पांच लाख से भी जियादा लोग फायदा उठा चुके हैं प्यारे मालिक के ये दो नाम हैं जो कोई भी इनको सच्चे दिल से 100 बार पढेगा। मालिक उसको हर परेशानी से छुटकारा देगा और अपना सच्चा रास्ता दिखा कर रहेगा। वो दो नाम यह हैं। या हादी (ऐ सच्चा रास्ता दिखाने वाले)
या रहीम (ऐ हर परेशानी में दया करने वाले)
आइये हमारे ब्लॉग पर और पढ़िए एक छोटी सी पुस्तक {आप की अमानत आपकी सेवा में} इस पुस्तक को पढ़ कर पांच लाख से भी जियादा लोग फायदा उठा चुके हैं ब्लॉग का पता है aapkiamanat.blogspotcom
हम इनसे कुछ नहीं सीखते .... :-(
जवाब देंहटाएंहाय कितने गन्दे हैं? सूअर के बच्चे से पप्पी? हमें नहीं सीखना भाई।
जवाब देंहटाएंवाह खुशदीप जी... बहुत अच्छे...
जवाब देंहटाएंअरे!
जवाब देंहटाएंइन सब के लिए कमाना भी तो पड़ेगा। वह सब पापा जानें!
काश जिंदगी में ये चीजें हमेशा बनी रहें...आपकी शुभकामनाएं फलें फूलें ये ही कामना करता हूँ...
जवाब देंहटाएंनीरज
जीवन का सर्वाधिक निश्चिन्त दौर. बचपन... सुन्दर चित्र.
जवाब देंहटाएंसुंदर चित्र सजाए
जवाब देंहटाएंहमे भी मनभाए
जीने का यही फ़ंडा
ना रोळा रप्पा डंडा
अमन का फ़हरे तिरंगा
तन मन रहे चंगा
पांच लाख से भी जियादा लोग फायदा उठा चुके हैं
जवाब देंहटाएंप्यारे मालिक के ये दो नाम हैं जो कोई भी इनको सच्चे दिल से 100 बार पढेगा।
मालिक उसको हर परेशानी से छुटकारा देगा और अपना सच्चा रास्ता
दिखा कर रहेगा। वो दो नाम यह हैं।
या हादी
(ऐ सच्चा रास्ता दिखाने वाले)
या रहीम
(ऐ हर परेशानी में दया करने वाले)
आइये हमारे ब्लॉग पर और पढ़िए एक छोटी सी पुस्तक
{आप की अमानत आपकी सेवा में}
इस पुस्तक को पढ़ कर
पांच लाख से भी जियादा लोग
फायदा उठा चुके हैं ब्लॉग का पता है aapkiamanat.blogspotcom
nice post
जवाब देंहटाएंगर ऐसा हो जाए
जवाब देंहटाएंतो सब सफल
किशोरों और युवाओं के लिए उपयोगी ब्लॉगों की जानकारी जल्दी भेजिएगा
भई वाह।
जवाब देंहटाएंवाह खुशदीप जी...
जवाब देंहटाएंखुशदीप भाजी कुछ लाईफ़ अपने भारतिया बच्चो की भी दिखाये ना,
जवाब देंहटाएंयही दुआ करते है कि आपकी सब मनोकामनाएं पूरी हो !
जवाब देंहटाएंजय हिंद !
मियां अभी तक तो लोगों को कुत्तों का मूंह चाटते देखा था । अब सूअर भी । तौबा तौबा ।
जवाब देंहटाएंJo hai sunder hai.
जवाब देंहटाएंहम किसी से कुछ नहीं सीखते या यह कह लें जो सीखना चाहते हैं वही सीखते हैं..
जवाब देंहटाएंहाय हाय .... बाकी तो सब ठीक है पर शॉपिंग के पैसे तो मर्दों की ही जेब से निकलेंगे न। काहे को बेचारों को गरीब बनाते हो....
जवाब देंहटाएंभई वाह, बेहतरीन फोटो कलेक्शन
जवाब देंहटाएंतबियत हरी हो गयी।
रोनी सूरत वालों को भी मुस्कुराने को विवश कर देगी आपकी ये चित्रमयी पोस्ट
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