‘प्रोटीन’ से बना रहे हैं बॉडी तो सावधान! कहीं लेने के देने न पड़ जाएं




विदेशी कंपनियों का नकली प्रोटीन बनाने वाला सरगना गिरफ्तार, देश के कई राज्यों में धड़ल्ले से बेचा जा रहा नकली प्रोटीन

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 बॉलिवुड हीरोज़ की तरह आप भी अपनी बॉडी को जल्दी से जल्दी फिट बनाना चाहते हैं...

आप इसके लिए प्रोटीन की मदद लेना चाहते हैं तो सावधान...

मेरठ में ज़ब्त नकली प्रोटीन Source: Supplied

पहले चेक कर लीजिए जो प्रोटीन आप बॉडी के लिए वरदान समझ कर ले रहे हैं वो कहीं आपकी सेहत के लिए ज़हर न बन जाए. यूपी के मेरठ में ऐसे ही डुप्लीकेट प्रोटीन बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश किया गया है. लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वाले इस गिरोह के सरगना सरताज अल्वी को गिरफ्तार किया गया है. 

सरगना सरताज अल्वी Source: Supplied 

ये गैंग कई विदेशी कंपनियों के नकली प्रोटीन बना कर देश के कई शहरों में सप्लाई करने में लगा था. पिछले कई अर्से से ये गोरखधंधा चल रहा था. ये गिरोह नकली प्रोटीन को विदेशी कंपनियों का असली प्रोटीन बताकर उत्तरप्रदेश के अलावा पंजाब,हरियाणा,दिल्ली जैसे राज्यों में बेचा करता था.

 

STF के छापे में पकड़ा गया नकली प्रोटीन Source: Supplied 

नकली प्रोटीन के ठिकाने से करीब 5 क्विंटल नकली प्रोटीन पाउडर, अलग अलग विदेशी कंपनियों के बड़ी संख्या में खाली कार्टन्स, स्टीकर्स, होलोग्राम बरामद किए गए. इसके अलावा एमआरपी और लेबल्स प्रिंट करने की मशीन और एक लैपटॉप भी सीज़ किए गए.

 अब आपको बताते हैं कि क्यों नकली प्रोटीन बड़ी मात्रा में बनाया जा रहा है. दरअसल बॉडी बिल्डिंग में सबसे कारगर सप्लीमेंट व्हे (Whey) प्रोटीन को माना जाता है. भारत में मिल्क बेस्ड प्रोटीन का ओवरऑल मार्केट करीब 10 हज़ार करोड़ रुपए का है और ये लगातार बढ़ रहा है.

कैसे पता लगाएं नकली प्रोटीन का?

ऐसे में नकली प्रोटीन की पहचान करना बहुत ज़रूरी हो जाता है. प्रोटीन की सटीक जांच तो लैबोरेट्री में ही हो सकती है.

लेकिन कुछ सावधानियां बरती जाएं तो नकली प्रोटीन से बचा जा सकता है. 

कंपनियों की ऑफिशियल वेबसाइट से ऑनलाइन या ऑथोराइज्ड एजेंट से ही खरीदें 

हर बड़ी कंपनी की तरह प्रोटीन की साख वाली कंपनियों की भी अपनी वेबसाइट्स होती हैं, वहीं से ऑनलाइन ऑर्डर करें या उनके ऑथोराइज्ड एजेंट्स का पता करके वहां से प्रोटीन खरीदें. 

होलोग्राम, बारकोड, सील को अच्छी तरह चेक करें

कई कंपनी होलोग्राम का इस्तेमाल करती हैं, उसे चेक कीजिए. बारकोड को स्कैन करने वाले ऐप से भी नकली प्रोटीन का पता लगाया जा सकता है.

ब्लैंड करके पता लगाएं नकली प्रोटीन का 

प्रोटीन को ब्लैंड करके भी इसके नकली-असली होने का पता लगाया जा सकता है. एक स्कूप प्रोटीन पाउडर को 200 से 300 एमएल पानी में ब्लैंड करें. अगर वह पूरी तरह नहीं घुला तो वह नकली सप्लीमेंट है, क्योंकि असली प्रोटीन पानी में पूरी तरह से मि‍क्स हो जाता है.

 ये तो रही नकली प्रोटीन की पहचान की बात. लेकिन बॉडी बनाने के लिए प्रोटीन से ज्यादा जरूरी है नेचुरल बैलेंस्ड डाइट को लेना. इसे कभी नहीं भूलना चाहिए

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1 टिप्पणियाँ
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  1. प्रोटीन हमारे शाकाहारी भोजन में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। प्रोटीन पावडर लेना ही नहीं चाहिए।

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