पैरालिम्पिक्स में बैडमिंटन सिंगल फाइनल में सिल्वर मेडल जीता, टॉप सीडेड लुकास मज़ूर से कड़े मुकाबले में हारे
Source: Suhas LY Twitter |
टोक्यो (5 सितंबर)।
नोएडा के डीएम (जिलाधिकारी) सुहास ललिनाकेरे यथिराज ने कमाल कर दिखाया है.
उन्होंने रविवार को टोक्यो पैरालिम्पिक्स में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुहास एलवाई
को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी.
बैडमिंटन में मैंस सिंगल फाइनल में सुहास को टॉप सीडेड फ्रांस के लुकास
मज़ूर से कड़े मुकाबले के बाद हार का सामना करना पड़ा. 62 मिनट तक चले इस ज़ोरदार
मुकाबले में सुहास ने पहला गेम 21-15 से जीत कर भारत के लिए गोल्ड की आस बांध दी
थी. लेकिन फिर उन्हें अगले दो गेम्स में 17-21, 17-21 से हार का सामना करना पड़ा.
अनसीडेड सुहास का मजूर से सामना था जो यूरोपीयन चैम्पियनशिप्स में तीन गोल्ड पहले अपने नाम कर चुके हैं.
गौतमबुद्धनगर जिले (नोएडा) के डीएम पहले आईएएस ऑफिसर हैं जिन्होंने पैरालम्पिक्स में कोई मेडल हासिल किया है.
सुहास ने कहा, "मैं अपने
इस प्रदर्शन से खुश हूं लेकिन मुझे दूसरे गेम में मैच को खत्म कर देना चाहिए था.
मैं थोड़ा निराश हूं कि सेकेंड गेम में मुझे लीड मिली हुई थी और मुझे फिनिश करना
चाहिए था. लेकिन मज़ूर को बधाई, जो ज्यादा अच्छा खेला वो जीता."
एक टखने में दिक्कत वाले सुहास ने SL4 केटेगरी में हिस्सा लिया. इसमें पैरों में दिक्कत वाले
खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं. कम्प्यूटर इंजीनियर हैं.
उन्हें 2020 में नोएडा का डीएम बनाया गया. कोविड से जंग के मोर्चे पर उन्होंने
ज़िले में अहम भूमिका निभाई.
इससे पहले सुहास 2017
BWF Turkish Para badminton championship में सिंगल्स और डबल्स का
खिताब अपने नाम कर चुके हैं. उन्होंने 2016 एशिया चैम्पियनशिप पैरा गेम्स में
ब्रॉन्ज हासिल किया था.
सुहास की कामयाबी से उनका परिवार भी बहुत खुश है. उनकी पत्नी ऋतु सुहास के मुताबिक पैरालंम्पिक्स में खेलना सुहास का सपना था और इसे पूरा करने के लिए 6 साल तपस्या की और जिसका आखिर उन्हें फल मिला.
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