पाकिस्तान के पत्रकार हसन निसार का अज़ब बयान- जो डेमोक्रेसी की बात करे उसे फायरिंग स्क्व़ॉड के सामने खड़ा कर दो, पाकिस्तान के पत्रकारों और सोशल मीडिया यूज़र्स ने जमकर आड़े हाथ लिया, हसन निसार ने टीवी टॉक शो में की थी इमरान ख़ान को 15 साल बिना बाधा दिए जाने की वक़ालत
पाकिस्तान के
मीडियाकर्मी हसन निसार अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में रहते हैं. अब एक
और अजब-गज़ब बयान के लिए पाकिस्तान में हसन निसार को सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल
किया जा रहा है. 70 साल के निसार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान
के पक्के सपोर्टर रह चुके हैं, लेकिन 2020 में इमरान की पार्टी तहरीक-ए-इनसाफ को
समर्थन देने की वजह से हसन निसार ने खुद को बड़ा मूर्ख बताया था. लेकिन अब फिर हसन
निसार ने पलटी मारते हुए इमरान ख़ान के समर्थन में ऐसी बात कह दी कि जिसकी उम्मीद
किसी स्वस्थ दिमाग़ वाले शख्स से उम्मीद नहीं की जा सकती.
समा टीवी के न्यूज़ बीट
कार्यक्रम के लिए पारस जेहानज़ेब के साथ इंटरव्यू में निसार ने कहा- पाकिस्तान को
बिना रूके 15 साल फासीवाद की ज़रूरत है. कोई भी लोकतंत्र या डेमोक्रेसी का नाम ले
तो उसे फायरिंग स्क्वॉड के सामने खड़ा कर दो और उस पर चलाई गई बुलेट्स का खर्चा भी
उसके परिवार से वसूला जाए. ये हमारा नैतिक कर्तव्य है कि इमरान खान को बिना रुके 15
साल दिए जाएं और आजमाया जाए.
Pakistan needs uninterrupted 15 years of fascism, anyone mentioning democracy should be dealt by a firing squad and his family should pay for the bullets fired on him, it’s our moral job to try & give Imran Khan 15 years uninterrupted: Hassan Nisar pic.twitter.com/pYjyz4tXEQ
— Murtaza Ali Shah (@MurtazaViews) January 2, 2022
हसन निसार को इस लोकतंत्र विरोधी बयान के लिए
पाकिस्तान के पत्रकार और सोशल मीडिया यूजर्स ही जमकर सुना रहे हैं. पत्रकार और
फिल्ममेकर हसन ज़ैदी ने कहा है कि ये किसी हॉफ डिसेंट कंट्री में टीवी पर बात करने
का स्तर है, हसन निसार जैसे किसी शख्स को बार बार शर्मिंदगी देने की वजह से मीडिया
से खदेड़ देना चाहिए.
The level of discourse on TV 🤦🏾♂️ In any half-decent country, someone like Hassan Nisar would be hounded off media for his repeated embarrassments. https://t.co/IrnYLsxIEX
— Hasan Zaidi (@hyzaidi) January 2, 2022
कॉलमनिस्ट शमा जुनेजो ने
कहा है कि हसन निसार को अपनी पत्नी और बेटों को बुरी तरह टॉर्चर करने के लिए भी
जाना जाता है तब तक जब तक वो घर छोड़ नहीं गए.
जुनेजो ने ये भी आरोप
लगाया कि निसार के खिलाफ महिलाओं और बच्चों के ख़िलाफ केस कभी नहीं दर्ज किया गया
क्योंकि निसार की प्रधानमंत्री इमरान खान से दोस्ती है.
Hassan Nisar is also known to brutally torture his own sons and wife until they fled for their lives from him & his house.
— Shama Junejo (@ShamaJunejo) January 2, 2022
No police case of domestic abuse,violence against women & children was ever filed against him because of friendship with Prime Minister Imran Khan & “OTHERS” https://t.co/Vfm8ryuoQg
सोशल मीडिया यूज़र और
अर्थशास्त्री नजम अली ने कहा- मुझे यकीन है कि हसन निसार बाइपोलर डिसऑर्डर से
पीड़ित है. इमरान खान समेत कोई भी निसार के इस पागलपन के सुझाव को समर्थन नहीं
देगा.
I am convinced Hassan Nisar is suffering from bipolar disorder. No one including IK can ever support this madness proposed by him. https://t.co/cHQaXBKHnB
— Najam Ali (@NajamAli2020) January 2, 2022
पत्रकार
रूहान अहमद ने ट्विटर पर लिखा है कि हसन निसार साफ तौर पर किसी बीमारी से पीड़ित
है और टीवी कैमरा इसे उनमें फैलाने में मदद कर रहे हैं जो अभी भी टॉक शो देखते हैं
Hassan Nisar is clearly suffering from some kind of illness and the TV cameras are helping him spread it among those still watching talk shows. https://t.co/KsiyzGx1C5
— Roohan Ahmed (@Roohan_Ahmed) January 2, 2022
चौराहा नाम से टीवी
टॉक शो के लिए जाने जाने वाले हसन निसार जो अब फिर इमरान को 15 साल देने की बात कर
रहे हैं इन्होंने जून 2020 में बोल टीवी को दिए इंटरव्यू में इमरान और उनकी पार्टी
पर जमकर निशाना साधा था. तब हसन निसार ने इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ यानि पीटीआई को समर्थन देने के
लिए खेद जताया था. साथ ही कहा कि वो अब समझते हैं कि वो ये सोचने के लिए पूरे
मूर्ख थे कि सत्तारूढ़ पार्टी डिलिवर करेगी. मैं समझता था पीटीआई देश की किस्मत
बदल देगी. मुझे विश्वास था कि इमरान के पास टेक्नोक्रेट्स और पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स
की टीम है, जो कि हमारे आर्थिक मुद्दों को सुलझाने में कामयाब होंगे. लेकिन ये लोग
बहुत ही अक्षम निकले.. अभी ये स्थिति है कि हम कपास और अंडरगार्मेंट्स के अलावा
कुछ एक्सपोर्ट नहीं कर रहे.
कहने को पाकिस्तान में मौजूदा इमरान खान सरकार
लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई सरकार है लेकिन इस पर पाकिस्तानी सेना का कितना प्रभाव
है ये किसी से छुपा नहीं है. फिलहाल पाकिस्तान को जहां बड़े आर्थिक संकट का सामना
है वहीं विपक्ष की ओर से भी इमरान सरकार की नीतियों का पुरजोर विरोध किया जा रहा
है.
बहरहाल, हसन निसार के इस लोकतंत्र विरोधी और इमरान
समर्थक बयान की पूरे पाकिस्तान में गूंज सुनी जा रही है.