पुरुष टीचर्स के जींस और टी-शर्ट पहनने पर भी पाबंदी, फेडेरल डायरेक्टोरेट ऑफ एजुकेशन का फ़रमान
इस्लामाबाद के यूनिवर्सिटी कैम्पस के बाहर का फाइल फोटो- Source: गल्फ टुडे |
नई दिल्ली (8 सितंबर)।
पाकिस्तान में महिला
टीचर्स को जींस और टाइट्स नहीं पहनने का फ़रमान जारी किया गया है. वहीं पुरुष
टीचर्स पर भी जींस और टीशर्ट पहनने पर पाबंदी लगा दी गई है. फेडरल डायरेक्टोरेट ऑफ
एजुकेशन यानि FDE ने ये फ़रमान जारी किए है.
सभी प्रिंसिपल्स को एक
चिट्ठी के ज़रिए निर्देश दिए गए हैं कि टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को पर्सनल हाइजिन
सुनिश्चित करने के लिए कहा जाए. इसमें हेयर कटिंग, दाढ़ी की ट्रिमिंग, नाखून काटना
और हर दिन नहाना-परफ्यूम का इस्तेमाल करना शामिल हैं.
FDE की चिट्ठी में इंस्टीट्यूशन्स के हेड्स और सेक्शन
इंचार्ज ये निगरानी रखेंगे कि स्टाफ का हर सदस्य अपनी फिजीकल अपीएरेंस और पर्सनल
हाइजिन में टिपटॉप रहे. ये भी कहा गया है कि गेटकीपर्स हमेशा निर्धारित
यूनिफार्म्स में रहे.
ड्रेस कोड को साफ
करते हुए चिट्ठी में कहा गया कि इंस्टीट्यूशन में रहने के दौरान स्टाफ फॉर्मल
ड्रेस कोड का इस्तेमाल करे. यही बात ऑफिशियल गैदरिंग्स, समारोहों और बैठकों के लिए
भी लागू रहेगी.
चिट्ठी में कहा गया, ‘ये सुझाया जाता है कि सभी टीचिंग स्टाफ क्लास में पढ़ाते वक्त टीचिंग गाउन्स पहनें. इसी तरह लैब्स में प्रैक्टीकल्स के दौरान लैब कोट का इस्तेमाल किया जाए.’
नॉन टीचिंग स्टाफ को भी साफ़ प्रेस किए कपड़े और सही ढंग से जूते पहनने की
हिदायत दी गई है.
महिलाओं
के लिए फॉर्मल ड्रेस के तौर पर सादे सलवार कमीज सूट, ट्राउज़र, दुपट्टे या शॉल के
साथ शर्ट का सुझाव दिया गया है. पर्दा करने वाली महिलाओं को स्कार्फ या हिजाब
पहनने की अनुमति दी गई. जींस और टाइट्स पहनने की किसी सूरत में इजाज़त नहीं होगी.
टीचर्स को स्निकर्स और सैंडल्स पहनने की अनुमति होगी लेकिन स्लिपर्स की नहीं.
विंटर्स में कोट,
ब्लेजर्स ,स्वेटर्स, जर्सीज, कार्डिगन्स और शॉल पहनने की छूट होगी लेकिन इनके रंग
और डिजाइन सादा होने चाहिए
पुरुष स्टाफ के लिए
चिट्ठी में मौसम के हिसाब से सलवार कमीज और वेस्ट कोट पहनने की हिदायत दी गई है.
अगर ट्राउजर्स के साथ कमीज पहननी है तो वो पूरी बाजू के साथ होनी चाहिए. साथ ही टाई
होनी चाहिए. जींस पहनने पर पुरुषों पर भी सख्त पाबंदी होगी. गर्मियों में आधी बाजू
की कमीज या बुश शर्ट पहन सकते हैं लेकिन टी शर्ट हर्गिज़ नहीं.
सोशल मी़डिया यूजर्स इस फरमान पर तरह तरह से प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.
किसी ने पड़ोस के अफ़गानिस्तान का तालिबान इफेक्ट बताया.
तो किसी ने इस तरह चुटकी ली.Federal Directorate of education issues dress code for male & female teachers.
— Sikander Ali (@SikanZardari) September 8, 2021
Prohibits from wearing jeans, tights, t-shirts during duty hours.
Taliban type section introduces in pakistan’s education institutions.
Do you agree/ disagree ? pl. Comments. pic.twitter.com/0xPrfksW9k
(#Khush_Helpline को उम्मीद से कहीं ज़्यादा अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. मीडिया में एंट्री के इच्छुक युवा अपने दिल की बात करना चाहते हैं तो यहां फॉर्म भर दीजिए)Pakistan after banning jeans. pic.twitter.com/HPJwl91mug
— Aun. (@BrownNihilist) September 7, 2021
नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा गुरुवार (9-09-2021 ) को 'जल-जंगल से ही जीवन है' (चर्चा अंक 4182) पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है। रात्रि 12:01 AM के बाद प्रस्तुति ब्लॉग 'चर्चामंच' पर उपलब्ध होगी।
चर्चामंच पर आपकी रचना का लिंक विस्तारिक पाठक वर्ग तक पहुँचाने के उद्देश्य से सम्मिलित किया गया है ताकि साहित्य रसिक पाठकों को अनेक विकल्प मिल सकें तथा साहित्य-सृजन के विभिन्न आयामों से वे सूचित हो सकें।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
#रवीन्द्र_सिंह_यादव
शुक्रिया...
हटाएंबेहतरीन लेख!
जवाब देंहटाएंखरबूजे को देख खरबूजा रंग बदलता है
जवाब देंहटाएंस्कूल के लिए यह पहनावा तो सही है लेकिन सप्ताह में एक दिन जींस के लिए भी देना चाहिए।
जवाब देंहटाएं