नई दिल्ली (16 सितंबर)।
|ऑल इंडिया रेडियो, आकाशवाणी और विविध भारती से अपने बचपन की कई यादें जुड़ी हैं.
समाचार, युववाणी, आपकी पसंद, संगम, हवा महल, छायागीत, नाटक, फरमाइशी गीत, स्पॉन्सर्ड प्रोग्राम्स.
इन सभी को बड़े चाव से सुना जाता था.
ऐसे में इस वर्ष हिन्दी दिवस (14 सितंबर) को आकाशवाणी, लखनऊ से मुझे न्योता मिला तो बहुत सुखद अनुभूति हुई.
युववाणी के युवा प्रेज़ेंटर आनंद मिश्रा ने ये न्योता भेजा. साथ ही बताया कि मुझे मीडिया में हिन्दी भाषा की स्थिति पर बोलना होगा.
आनंद ने फेसबुक पर मेरी कुछ पोस्ट्स पढ़ी थीं. इनमें खुश_हेल्पलाइन के युवा साथियों के लिए मैंने ऐसे कुछ हिन्दी शब्दों पर लिखा था जिनमें मीडिया में भी काफ़ी भ्रम की स्थिति रहती है.
रेडियो साक्षात्कार में 'वापस लौटे', 'बधाई-शुभकामना और प्रलय जैसे शब्दों पर मैंने राय रखने के साथ युवा साथियों के लिए अपने मिशन खुश हेल्पलाइन के बारे में भी बताया.
बातचीत की शुरुआत में मैंने बताया कि हिन्दी ब्लॉगिंग और मीडिया में मैंने कैसे आम बोलचाल के शब्दों के इस्तेमाल पर ही हमेशा ज़ोर दिया. इसके लिए ब्लॉगिंग में मैंने अपने गुरुदेव समीर लाल से बहुत सीखा जिन्हें सारा ब्लॉग जगत उड़न तश्तरी के नाम से जाना जाता है.
गुरुदेव समीर लाल (उड़न तश्तरी) और मैं (File Photo) |
आकाशवाणी लखनऊ की सुंदर प्रस्तुति के लिए अनामिका श्रीवास्तव जी और आनंद मिश्रा का दिल से शुक्रिया
आप पूरी बातचीत यहां सुन सकते हैं-
साधुवाद
जवाब देंहटाएंजन्म दिन पर बधाई इसलिए क्यूंकि पैदा हुए थे और शुभकामना इसलिए कि भविष्य में बेहतर बने रहें :) अतः जन्म दिन की बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं :)
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