#JausticeForNosheenKajmi, MBBS 4TH year की छात्रा नौशीन काज़मी का शव हॉस्टल रूम में लटका मिला, पाकिस्तान के लरकाना मेडिकल कॉलेज में दो साल में दूसरी ऐसी घटना, 2019 में BDS final की छात्रा निमरिता का शव भी ऐसे ही हालात में मिला था, निमरिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म के बाद सांस घोटे जाने का मिला था संकेत
नई दिल्ली (25 नवंबर)।
पाकिस्तान के लरकाना में चंदिका मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस फोर्थ इयर की छात्रा नोशीन काज़मी को गर्ल्स हॉस्टल के रूम में मृत पाया गया. 2019 में भी इसी मेडिकल कॉलेज में डेंटिस्ट्री इंस्टीट्यूशन की फाइनल इयर की छात्रा डॉ निमरिता कुमारी चांदनी को भी हॉस्टल नंबर 2 में ऐसी ही संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाया गया था.
The girls hostl No-2had 2years ago also witnessed dead body of a 4th year student of Larkana Dental College,Dr Nimrita.This is the consequence of not getting Punishment.Why R this institution constantly becoming killing fields for students especialy girls?#JusticeForNosheenKazmi https://t.co/3Cu3FMAA9C
— Mahasingh Parmar Thari (Mp3) (@mp3bheel) November 24, 2021
पाकिस्तान के सोशल मीडिया पर #JausticeForNosheenKajmi ट्रेंड कर रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक नोशीन का शव रूम के सीलिंग फैन से रस्सी से लटका पाया गया. शव को मेडिको-लीगल जांच के लिए भेजा गया है. सोशल मीडिया
पर जिस तरह की फोटो शेयर की जा रही है उससे कई तरह के शक़ जताए जा रहे हैं. ये अभी
साफ नहीं है कि नौशीन ने खुदकुशी की या उसकी हत्या की गई. ऐसी भी रिपोर्ट्स सामने आ रही है कि नौशीन
सीएसएस यानि Central Superior Services exam को दूसरी बार में भी पास नहीं कर सकी थीं.
एक ही मेडिकल कॉलेज से एक ही तरह की दो घटनाओं का सामने आना कई तरह के संशय पैदा कर रहा है. सिंध प्रांत के लरकाना जिले में स्थित चंदिका मेडिकल कॉलेज शहीद मोहतरमा बेनजीर भुट्टो मेडिकल यूनिवर्सिटी के तहत आता है. इसी के डेंटिस्ट्री डिविजन बीबी आसिफा डेंटल कॉलेज में पढ़ने वाली निमरिता अमृता मेहर चांदनी का भी शव दो साल पहले 16 सितंबर 2019 को ऐसे ही हालात में मिला था.
निमरिता की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट से संकेत मिला था कि मरने से पहले उससे दुष्कर्म किया गया था और उसकी मौत सांस घुटने की वजह से हुई थी. उस वक्त फिंगरप्रिंट्स सेम्पल और निमरिता का स्कार्फ नेशनल डेटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी को भेजा गया था लेकिन जांच से कोई ठोस निष्कर्ष सामने नहीं आया और मौत के कारण की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की जा सकी.
सोशल मीडिया पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि अगर निमरिता को इंसाफ मिल जाता और हत्यारे को ढूंढ कर सज़ा दी गई होती तो फिर ऐसा नहीं होता जैसा कि अब नौशीन काज़मी के साथ हुआ.Silence on 1st murder leads to thousand others.#JusticeForNosheenKazmi pic.twitter.com/FNb8AQgQBP
— Aloo Samosa (@aloo_samosa) November 24, 2021