पल दो पल या ज़िंदगी हर इक पल...खुशदीप
रिश्तों का रूप बदलता है, बुनियादें ख़त्म नहीं होती, ख्वाबों की और उमंगों की, मियादें ख़त्म नहीं होती... कल यूह…
रविवार, अक्टूबर 30, 2011रिश्तों का रूप बदलता है, बुनियादें ख़त्म नहीं होती, ख्वाबों की और उमंगों की, मियादें ख़त्म नहीं होती... कल यूह…
इस लिंक पर जाकर खुद देखिए... MAGIC DUO DOUBLE FANTASY ....................................................…
दीवाली बीत गई...आज गोवर्धन है...अखबारों की छुट्टी की वजह से आज की सुबह बड़ी सून है...किसी चीज़ की अहमियत तभी पता चलती…
खुशियों के दीप जलाते चलो, ब्ल़ॉगिंग की गंगा बहाते चलो... किसी दीये की लौ दूसरे दीयों को रौशन करने के बाद कम नहीं हो…
एक दिन एक सज्जन ने एयरपोर्ट जाने के लिए टैक्सी ली...टैक्सी ड्राइवर कुशल प्रोफेशनल की तरह सारे नियमों का पालन करते हुए…
‘खिला नहीं सकते तो पैदा क्यों करते हो? मारना जुर्म है तो पैदा करना जुर्म क्यों नहीं है?’ एक पिता का क़त्ल करने वाली ल…
एक गरीब लड़का स्कूल जाने से पहले दरवाज़े-दरवाज़े जाकर चीज़ें बेचा करता था...एक दिन उसकी ज़ेब में दस सेंट का सिक्का ही…
INDIA AFTER 15 YEARS................... .........................................................................…
टीम अन्ना के लिए मंगलवार बड़ा घटनापूर्ण रहा...एक ही दिन में ये सब कुछ घटा... सुबह- रालेगण सिद्धि गांव के सरपंच जय…
जिसका आगाह मैंने किया था, वही टीम अन्ना के साथ हो रहा है...सियासी तिकड़में अन्ना हज़ारे को घेरती जा रही हैं...मैंने बी…