अनिल कपूर की एक्ट्रेस बेटी सोनम कपूर आहूजा ने इंस्टाग्राम हैंडल पर हिजाब और सिखों की पगड़ी की तुलना वाली फोटो डाल कर डिलीट की, फिल्मकार अशोक पंडित ने ट्वीट में लिखा- काश इस मैडम को किसी ने पगड़ी-बुर्के का समझाया होता फ़र्क़, कौन है मुस्कान ख़ान जिसका RSS के मुस्लिम विंग ने भी हिजाब पहनने पर समर्थन किया
नई दिल्ली (12 फरवरी)।
कर्नाटक के मांड्या प्री यूनिवर्सिटी (पीयू) कालेज की 19 साल की छात्रा मुस्कान ख़ान का नाम पिछले कुछ अर्से से सुर्खियों में है. इसे हिजाब बनाम भगवा दुपट्टा विवाद नाम देकर मीडिया और सोशल मीडिया पर बहस की जा रही है. एक्ट्रेस सोनम कपूर आहूजा ने इस मामले में इस्टाग्राम हैंडल पर एक फोटो पोस्ट किया और बाद में डिलीट कर दिया. सोनम मशहूर फिल्म एक्टर अनिल कपूर की बेटी हैं.
सोनम कपूर आहूजा (इंस्टाग्राम) |
फिल्म इंडस्ट्री से पहले भी कई हस्तियां इस विवाद पर अपनी राय रख चुकी हैं, जिनमें हेमा मालिनी, स्वरा भास्कर, कंगना रनौत, शबाना आजमी, ऋचा चड्ढा, जावेद अख्तर और कमल हसन शामिल हैं.
दरअसल सोनम ने जो फोटो शेयर की उसमे एक तरफ पगड़ी पहने हुए एक सिख को
दिखाया गया है और दूसरी तरफ बुर्का पहनी हुई एक महिला. सोनम ने तस्वीर के साथ सवाल
पूछा, ”अगर पगड़ी एक विकल्प हो सकता है तो बुर्का क्यों नहीं? ”
सोनम कपूर ने इंस्टाग्राम पर ये फोटो डाली, फिर डिलीट की |
फिल्ममेकर
अशोक पंडित ने सोनम की ओर से पगड़ी और हिजाब वाली पोस्ट पर प्रतिक्रिया में ट्वीट
किया. अशोक पंडित ने सोनम को टैग करते हुए पूछा कि काश किसी ने इन मैडम को समझाया
होता कि पगड़ी और बुर्के में क्या फ़र्क़ है.
I wish somebody explained to madame @sonamakapoor ji, the difference between a turban & a hijab.#HijabRow
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) February 11, 2022
अशोक
पंडित की पोस्ट पर जसबीर सिंह बाली नाम के एक यूजर ने लिखा, ”सिख की पगड़ी
कपड़े का टुकड़ा नहीं है जिसे सुविधा के अनुसार इस्तेमाल किया जा सकता है. यह आर्म्ड
फोर्सेज एक्ट और मोटर वाहन अधिनियम पैन इंडिया में संवैधानिक रूप से स्वीकृत सिख
निकाय का अभिन्न अंग है. आप दुनिया भर में सिख को पगड़ी के साथ देखेंगे और यह
फिल्म की पोशाक नहीं है जिसका इस्तेमाल पैसे कमाने के लिए किया जा सकता है.”
Sikh Turban is not a piece of cloth which can be used as per convenience. It is integral part of sikh body constitutionally approved in armed forces act and motor vehicle act pan india.u will see sikh with turban across globe & is not movie costume which can be used to mint money
— Jasbir Singh Bali (@Jasbeeerbali) February 11, 2022
कुछ दिन पहले एक वीडियो बहुत शेयर हुआ था जिसमें देखा जा सकता था कि मुस्कान हिजाब बुर्का पहने हुए स्कूटी पर कॉलेज में एंटर करती है. वो स्कूटी को पार्क कर जा रही होती है तो पुरुषों की भीड़ जय श्री राम नारे लगाने शुरू कर देती है. ये नारे सुनकर मुस्कान भी जवाब देती है- अल्लाह-हू-अकबर. फिर कॉलेज के टीचर और एस्कॉर्ट्स मुस्कान को सुरक्षा का घेरा देकर कॉलेज के अंदर ले जाते हैं.
मुस्कान का कहना था कि वो कॉलेज में असाइनमेंट सब्मिट करने गई थी. मुस्कान के मुताबिक उससे कहा गया था कि वो बुर्का पहन कर कॉलेज में एंटर नहीं कर सकती. इस पर मुस्कान का जवाब था कि वो क्यों नहीं जा सकती. मुस्कान के मुताबिक बुर्का पहनने वाली उसकी कुछ और सहेलियों से भी ऐसा कहा जा रहा था.Muslim woman bravely defies anti-hijab protesters pic.twitter.com/dzTrU9DbpZ
— IlmFeed (@IlmFeed) February 8, 2022
इस घटना
पर कई वर्गों की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई. हैदराबाद से AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवेसी ने ट्विटर पर लिखा कि लड़की का निडरता का ये कमा सभी
के लिए साहस का एक स्रोत्र बन चुका है.
Spoke to Muskan & her family on call. Prayed for her to remain steadfast in her commitment to education while also exercising her freedom of religion & choice. I conveyed that her act of fearlessness has become a source of courage for us all 1/n pic.twitter.com/pSoTsQ5FhL
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 9, 2022
एक अहम घटनाक्रम में आरएसएस के मुस्लिम विंग मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने भी मुस्कान का समर्थन किया. गल्फ न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अवध प्रांत संचालक अनिल सिंह ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि वो हमारे समाज की बेटी और बहन है. हम उसके साथ खड़े हैं.
अनिल सिंह ने कहा कि हिन्दू संस्कृति महिलाओं का सम्मान करना
सीखाती है. जिन्होंने भी नारे लगाए और उसे डराने की कोशिश की, वो सभी गलत थे.
लड़की के पास हिजाब पहनने के लिए सवैंधानिक आज़ादी है. अगर लड़की ने कैम्पस के
ड्रेस कोड का उल्लंघन किया है तो संस्थान को उस पर कार्रवाई का हक़ है. अनिल सिंह
ने ये भी कहा कि हिजाब, पर्दा भारतीय संस्कृति का हिस्सा है और कई हिन्दू महिलाएं
भी अपनी इच्छा से चेहरा ढक कर रखती है. जमीएत उलेमा ए हिन्द ने मुस्कान को पांच
लाख रुपए देने का एलान किया है.