विदेश
Read more »
ज़िंदगी चाहिए या बेडरूम...खुशदीप
शीर्षक पढ़ कर चौंकिए मत...ये भी मत कहिएगा मुझे हवा लग गई है या लटके-झटके आ गए हैं...मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि ये वा…
रविवार, फ़रवरी 14, 2010शीर्षक पढ़ कर चौंकिए मत...ये भी मत कहिएगा मुझे हवा लग गई है या लटके-झटके आ गए हैं...मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि ये वा…
आज की मेरी पोस्ट निर्मला कपिला जी को समर्पित है...साथ ही ये पोस्ट भारत से दूर परदेस में आशियाना बना चुके सभी भारतवंशिय…