सेकेंड फ्लोर से फेंक दिया 1 महीने का बच्चा और फिर...

अमेरिका: न्यूजर्सी सिटी के पुलिस ऑफिसर एडुआर्डो मैटुटे के 'प्रेसेंस ऑफ माइंड' ने नन्हे बच्चे को सुरक्षित बचाया 

Source: Social Media

नई दिल्ली (21 सितंबर)।

जाको राखे साइयां, मार सके न कोए...

ऐसा ही कुछ हुआ अमेरिका के न्यूजर्सी शहर में. यहां रोज एवेन्यू इलाके में सेकेंड स्टोरी बॉलकनी से एक महीने के बच्चे को नीचे फेंक दिया गया. उस वक्त न्यूजर्सी सिटी के पुलिस ऑफिसर एडुआर्डो मैटुटे नीचे सड़क पर खड़े थे. उन्होंने बिजली जैसी तेज़ी दिखाते हुए बच्चे को कैच कर लिया. सोशल मीडिया पर मैटुटे की गोद में उस बच्चे को लिए तस्वीर वायरल हो रही है. सोशल मीडिया यूज़र्स मैटुटे को प्रेसेंस ऑफ माइंड दिखाते हुए ये बहादुरी का काम करने के लिए सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से सम्मानित करने की मांग कर रहे हैं.

Source: Social Media

दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि एक बच्चे की जान खतरे में है. पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि एक शख्स बच्चे को दूसरी मंजिल की बॉलकनी से नीचे फेंकने की धमकी दे रहा था. पुलिस ने उसे समझाने की कोशिश की. लेकिन उस शख्स ने बच्चे को नीचे फेंक दिया. अगर पुलिस ऑफिसर एडुआर्डो मैटुटे ने बच्चे को वक्त रहते कैच न किया होता तो उसकी जान जा सकती थी.

 

Source: Social Media

काउंटी प्रोसीक्यूटर ऑफिस ने कहा, हम विशेष तौर पर जोसेफ केसे पुलिस ऑफिस साउथ डिस्ट्रिक्ट के पुलिस ऑफिसर एडुआर्डो मैटुटे के एक्शन और बहादुरी को नोटिस करना चाहते हैं जिसकी वजह से सेकेंड फ्लोर बॉलकनी से गिरे बच्चे की जान बचाई जा सकी.

बच्चे को सावधानी के तौर पर मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया. लोकल मीडिया के मुताबिक बच्चे को कोई चोट नहीं आई और वो पूरी तरह स्वस्थ है. उसे बाद में डिस्चार्ज कर दिया गया. बच्चे को नीचे फेंकने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है. उस पर हत्या की कोशिश समेत कई आरोप लगाए गए हैं.



एक टिप्पणी भेजें

1 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
  1. आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (22-09-2021) को चर्चा मंच       ‘तुम पै कौन दुहाबै गैया’  (चर्चा अंक-4195)  पर भी होगी!--सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार करचर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।

    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 

    जवाब देंहटाएं