लाहौर हाईकोर्ट ने मीशा के ख़िलाफ़ सेशंस कोर्ट
के फ़ैसले को रद्द किया, अब ज़फ़र और मीशा, दोनों की ओर से दायर मानहानि के मुकदमों की
होगी सुनवाई, #MeToo मूवमेंट
के दौरान मीशा ने ज़फ़र पर लगाए थे कई मौकों पर छेड़खानी के आरोप
नई दिल्ली (22 जनवरी)।
लाहौर हाईकोर्ट ने सिंगर मीशा शफ़ी की एक्टर अली ज़फ़र के खिलाफ़ सिविल रिवीज़न पेटीशन को मंजूरी दे दी है. साथ ही सेशंस कोर्ट के उस फैसले को रद्द कर दिया जिसमें मीशा के अली ज़फ़र के खिलाफ मानहानि के मुकदमे की सुनवाई को सस्पेंड कर दिया गया था.
Meesha Shafi, Ali Zafar file |
मीशा की तरफ से पैरवी करते हुए वकील साकिब जिलानी ने दलीलें पेश कीं. अब लाहौर हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद सेशंस कोर्ट को मीशा और ज़फ़र की ओर से दायर दोनों मुकदमों की सुनवाई एकसाथ किए जाने की संभावना है.
ज़फर का नाम भारत में जाना पहचाना है. 2010 में डॉर्क कॉमेडी फिल्म तेरे बिन लादेन में अली हसन के किरदार में दर्शकों को खूब गुदगुदाया था. बॉलिवुड की किसी फिल्म में ज़फ़र आखिरी बार 2016 में डियर ज़िंदगी में नज़र आए थे. आरोप लगाने वालीं 40 साल की मीशा शफ़ी भी जानी-मानी सिंगर-एक्ट्रेस-मॉडल हैं. कोक स्टूडियो के लिए आरिफ लोहार के साथ जुगनी गाने में मीशा शफी के परफॉरमेंस को खूब पसंद किया गया था.मीशा 2016 में कैनेडा की परमानेंट रेजीडेंट बन गई थीं और टोरोंटो में रहती हैं.
अली ज़फ़र को भारतीय दर्शकों ने तेरे बिन लादेन और डियर जिंदगी के अलावा लव का द एंड, मेरे ब्रदर की दुल्हन, लंडन-पेरिस-न्यूयॉर्क, चश्मे बद्दूर, टोटल सियापा जैसी फिल्मों में भी देखा.
जहां तक मीशा शफी का सवाल है तो वो भाग मिलखा भाग में काम करने के अलावा मीरा नायर के इंटरनेशनल प्रोजेक्ट द रिलक्टंट फंडामेंडलिस्ट में नज़र आ चुकी हैं. मीशा ने पाकिस्तान में सुपरहिट फिल्म रही वॉर में भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ की एजेंट लक्ष्मी का किरदार निभाया था.
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