विदेशी कंपनियों का नकली प्रोटीन बनाने वाला सरगना गिरफ्तार, देश के कई राज्यों में धड़ल्ले से बेचा जा रहा नकली प्रोटीन
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आप इसके लिए प्रोटीन की मदद लेना चाहते हैं तो सावधान...
मेरठ में ज़ब्त नकली प्रोटीन Source: Supplied |
सरगना सरताज अल्वी Source: Supplied |
STF के छापे में पकड़ा गया नकली प्रोटीन Source: Supplied |
नकली प्रोटीन
के ठिकाने से करीब 5 क्विंटल नकली प्रोटीन
पाउडर, अलग अलग
विदेशी कंपनियों के बड़ी संख्या में खाली कार्टन्स, स्टीकर्स, होलोग्राम बरामद किए
गए. इसके अलावा एमआरपी और लेबल्स प्रिंट करने की मशीन और एक लैपटॉप भी सीज़ किए
गए.
कैसे पता लगाएं नकली प्रोटीन का?
ऐसे में नकली प्रोटीन की पहचान करना
बहुत ज़रूरी हो जाता है. प्रोटीन की सटीक जांच तो लैबोरेट्री में ही हो सकती है.
लेकिन कुछ सावधानियां बरती जाएं तो नकली प्रोटीन से बचा जा सकता है.
कंपनियों की ऑफिशियल वेबसाइट से ऑनलाइन या ऑथोराइज्ड एजेंट से ही खरीदें
हर बड़ी कंपनी की तरह प्रोटीन की साख वाली कंपनियों की भी अपनी वेबसाइट्स होती हैं, वहीं से ऑनलाइन ऑर्डर करें या उनके ऑथोराइज्ड एजेंट्स का पता करके वहां से प्रोटीन खरीदें.
होलोग्राम, बारकोड, सील को अच्छी तरह चेक करें
कई कंपनी होलोग्राम का
इस्तेमाल करती हैं, उसे चेक कीजिए. बारकोड को स्कैन करने वाले ऐप से भी नकली
प्रोटीन का पता लगाया जा सकता है.
ब्लैंड करके पता लगाएं नकली प्रोटीन का
प्रोटीन को
ब्लैंड करके भी इसके नकली-असली होने का पता लगाया जा सकता है. एक स्कूप प्रोटीन
पाउडर को 200 से 300 एमएल पानी में ब्लैंड करें. अगर वह पूरी तरह नहीं घुला तो वह
नकली सप्लीमेंट है, क्योंकि असली प्रोटीन पानी में पूरी तरह से मिक्स
हो जाता है.
प्रोटीन हमारे शाकाहारी भोजन में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। प्रोटीन पावडर लेना ही नहीं चाहिए।
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