटी
इसकी एक और खासियत है। अपने
फ़ोन को एक पासवर्ड,
पैटर्न
या यहां तक कि अपने चेहरे की
छवि का उपयोग करते हुए अनलॉक
करें।
यदि
आप अपना फ़ोन खो देते हैं,
तो
आप Android
उपकरण
प्रबंधक का उपयोग करके उसे
खोज सकते हैं,
लॉक
कर सकते हैं,
या
दूरस्थ रूप से अपनी सामग्री
को हटा सकते हैं।
इसको पाकर मैं सबसे खुश हूँ क्योंकि हिंदी वाले हिंदी देखना और पढ़ना ही पसंद करते हैं।
जवाब देंहटाएंउत्तम ज्ञान वर्धक लेख |
जवाब देंहटाएंबहुत ही उपयोगी जानकारी मिली
जवाब देंहटाएंआभार
आप मेरे ब्लॉग पर आमंत्रित हैं. :)