ब्लॉगर्स सावधान !!! कुछ भी हो सकता है...खुशदीप
बताते हैं कि पुराने ज़माने में हिंदुस्तान में किसी ने चाय का नाम तक नहीं सुना था...ईस्ट इंडिया कंपनी आई...अंग्रेज़ आए..…
बुधवार, मार्च 31, 2010बताते हैं कि पुराने ज़माने में हिंदुस्तान में किसी ने चाय का नाम तक नहीं सुना था...ईस्ट इंडिया कंपनी आई...अंग्रेज़ आए..…
पोस्ट ऑफिस में एक सीनियर क्लर्क उस डेस्क का काम देखा करते थे जहां अधूरे या अस्पष्ट पतों वाली डाक की छंटाई होती थी... …
एक छोटा बच्चा मां से पूछता है... मां, तुम रो क्यों रही हो... मां... क्योंकि मैं एक औरत हूं... बच्चा... मुझे समझ…
बड़े दिन से हंसी ठठे वाली पोस्ट लिख रहा था...आज कुछ सीरियस लिखने का मूड है...पहले मैं इस विषय को ब्लॉग पर लिखने को लेकर…
आज आपको एक सच्चा किस्सा सुनाने जा रहा हूं...ये मेरे एक नज़दीकी रिश्तेदार के घर की बात है...इसे पढ़ने के बाद आपको लगेगा …
एक भालू सिगरेट का सुट्टा लगाने की तैयारी कर रहा था कि एक चूहा उसके पास आया...चूहे ने कहा... इतने शक्तिशाली, इतने हैंडसम…
अपना लक पहन कर चलो...ये पढ़ कर आपको ज़रुर याद आ गया होगा कि मैं लक्स कोज़ी की एड का ज़िक्र कर रहा है...लेकिन कुछ पहनने …
हर घर कुछ न कुछ कहता है ...नेरोलक पेंटस का ये एड आपने कभी न कभी ज़रूर देखा होगा...मैं कहता हूं घर क्या, घर का हर कमरा, …
पढ़ाई के तरीके बदल रहे हैं...अब उन तरीकों से बच्चों को पढ़ाने पर ज़ोर दिया जा रहा है जिन्हें वो आसानी से समझ सकें...जैस…
कल मैनपुरी से ब्लॉगर भाई शिवम मिश्रा का फोन आया...उन्होंने बड़ी फ़िक्र जताई कि न तो ये स्टार ब्लॉगर महोदय फोन उठा रहे …
ब्लॉगिंग में जितने प्यार की मैं उम्मीद के साथ आया था, उससे दुगना क्या, कहीं ज़्यादा गुना मुझे मिला...देखते ही देखते ये …
मातृभूमि की सेवा करने वाले सैनिक क्या अलग मिट्टी के बने होते हैं...क्या वो आपके-हमारी तरह इंसान नहीं होते...सरहद पर दुश…
भारत भलमनसाहत दिखाते हुए जब भी पाकिस्तान के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाता है, पाकिस्तान किसी न किसी बहाने कश्मीर को बीच मे…
समुद्र किनारे मछुआरों के सुंदर से गांव में एक नौका खड़ी है... एक सैलानी वहां पहुंचता है और मछुआरों की मछली की क्वालिट…
एक अमेरिकी और एक भारतीय बार में बैठे ड्रिंक पर ड्रिंक चढ़ा रहे थे... भारतीय अपना ग़म गलत करने के लिए अमेरिकी से बोला.…
ज़िंदगी है क्या... आप भी बताइए, आपकी नज़र में ज़िंदगी है क्या... स्लॉग गीत ज़िंदगी है क्या, बोलो ज़िंद…
बर्थ-सर्टिफिकेट सबूत है हमारे जन्म का... डेथ-सर्टिफिकेट सबूत है हमारी मौत का... फोटो सबूत हैं हमारे ज़िंदा रहने क…
मक्खन बेचारा पूरी ज़िंदगी एक सवाल का जवाब सोचते-सोचते मर गया लेकिन उसकी मुश्किल दूर नहीं हुई...इससे पहले कि आप स्लॉग ओ…
ये नज़्म है, ग़ज़ल है...क्या है मैं नहीं जानता...किसने लिखी है, उसे भी मैं नहीं जानता...ई-मेल पर भेजने वाले ने शायर का …
वाकई माहौल बड़ा गरम है...कुछ भी कहना ख़तरे से खाली नहीं है...कौन बुरा मान जाए...कौन लाठी बल्लम निकाल ले...कुछ पता नहीं …
आज की ये पोस्ट इरफ़ान भाई को समर्पित है...देश के अग्रणी कार्टूनिस्ट इरफ़ान को हिंदी अकादमी ने वर्ष 2008-09 के लिए काका…
एक अमेरिकी नागरिक भारत घूमने आया और फिर वापस अपने देश गया...वहां वो अपने एक भारतीय दोस्त से मिला...दोस्त ने बड़ी उत्सुक…
ऊपर वाला ब्रह्मांड को बनाने की प्रक्रिया में था...साथ ही अपने मातहतों को सृष्टि का सार बताता भी जा रहा था... देखो, सृजन…
जी हां, ठीक पढ़ा आपने...क्या हम सब बीमार हैं...आप कहेंगे कि भईया तुम अपनी निबेड़ो, हम भले-चंगों को साथ क्यों लपेटते हो.…
संसद में महिला रिज़र्वेशन बिल पर सोमवार से जो तूफ़ान आएगा सो आएगा...लेकिन ब्लॉगवुड में नारी विमर्श पर युद्ध चरम पर पहु…