पाक की वर्ल्ड कप हार और सरफ़राज़ का सब्र...खुशदीप


आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के दौरान पाकिस्तान टीम के कप्तान सरफ़राज़ अहमद को जितना अपमान सहना पड़ा, आलोचना में जितने कठोर शब्द सुनने पड़े ऐसा शायद हाल फिलहाल में किसी भी टीम के कप्तान के साथ नहीं हुआ. यहां तक कि उनके शरीर को लेकर भी उनकी पत्नी और मासूम बच्चे के सामने अपशब्द कहे गए.

सोशल मीडिया से साभार



पाकिस्तान टीम वर्ल्ड कप से बाहर होने के बाद अपने मुल्क़ लौट चुकी है. रविवार को सरफ़राज़ ने कराची में मीडिया कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. सरफ़राज़ ने पाकिस्तान लौटने के बाद भारत के लिए जो कहा, उसे सुनकर भारतीय भी उनकी तारीफ़ किए बिना नहीं रहेंगे.  

सरफ़राज़ ने पाकिस्तान लौटने पर कराची एयरपोर्ट पर मीडिया कान्फ्रेंस में दो बातें कहीं जिन पर सभी को ग़ौर करना चाहिए. पहले उन्होंने कहा- भारत पर शक़ करने की कोई वजह नहीं है. उसने इंग्लैंड से जानबूझकर मैच नहीं हारा जिससे कि पाकिस्तान सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सके. सरफ़राज़ के मुताबिक उस मैच में इंग्लैंड वाकई बेहतर खेलकर जीता.

मीडिया कॉन्फ्रेंस में एक और बात हुई. एक महिला पत्रकार ने सरफ़राज़ से पूछा कि आपको नहीं लगा कि 'बंगालियों' के ख़िलाफ़ आख़िरी मैच में शोएब मलिक को खिला कर फेयरवेल मैच का मौका दिया जाना चाहिए था. इस पर सरफ़राज ने पत्रकार से कहा कि आपको किसी देश के लिए ऐसा शब्द प्रयोग नहीं करना चाहिए, उस देश का नाम 'बांग्लादेश' है और उसे वैसे ही सम्मान से बुलाया जाना चाहिए.

वर्ल्ड कप में पाकिस्तान टीम और इसके कप्तान सरफ़राज़ के लिए सबसे ज़्यादा दुश्वारियां 16 जून को भारत के साथ मैच में हार के बाद शुरू हुईं. इस हार के बाद सरफ़राज़ को क्या क्या नहीं सुनना पड़ा. लेकिन दाद देनी होगी कि सरफ़राज़ ने सब कुछ सहने के बावजूद अपना संयम नहीं खोया. इसकी जगह उन्होंने खेल पर फोकस रखा और लीग स्टेज के आख़िरी दौर में इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड जैसी मज़बूत टीमों को शिकस्त दी. ये दोनों ही टीमें आख़िरकार सेमीफाइनल में जगह बनाने में कामयाब रहीं.

मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर भारत से मिली हार के बाद फैंस से लेकर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर्स तक सरफ़राज़ पर शब्दबाण चलाने में पीछे नहीं रहे. किसी ने  उनकी शारीरिक बनावट तो किसी ने विकेट के पीछे उबासी लेने का मखौल उड़ाया.

हद तो तब हुई जब एक मॉल में सरफ़राज़ परिवार के साथ पहुंचे. उसी वक्त का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इसमें एक शख्स सरफराज को उनकी फैमिली के सामने अपमानित करता दिखा. वीडियो में दिखता है कि सरफराज अपने बेटे को गोद में लिए घूम रहे हैं तभी यह शख्स फोटो की फरमाइश करता है जिसे वे मान लेते हैं. यह शख्स फोटो की बजाए वीडियो बनाने लगता है तो सरफराज आगे चल देते हैं. इस पर यह फैन उनके खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करता है। वो कहता है कि आप *** जैसे मोटे क्यों हो,  कम डाइट किया करो. सरफराज ऐसे कमेंट से नाराज होकर पलटकर देखते हैं लेकिन उस शख्स को बिना कुछ कहे आगे बढ़ जाते हैं.

सरफ़राज़ जब होटल रूम पहुंचे तो अपनी पत्नी खुशबख़्त को रोता हुआ देखा. सरफराज ने पत्नी को समझाया कि ये महज एक वीडियो है और उन्हें इसे इतनी गंभीरता से नहीं लेना चाहिए. सरफराज़ ने साथ ही कहा कि हमें यह सब सहन करना होता है क्योंकि हमारे क्रिकेट प्रशंसक काफी भावुक होते हैं.
हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद इसे बनाने वाले शख़्स को सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर सुनाई. बाद में इस शख़्स को कहना पड़ा कि अपनी इस हरकत के लिए वो सरफ़राज़ से माफ़ी मांगता है.  

सरफ़राज़ ने रविवार को कराची में कहा, वर्ल्ड कप से बाहर होने पर जैसे पाकिस्तान के अवाम को बुरा लग रहा है वैसे ही उन्हें और टीम को भी लग रहा है, कोई भी हारने के लिए नहीं जाता है.

सरफ़राज ने कहा, 16 जून को भारत से हार के बाद अगले 7 दिन हमारे लिए बहुत मुश्किल रहे. हमने दो दिन का ब्रेक लिया और मैंने मैनेजमेंट के बिना सभी 15 खिलाड़ियों के साथ बैठक की. मैंने उनसे हर उस चीज़ पर बात की जो पहले पांच मैचों में महसूस की थीं. वो क्या क्या था जो हम ग़लत कर रहे थे. सभी खिलाड़ियों ने अच्छी प्रतिक्रिया दी और अपना अपना फीडबैक दिया. उसके बाद बाक़ी सभी मैचों में टीम ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया. जूनियर हो या सीनियर ने अपनी ज़िम्मेदारी निभाई.

पहले कहा जा रहा था कि सरफ़राज़ और पाकिस्तान टीम के अन्य सदस्यों को लौटने पर फैंस के गुस्से का सामना करना पड़ेगा. लेकिन कराची एयरपोर्ट पर रविवार को सरफ़राज़ का गर्मजोशी से स्वागत हुआ. यही सरफ़राज़ के लिए शायद सबसे ज़्यादा राहत रही होगी.

पाकिस्तान टीम का मौजूदा वर्ल्ड कप में आगाज़ ही बहुत ख़राब रहा. 31 मई को पाकिस्तान का वेस्ट इंडीज़ से मुक़ाबला था. इस मैच में वेस्ट इंडीज़ ने पाकिस्तान का सिर्फ 105 रन पर ही पुलिंदा बांध दिया और फिर 7 विकेट से मैच जीत लिया. इसी मैच से जो पाकिस्तान की रन रेट ख़राब हुई, उसके सदमे से पाकिस्तान लीग स्टेज के आखिर तक नहीं उभर सका और सेमीफाइनल की दौड़ में न्यूज़ीलैंड से बराबर 11 अंक होने के बावजूद बाहर हो गया.

#हिन्दी_ब्लॉगिंग


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2 टिप्पणियाँ
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  1. खेल को युद्ध की भावना से लेना दिमागी दिवालियेपन की निशानी है... अपने बचपन सेपाकिस्तानी टीम के जीतने या हारने पर अपने बेहद करीबियों से भी अपशब्द सुनता आया हूँ और यह बेहद सामान्य सी बात हो चली है, लोग पाकिस्तान की हार या जीत को देश के मुसलमानों से जोड़ते हैं और इसे मैं दिमागी दिवालियेपन से जोड़ता हूँ।

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