humour
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मेरे पास कोठी है, कार है, बंगला है...खुशदीप
आज सुबह से तबीयत ढीली है...बुखार के साथ शरीर में हरारत है...इसलिए आज ज़्यादा लिखने की हिम्मत नहीं है...बस एक माइक्रोपोस…
बुधवार, अगस्त 11, 2010आज सुबह से तबीयत ढीली है...बुखार के साथ शरीर में हरारत है...इसलिए आज ज़्यादा लिखने की हिम्मत नहीं है...बस एक माइक्रोपोस…